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| <quiz display=simple> | | <quiz display=simple> |
| {'फोकवेज़' पुस्तक के लेखक निम्न में से कौन हैं?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-409,प्रश्न-79 | | {[[महाभारत]] में [[कीचक वध]] किस पर्व के अंतर्गत आता है? |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| -फ़्रेज़र | | +[[विराट पर्व महाभारत|विराट पर्व]] |
| -मार्गरेट | | -[[अनुशासन पर्व महाभारत|अनुशासन पर्व]] |
| +समनर
| | -[[आदि पर्व महाभारत |आदि पर्व]] |
| -जॉर्ज मीड़ | | -[[वन पर्व महाभारत|वन पर्व]] |
| ||{{seealso|थॉमस हिल ग्रीन|कार्ल मार्क्स|थॉमस अक्वाइनस}} | | ||[[विराट पर्व महाभारत|विराट पर्व]] में [[अज्ञातवास]] की अवधि में [[विराट नगर]] में रहने के लिए गुप्तमन्त्रणा, धौम्य द्वारा उचित आचरण का निर्देश, [[युधिष्ठिर]] द्वारा भावी कार्यक्रम का निर्देश, विभिन्न नाम और रूप से विराट के यहाँ निवास, [[भीमसेन]] द्वारा जीमूत नामक मल्ल तथा [[कीचक]] और उपकीचकों का वध, [[दुर्योधन]] के गुप्तचरों द्वारा [[पाण्डव|पाण्डवों]] की खोज तथा लौटकर [[कीचक वध]] की जानकारी देना, त्रिगर्तों और [[कौरव|कौरवों]] द्वारा [[मत्स्य]] देश पर आक्रमण, कौरवों द्वारा [[विराट]] की गायों का हरण, पाण्डवों का कौरव-सेना से युद्ध, [[अर्जुन]] द्वारा विशेष रूप से युद्ध और कौरवों की पराजय, अर्जुन और कुमार उत्तर का लौटकर विराट की सभा में आना, विराट का युधिष्ठिरादि पाण्डवों से परिचय तथा अर्जुन द्वारा [[उत्तरा]] को पुत्रवधू के रूप में स्वीकार करना वर्णित है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[विराट पर्व महाभारत]], [[कीचक वध]] |
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| {पुस्तक 'व्हाइट कॉलर: अमेरिकन मिडल क्लासेज़' का लेखक कौन है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-444,प्रश्न-35 | | {[[महाभारत]] युद्ध में कौन-से दिन [[श्रीकृष्ण]] ने [[शस्त्र]] न उठाने की अपनी प्रतिज्ञा को तोड़ा? |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| -जॉन एच. गोल्ड थॉर्म | | -[[महाभारत युद्ध आठवाँ दिन|आठवें दिन]] |
| -बारबरा ऊटेन | | -[[महाभारत युद्ध दसवाँ दिन|दसवें दिन]] |
| -विलियम फूट ह्वाइट | | -[[महाभारत युद्ध ग्यारहवाँ दिन|ग्यारहवें दिन]] |
| +सी. राइट मिल्स | | +[[महाभारत युद्ध नौवाँ दिन|नौवें दिन]] |
| | ||[[महाभारत युद्ध नौवाँ दिन|नौवें दिन]] के युद्ध में [[भीष्म]] के [[बाण अस्त्र|बाणों]] से [[अर्जुन]] घायल हो गए। भीष्म की भीषण बाण-वर्षा से [[कृष्ण|श्रीकृष्ण]] के अंग भी जर्जर हो गए। तब श्रीकृष्ण अपनी प्रतिज्ञा भूलकर रथ का एक चक्र उठाकर भीष्म को मारने के लिए दौड़े। अर्जुन भी रथ से कूदे और कृष्ण के पैरों से लिपट पड़े। वे श्रीकृष्ण को अपनी प्रतिज्ञा का स्मरण दिलाते हैं कि वे युद्ध में [[अस्त्र शस्त्र|अस्त्र-शस्त्र]] नहीं उठायेंगे। |
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| {'हिन्दू विवाह अधिनियम' कब पारित हुआ?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-196;प्रश्न-80
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| |type="()"}
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| +[[1955]]
| |
| -[[1956]]
| |
| -[[1954]]
| |
| -[[1949]]
| |
| ||{{seealso|बाल विवाह|विधवा विवाह}}
| |
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| {[[भारत]] का सबसे बड़ा शहर कौन-सा है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-549,प्रश्न-62
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| |type="()"}
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| +[[दिल्ली]]
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| -[[मुम्बई]]
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| -[[मद्रास]]
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| -[[कलकत्ता]]
