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'''मोना लीज़ा''' अथवा 'मोनालिसा' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Mona Lisa'') विश्व प्रसिद्ध एक चित्र है, जिसके चित्रकार लिओनार्दो दा विंची थे। यह एक विचारमग्न स्त्री का चित्रण है, जो अत्यन्त हल्की मुस्कान लिये हुए है। यह विश्व की सम्भवत: सबसे प्रसिद्ध पेंटिंग है, जो पेंटिंग और दृश्य कला की पर्याय मानी जाती है।
'''मोना लीज़ा''' अथवा 'मोनालिसा' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Mona Lisa'') विश्व प्रसिद्ध एक चित्र है, जिसके चित्रकार [[लिओनार्दो दा विंची]] थे। यह एक विचारमग्न स्त्री का चित्रण है, जो अत्यन्त हल्की मुस्कान लिये हुए है। यह विश्व की सम्भवत: सबसे प्रसिद्ध पेंटिंग है, जो पेंटिंग और दृश्य कला की पर्याय मानी जाती है।


*मोना लीज़ा का चित्र सभी चित्रकार और कला प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है। जो लोग मोना लीज़ा के चित्र से रूबरू हुए हैं, उनका कहना था कि इस चित्र में एक अजीब-सा आकर्षण है।
*मोना लीज़ा का चित्र सभी चित्रकार और कला प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है। जो लोग मोना लीज़ा के चित्र से रूबरू हुए हैं, उनका कहना था कि इस चित्र में एक अजीब-सा आकर्षण है।
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*मोना लीज़ा का यह चित्र [[पेरिस]] के लूविरे संग्रहालय में रखा हुआ है। [[संग्रहालय]] के इस क्षेत्र में 16वीं शताब्दी की इतालवी चित्रकला की कृतियाँ रखी गई हैं।
*मोना लीज़ा का यह चित्र [[पेरिस]] के लूविरे संग्रहालय में रखा हुआ है। [[संग्रहालय]] के इस क्षेत्र में 16वीं शताब्दी की इतालवी चित्रकला की कृतियाँ रखी गई हैं।
*यदि लम्बाई-चौड़ाई को देखा जाये तो मोना लीज़ा की असल पेंटिंग केवल 21 इंच लंबी और 30 इंच चौड़ी है। तस्वीर को बचाए रखने के लिए यह एक ख़ास किस्म के शीशे के पीछे रखी गई है, जो न तो चमकता है और न ही टूटता है।
*यदि लम्बाई-चौड़ाई को देखा जाये तो मोना लीज़ा की असल पेंटिंग केवल 21 इंच लंबी और 30 इंच चौड़ी है। तस्वीर को बचाए रखने के लिए यह एक ख़ास किस्म के शीशे के पीछे रखी गई है, जो न तो चमकता है और न ही टूटता है।
*जिस समय मोना लीज़ा का यह चित्र बनाया गया, तब उसकी आयु 24 वर्ष थी। वह प्रतिदिन दोपहर के बाद [[लिओनार्दो दा विंची]] के स्टूडियो में आती थी। इस प्रसिद्ध चित्र को बनाने में उनको पूरे तीन वर्ष लगे थे। चित्र पूरा होने पर लिओनार्दो दा विंची अपनी इस कृति की सुन्दरता को देखकर स्वयं मंत्रमुग्ध हो गये थे। चित्र में मोना लीज़ा के चेहरे में एक अद्भुत मुसकान झलक रही थी और आँखों में विचित्र नशीलापन दिखता था।





12:51, 8 दिसम्बर 2017 के समय का अवतरण

मोना लीज़ा

मोना लीज़ा अथवा 'मोनालिसा' (अंग्रेज़ी: Mona Lisa) विश्व प्रसिद्ध एक चित्र है, जिसके चित्रकार लिओनार्दो दा विंची थे। यह एक विचारमग्न स्त्री का चित्रण है, जो अत्यन्त हल्की मुस्कान लिये हुए है। यह विश्व की सम्भवत: सबसे प्रसिद्ध पेंटिंग है, जो पेंटिंग और दृश्य कला की पर्याय मानी जाती है।

  • मोना लीज़ा का चित्र सभी चित्रकार और कला प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है। जो लोग मोना लीज़ा के चित्र से रूबरू हुए हैं, उनका कहना था कि इस चित्र में एक अजीब-सा आकर्षण है।
  • ऐसा माना जाता है कि इतालवी चित्रकार लियोनार्दो दा विंची ने मोना लीज़ा नामक यह तस्वीर 1503 से 1506 ई. के बीच बनाई थी। ये तस्वीर फ्लोरेंस के एक गुमनाम से व्यापारी 'फ़्रांसेस्को देल जियोकॉन्डो' की पत्नी 'लीज़ा घेरार्दिनी' को देखकर बनाई गई थी।
  • मोना लीज़ा का यह चित्र पेरिस के लूविरे संग्रहालय में रखा हुआ है। संग्रहालय के इस क्षेत्र में 16वीं शताब्दी की इतालवी चित्रकला की कृतियाँ रखी गई हैं।
  • यदि लम्बाई-चौड़ाई को देखा जाये तो मोना लीज़ा की असल पेंटिंग केवल 21 इंच लंबी और 30 इंच चौड़ी है। तस्वीर को बचाए रखने के लिए यह एक ख़ास किस्म के शीशे के पीछे रखी गई है, जो न तो चमकता है और न ही टूटता है।
  • जिस समय मोना लीज़ा का यह चित्र बनाया गया, तब उसकी आयु 24 वर्ष थी। वह प्रतिदिन दोपहर के बाद लिओनार्दो दा विंची के स्टूडियो में आती थी। इस प्रसिद्ध चित्र को बनाने में उनको पूरे तीन वर्ष लगे थे। चित्र पूरा होने पर लिओनार्दो दा विंची अपनी इस कृति की सुन्दरता को देखकर स्वयं मंत्रमुग्ध हो गये थे। चित्र में मोना लीज़ा के चेहरे में एक अद्भुत मुसकान झलक रही थी और आँखों में विचित्र नशीलापन दिखता था।


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