"मुझे क़दम-क़दम पर -गजानन माधव मुक्तिबोध": अवतरणों में अंतर
आरुष परिहार (वार्ता | योगदान) ('{{पुनरीक्षण}} {| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा कविता |...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replacement - "वरन " to "वरन् ") |
||
पंक्ति 94: | पंक्ति 94: | ||
लेखक की कठिनाई यह नहीं कि | लेखक की कठिनाई यह नहीं कि | ||
कमी है विषयों की | कमी है विषयों की | ||
वरन् यह कि आधिक्य उनका ही | |||
उसको सताता है | उसको सताता है | ||
और, वह ठीक चुनाव कर नहीं पाता है !! | और, वह ठीक चुनाव कर नहीं पाता है !! |
07:40, 7 नवम्बर 2017 के समय का अवतरण
![]() |
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
| ||||||||||||||||||||
|
मुझे कदम-कदम पर |
|
|
|
|
|
संबंधित लेख