"पारिजात प्रथम सर्ग": अवतरणों में अंतर
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कर न सके भयभीत किसी को भावी। | कर न सके भयभीत किसी को भावी। | ||
साहस बने सुधारस-स्रावी। | साहस बने सुधारस-स्रावी। | ||
दिखलावे सबल समोद दुखित दल | दिखलावे सबल समोद दुखित दल दु:ख दले॥4॥ | ||
मद-रज से हों मानस-मुकुर न मैले। | मद-रज से हों मानस-मुकुर न मैले। | ||
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भूले न लोक-हित मंत्र-मदांध हो के। | भूले न लोक-हित मंत्र-मदांध हो के। | ||
पी के प्रसाद-मदिरा न बने प्रमादी। | पी के प्रसाद-मदिरा न बने प्रमादी। | ||
पाके | पाके महान् पद मानवता न खोवे। | ||
होवे न मत्त बहु मान मिले मनस्वी॥16॥ | होवे न मत्त बहु मान मिले मनस्वी॥16॥ | ||
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मुग्धकरी कुसुमावलि-पूरित अलि-झंकार-सुझंकृत॥8॥ | मुग्धकरी कुसुमावलि-पूरित अलि-झंकार-सुझंकृत॥8॥ | ||
मनभावन | मनभावन महान् महिमामय पावन पद-परिचायक। | ||
सुरपुर-सम सम्पन्न दिव्य-तम सप्तपुरी-अधिनायक॥9॥ | सुरपुर-सम सम्पन्न दिव्य-तम सप्तपुरी-अधिनायक॥9॥ | ||
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध' की कृतियाँ}} | {{अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध' की कृतियाँ}} | ||
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14:06, 30 जून 2017 के समय का अवतरण
पारिजात | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- पारिजात (बहुविकल्पी) |
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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