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| {प्रकार्यात्मक स्तरीकरण के रूप में ईधन संगठन किनमें प्रचलित है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-710,प्रश्न-35
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| |type="()"}
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| +जातियों में
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| -वर्गों में
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| -जनजातियों में
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| -इनमें से कोई नहीं
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| ||{{seealso|भारत की जन जातियाँ}}
| |
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| {आदिम समाजों में प्रचलित उपहार की प्रथा को क्या कहा जाता है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-752,प्रश्न-42
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| |type="()"}
| |
| +कुला प्रथा
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| -नगर भेंट देने की प्रथा
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| -नृत्य प्रथा
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| -अतिथि सत्कार
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| ||{{seealso|दहेज प्रथा|नाता प्रथा|डावरिया प्रथा}}
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| {"प्रत्येक व्यक्ति यह जानता है कि नगर क्या है, किंतु किसी ने भी संतोषजनक परिभाषा नहीं दी है?" यह कथन निम्न में से किसका है?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-34
| |
| |type="()"}
| |
| -डेविस
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| -सिम्स
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| -लम्ले
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| +बर्गेल
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| {[[हर्बर्ट स्पेंसर]] ने [[समाज]] का किस प्रकार का सिद्धांत प्रतिपादित किया? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-827,प्रश्न-23
| |
| |type="()"}
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| -प्रकार्यात्मक
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| -संघर्ष का सिद्धांत
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| +उद्विकासीय
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| -उपरोक्त में से कोई नहीं
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| {निम्न में से वे राज्य कौन-से हैं, जिसमें किसी भी समुदाय को अनुसूचित जनजाति घोषित नहीं किया गया है?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-232,प्रश्न-43
| |
| |type="()"}
| |
| -[[गोआ]], [[गुजरात]], [[उत्तर प्रदेश]]
| |
| -[[राजस्थान]], [[त्रिपुरा]], [[पश्चिम बंगाल]]
| |
| +[[केरल]], [[तमिलनाडु]], [[महाराष्ट्र]]
| |
| -[[हरियाणा]], [[पंजाब]], [[पांडिचेरी]]
| |
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| {निम्न में से किसने 'द ह्यूमन ग्रुप' नामक पुस्तक लिखी है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-294,प्रश्न-63
| |
| |type="()"}
| |
| +जी. सी. होमेन्स
| |
| -रॉबर्ट रेडफ़ील्ड
| |
| -सी. एच. कूले
| |
| -एल. एच. मीड़
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| ||{{seealso|थॉमस ग्रे|कार्ल मार्क्स|हरबर्ट स्पेन्सर}}
| |
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| {सामाजिक संरचना को "क्रिया की अविरल धारा" के रूप में किसने परिभाषित किया है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-409,प्रश्न-81
| |
| |type="()"}
| |
| -गिड्डेंस
| |
| +नाडेल
| |
| -सी. एच. कूले
| |
| -मार्टिण्डेल
| |
| ||{{seealso|थॉमस हिल ग्रीन|डेविड ह्यूम|प्लूटार्क}}
| |
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| {निम्नलिखित में से कौन-सा एक सिद्धांत इस दृष्टिकोण का समर्थन करता है कि "असमानता न केवल विशेषक्षेत्री होती है बल्कि जरूरी भी"? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-444,प्रश्न-36
