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*क्रोश या कोस 2.5 मील की दूरी के लिए पुरानी माप है। जो आज भी कहीं-कहीं प्रचलित है।  
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*गाय के रंभाने की आवाज़ सामान्य स्थिति में जितनी दूर से सुनी जा सके यह दूरी वही है।  
'''क्रोश / कोस''' दूरी नापने का एक प्राचीन पैमाना है। जिसमे 1 कोस, 2.5 मील की दूरी के लिए माना जाता है। जो आज भी कहीं-कहीं प्रचलित है।  
*भारतीय माप में गाय का बहुत महत्व है।
* 'कोस' का शाब्दिक अर्थ है - 'दूरी की एक माप जो लगभग दो मील अर्थात् लगभग तीन किलोमीटर के बराबर होती है।'
* प्राचीन समय में दूरी किलोमीटर से नहीं, कोस से मापी जाती थी। 
* [[गाय]] के रंभाने की आवाज़ सामान्य स्थिति में जितनी दूर से सुनी जा सके 'क्रोश' वही दूरी है।  
 
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==संबंधित लेख==
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07:49, 7 नवम्बर 2017 के समय का अवतरण

रंभाती हुई गाय

क्रोश / कोस दूरी नापने का एक प्राचीन पैमाना है। जिसमे 1 कोस, 2.5 मील की दूरी के लिए माना जाता है। जो आज भी कहीं-कहीं प्रचलित है।

  • 'कोस' का शाब्दिक अर्थ है - 'दूरी की एक माप जो लगभग दो मील अर्थात् लगभग तीन किलोमीटर के बराबर होती है।'
  • प्राचीन समय में दूरी किलोमीटर से नहीं, कोस से मापी जाती थी।
  • गाय के रंभाने की आवाज़ सामान्य स्थिति में जितनी दूर से सुनी जा सके 'क्रोश' वही दूरी है।

इन्हें भी देखें: ली एवं स्टेडिया

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