"आओ बच्चों तुम्हें दिखाएँ": अवतरणों में अंतर
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ढाला है इसको बिजली ने भूचालों ने पाला है | ढाला है इसको बिजली ने भूचालों ने पाला है | ||
मुट्ठी में तूफ़ान बंधा है और प्राण में ज्वाला है | मुट्ठी में तूफ़ान बंधा है और प्राण में ज्वाला है | ||
जन्मभूमि है यही हमारे वीर सुभाष | जन्मभूमि है यही हमारे वीर सुभाष महान् की | ||
इस मिट्टी से ... | इस मिट्टी से ... | ||
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14:13, 30 जून 2017 के समय का अवतरण
आओ बच्चों तुम्हें दिखाएँ
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विवरण | आओ बच्चों तुम्हें दिखाएँ एक प्रसिद्ध फ़िल्मी गीत है। |
रचनाकार | कवि प्रदीप |
फ़िल्म | जाग्रति (1954) |
संगीतकार | हेमंत कुमार |
गायक/गायिका | कवि प्रदीप |
अन्य जानकारी | कवि प्रदीप का मूल नाम 'रामचंद्र नारायणजी द्विवेदी' था। प्रदीप हिंदी साहित्य जगत् और हिंदी फ़िल्म जगत् के एक अति सुदृढ़ रचनाकार रहे। कवि प्रदीप 'ऐ मेरे वतन के लोगों' सरीखे देशभक्ति गीतों के लिए जाने जाते हैं। |
आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झाँकी हिंदुस्तान की |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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