| |
| |type="()"}
| |
| -संघर्ष
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| +प्रकार्यवादी
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| -भारतीय विद्या
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| -संरचनावादी
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| {अनुसूचित क्षेत्र की जनजातियों ने अपने बच्चों के लिए संवैधानिक अधिकारों के तहत विशेष देखभाल की। यह देखभाल की मांग किस अनुच्छेद के अंतर्गत की गई? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-501,प्रश्न-36
| |
| |type="()"}
| |
| -अनुच्छेद 21
| |
| +अनुच्छेद 46
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| -अनुच्छेद 52
| |
| -अनुच्छेद 73
| |
| ||{{seealso|भारत का संविधान}}
| |
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| {[[जनसंख्या]] में रेखा गणितीय प्रगति का अभिप्राय है- (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-549,प्रश्न-63
| |
| |type="()"}
| |
| +जीवन मापन के साधनों के अनुरूप [[जनसंख्या]] में वृद्धि
| |
| -जीवन यापन के साधनों में वृद्धि के साथ [[जनसंख्या]] में कमी
| |
| -नैतिक नियमनों द्वारा जनसंख्या वृद्धि में नियंत्रण
| |
| -साधनों के अनुरूप [[जनसंख्या]] की वृद्धि
| |
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| |
| {समुदाय का वर्गीकरण आदिम, पूर्व औद्योगिक और महानगरीय समुदाय के रूप में किसने किया? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-711,प्रश्न-36
| |
| |type="()"}
| |
| -सी.एच. कूले
| |
| +किंग्सले डेविस
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| -बोगार्डस
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| -कर्टिस और कोलमैन
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| |
| {कुला प्रथा में प्रयुक्त [[शंख]] के [[माला|हार]] को क्या कहा जाता है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-752,प्रश्न-43
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| |type="()"}
| |
| -इवाली
| |
| +सोलवां
| |
| -याम
| |
| -गिभवाली
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| ||{{seealso|नाता प्रथा|मौताना प्रथा|डाकन प्रथा}}
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| {"जहाँ मुख्य व्यवसाय [[कृषि]] है उसे [[गाँव]] तथा जहाँ [[कृषि]] के अतिरिक्त अन्य व्यवसाय प्रचलित है उसे नगर कहेंगे।" यह परिभाषा किसने दी है?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-35
| |
| |type="()"}
| |
| -एण्डरसन
| |
| -बर्गेल
| |
| -ईश्वरन
| |
| +विलफ़ॉक्स
| |
| ||{{seealso|थॉमस हिल ग्रीन|कार्ल मार्क्स|थॉमस अक्वाइनस}}
| |
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| |
| {ईमाइल दुर्खीम ने समाजशास्त्र की प्रकृति के बारे में क्या विचार दिया है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-827,प्रश्न-24
| |
| |type="()"}
| |
| +यह वैज्ञानिक पद्धति पर आधारित है
| |
| -यह एकल कला है
| |
| -यह [[विज्ञान]] एवं [[कला]] दोनों है
| |
| -यह दार्शनिक प्रकृति का है
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| {निम्नलिखित में कौन-सा एक जनजाति तथा जाति में अंतर करता है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-232,प्रश्न-44
| |
| |type="()"}
| |
| -सहपूर्वज से वंशानुक्रम को खोजना
| |
| -अतंर्विवाही नियमों का अनुपालन
| |
| +सामान्य क्षेत्र में जीवन-निर्वाह
| |
| -देहाती क्षेत्रों में जीवन-निर्वाह
| |
| ||{{seealso|भारत की जन जातियाँ|आदिम जातियाँ}}
| |
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| |
| {किसके अनुसार विश्व की समस्त प्रजातियाँ निम्न तीन भागों में बंटी हैं-(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-294,प्रश्न-64<br />
