"आई में आ गए -काका हाथरसी": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
कात्या सिंह (वार्ता | योगदान) No edit summary |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replacement - "हुयी " to "हुई ") |
||
(2 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 2 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 31: | पंक्ति 31: | ||
{{Poemopen}} | {{Poemopen}} | ||
<poem> | <poem> | ||
सीधी नज़र | सीधी नज़र हुई तो सीट पर बिठा गए। | ||
टेढी | टेढी हुई तो कान पकड कर उठा गये॥ | ||
सुन कर रिजल्ट गिर पडे दौरा पडा दिल का। | सुन कर रिजल्ट गिर पडे दौरा पडा दिल का। | ||
पंक्ति 43: | पंक्ति 43: | ||
पार्टी में बीस खस्ता कचौडी उडा गये॥ | पार्टी में बीस खस्ता कचौडी उडा गये॥ | ||
जब देखा अपने दल में कोई दम | जब देखा अपने दल में कोई दम नहीं रहा। | ||
मारी छलांग खाई से 'आई' में आ गये॥ | मारी छलांग खाई से 'आई' में आ गये॥ | ||
पंक्ति 56: | पंक्ति 56: | ||
{{Poemclose}} | {{Poemclose}} | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{काका हाथरसी}} | |||
{{ | |||
[[Category:काका हाथरसी]] | [[Category:काका हाथरसी]] | ||
[[Category:कविता]][[Category:हिन्दी कविता]] [[Category:समकालीन साहित्य]][[Category:साहित्य कोश]] | [[Category:कविता]][[Category:हिन्दी कविता]] [[Category:समकालीन साहित्य]][[Category:साहित्य कोश]] |
07:40, 7 नवम्बर 2017 के समय का अवतरण
| ||||||||||||||||||
|
सीधी नज़र हुई तो सीट पर बिठा गए। |
संबंधित लेख