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-[[वीर सावरकर]]
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+[[महादेव गोविन्द रानाडे]]
+[[महादेव गोविन्द रानाडे]]
||[[चित्र:M-g-ranade.jpg|right|100px|border|महादेव गोविन्द रानाडे]]'महादेव गोविन्द रानाडे' [[भारत]] के प्रसिद्ध राष्ट्रवादी, समाज सुधारक, विद्वान और न्यायविद थे। उन्हें "महाराष्ट्र का सुकरात" कहा जाता है। [[महादेव गोविन्द रानाडे]] ने समाज सुधार के कार्यों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था। [[प्रार्थना समाज]], [[आर्य समाज]] और [[ब्रह्म समाज]] का इनके जीवन पर बहुत प्रभाव था। गोविन्द रानाडे 'दक्कन एजुकेशनल सोसायटी' के संस्थापकों में से एक थे। उन्होंने '[[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]]' की स्थापना का भी समर्थन किया था। रानाडे स्वदेशी के समर्थक और देश में ही निर्मित वस्तुओं का प्रयोग करने के पक्षधर थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[महादेव गोविन्द रानाडे]]
||[[चित्र:M-g-ranade.jpg|right|100px|border|महादेव गोविन्द रानाडे]]'महादेव गोविन्द रानाडे' [[भारत]] के प्रसिद्ध राष्ट्रवादी, समाज सुधारक, विद्वान् और न्यायविद थे। उन्हें "महाराष्ट्र का सुकरात" कहा जाता है। [[महादेव गोविन्द रानाडे]] ने समाज सुधार के कार्यों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था। [[प्रार्थना समाज]], [[आर्य समाज]] और [[ब्रह्म समाज]] का इनके जीवन पर बहुत प्रभाव था। गोविन्द रानाडे 'दक्कन एजुकेशनल सोसायटी' के संस्थापकों में से एक थे। उन्होंने '[[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]]' की स्थापना का भी समर्थन किया था। रानाडे स्वदेशी के समर्थक और देश में ही निर्मित वस्तुओं का प्रयोग करने के पक्षधर थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[महादेव गोविन्द रानाडे]]
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