| |
| काकेसोयड, मंगोलाइड एवं नीग्रोयड
| |
| |type="()"}
| |
| -ए. एल. क्रोवर
| |
| -फ़्रेज बो आज
| |
| -ई. बी. टायलर
| |
| +एल. एच. मॉरगेन
| |
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| {"द ह्यूमन नेचर एण्ड सोशल ऑर्डर" पुस्तक के लेखक कौन हैं? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-409,प्रश्न-82
| |
| |type="()"}
| |
| -सी.एच. कूले
| |
| -[[हर्बर्ट स्पेन्सर]]
| |
| -के. डेविस
| |
| +जी. सिमल
| |
| ||{{seealso|थॉमस ग्रे|कार्ल मार्क्स|हरबर्ट स्पेन्सर}}
| |
|
| |
| {निम्नलिखित में से कौन एक जातियों के बीच संरचनात्मक दूरी बनाये रखने में सहायता करता है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-444,प्रश्न-37
| |
| |type="()"}
| |
| -आर्थिक प्रस्थिति
| |
| -राजनीतिक शक्ति
| |
| -भू-स्वामित्व
| |
| +शुचिता और [[प्रदूषण]]
| |
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| |
| {[[भारतीय संविधान]] का अनुच्छेद 164 जनजातीय कल्याण के पृथक मंत्रियों का प्रावधान करता है- (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-501,प्रश्न-37
| |
| |type="()"}
| |
| -[[राजस्थान]], [[केरल]] और [[नागालैण्ड]] में
| |
| -[[उड़ीसा]], [[बिहार]] और [[मेघालय]] में
| |
| +[[बिहार]], [[मध्य प्रदेश]] और [[उड़ीसा]] में
| |
| -[[मध्य प्रदेश]], [[आसाम]] और [[उड़ीसा]] में
| |
|
| |
| {[[जवाहरलाल नेहरू]] ने विशेष बल दिया है- (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-549,प्रश्न-64
| |
| |type="()"}
| |
| -परंपरात्मक संस्थाओं के पुनरुत्थान पर
| |
| +क्रांतिकारी परिवर्तन पर
| |
| -नियोजित विकास पर
| |
| -सामाजिक और धार्मिक सुधारों पर
| |
|
| |
| {जन्म के आधार पर प्राप्त प्रस्थिति को क्या कहते हैं? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-711,प्रश्न-37
| |
| |type="()"}
| |
| -अर्जित
| |
| +प्रदत्त
| |
| -उत्पन्न की हुई
| |
| -स्वघोषित
| |
|
| |
| {कुला प्रथा में एक व्यक्ति के दूसरे व्यक्ति के सम्पर्क का क्या साधन होता है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-752,प्रश्न-44
| |
| |type="()"}
| |
| -[[धर्म]]
| |
| -जादू
| |
| +[[शंख]] के [[आभूषण]]
| |
| -उपरोक्त सभी
| |
| ||{{seealso|दहेज प्रथा|दास प्रथा|पर्दा प्रथा}}
| |
|
| |
| {नेरल एण्डरसन ने नगरीय समुदायों की विशेषताओं में निम्नांकित में से किसे सम्मिलित नहीं किया? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-36
| |
| |type="()"}
| |
| -सांस्कृतिक आविष्कार
| |
| -लिखित उल्लेख
| |
| +व्यक्तिवादिता
| |
| -मुद्रा अर्थव्यवस्था
| |
|
| |
| {समाजशास्त्र के प्रकार्यात्मक परिप्रेक्ष्य के अंतर्गत [[समाज]] की व्याख्या की गई है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-827,प्रश्न-25
| |
| |type="()"}
| |
| +अंतसंबंधित इकाइयों की एक व्यवस्था के रूप में
| |
| -वर्ग संघर्ष के रूप में
| |
| -ऐतिहासिक प्रघटना के रूप में
| |
| -परिवर्तनशील इकाई के रूप में
| |
|
| |
| {जनजातीय जीवन में 'गोतुल' प्रतिनिधित्व करता है। (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-232,प्रश्न-45
| |
| |type="()"}
| |
| +युवा संगठन का
| |
| -परम्परावादी नेता का
| |
| -[[विवाह]] के स्वरूप का
| |
| -क्षेत्रीय [[देवता]] का
| |
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| |
| {[[जाति व्यवस्था]] की निम्न विशेषताओं में से कौन-सी विशेषता अभी भी महत्त्वपूर्ण है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-294,प्रश्न-65
| |
| |type="()"}
| |
| +कर्मकांडीय प्रचलन
| |
| -[[जाति]] के अंदर [[विवाह]]
| |
| -[[जजमानी प्रथा|जजमानी व्यवस्था]]
| |
| -जाति पंचायत
| |
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| {सामाजिक परिवर्तन है- (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-409,प्रश्न-83
| |
| |type="()"}
| |
| -फ़ैशन में परिवर्तन
| |
| -तकनीकि में परिवर्तन
| |
| +सामाजिक संगठन में परिवर्तन
| |
| -उपर्युक्त में से कोई नहीं
| |
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| |
| {निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सबसे अधिक सही है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-444,प्रश्न-39
| |
| |type="()"}
| |
| -सभी प्रकार का सामाजिक परिवर्तन सामाजिक उद्विकास है।
| |
| -विशेष प्रकार का सामाजिक परिवर्तन सामाजिक उद्विकास है।
| |
| +वह परिवर्तन जिससे प्रगति होती है, सामाजिक उद्विकास है।
| |
| -सामाजिक परिवर्तन और सामाजिक उद्विकास में कोई सम्बंध नहीं है।
| |
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| |
| {निम्नलिखित में से कौन-सी शब्दावली का किसी समूह के ही सदस्यों द्वारा अपनी ही सत्ता से शासित होने को वर्णित करने के लिए प्रयुक्त किया जाता है?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-501,प्रश्न-38
| |
| |type="()"}
| |
| -अंतर्हेतुज
| |
| -एकतंत्रीय
| |
| +आटोसिफैलस
| |
| -स्वायत्त
| |
|
| |
| {'बाल विवाह अधिनियम' कब पारित हुआ?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-196;प्रश्न-78
| |
| |type="()"}
| |
| +[[1961]]
| |
| -[[1964]]
| |
| -[[1933]]
| |
| -[[1949]]
| |
| ||{{seealso|बाल विवाह|विधवा विवाह|सती प्रथा}}
| |
|
| |
| {रेडफ़ील्ड और सिंगर के विचार में प्राथमिक नगरीकरण की प्रक्रिया को किसके विकास में विशेषीकृत किया जाता है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-711,प्रश्न-38
| |
| |type="()"}
| |
| +लोक परंपरा
| |
| -अभिजात परंपरा
| |
| -वृहद परंपरा
| |
| -लद्यु परंपरा
| |
|
| |
| {निम्नलिखित में से किसका नाम विनियम से संबंधित नहीं है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-752,प्रश्न-45
| |
| |type="()"}
| |
| -होमंस
| |
| +कोन्न
| |
| -ब्लाऊ
| |
| -मॉस
| |
| ||{{seealso|कार्ल मार्क्स|थॉमस अक्वाइनस|हरबर्ट स्पेन्सर}}
| |
|
| |
| {"नगर जगत मित्र होता है जबकि [[गाँव]] राष्ट्रवादी और स्वदेशाभिमानी होता है।" यह कथन किसका है?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-37
| |
| |type="()"}
| |
| -मैकाइवर
| |
| -डेविकस
| |
| +रॉस
| |
| -गिलिन एवं गिलिन
| |
|
| |
| {[[समाज]] बनता है- (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-827,प्रश्न-26
| |
| |type="()"}
| |
| -व्यक्तियों से
| |
| +व्यक्तियों के बीच संबंधों से
| |
| -सामाजिक संस्थाओं से
| |
| -उपरोक्त में से कोई नहीं
| |
|
| |
| {'प्राच्य स्वेच्छाचारी शासन' मुख्यत: सम्बन्धित है-(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-232,प्रश्न-46
| |
| |type="()"}
| |
| -प्राच्य-शासक के वैयक्तिक गुणों से
| |
| -क़ानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेना के प्रयोग से
| |
| -[[कच्चा माल|कच्चे माल]] के ऊपर नियंत्रण से
| |
| +जल संसाधनों के ऊपर नियंत्रण से
| |
|
| |
| {निम्न में से किसने [[जाति]] के प्रजातीय तत्वों को महत्त्व दिया है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-294,प्रश्न-66
| |
| |type="()"}
| |
| -आर. रेडफ़ील्ड
| |
| -एस. सी. दुबे
| |
| +जी. एच. हट्टन
| |
| -एच. एस. रिजले
| |
| ||{{seealso|थॉमस हिल ग्रीन|डेविड ह्यूम|प्लूटार्क}}
| |
|
| |
|
| |
|
| |
| {समाजशास्त्र एक [[विज्ञान]] है, क्योंकि वह [[समाज]] का अध्ययन करता है- (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-409,प्रश्न-84
| |
| |type="()"}
| |
| -वैज्ञानिक पद्धति से
| |
| +वैज्ञानिक दृष्टिकोण से
| |
| -सामाजिक दृष्टिकोण से
| |
| -उपरोक्त में से कोई नहीं
| |
|
| |
| {सामाजिक परिवर्तन में आर्थिक निर्णायकवाद की अवधारणा किस विचारक के साथ जुड़ी है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-444,प्रश्न-40
| |
| |type="()"}
| |
| -[[एडम स्मिथ]]
| |
| -मार्शल
| |
| -गुन्नार मिर्डाल
| |
| +[[कार्ल मार्क्स]]
| |
| ||{{seealso|थॉमस ग्रे|हरबर्ट स्पेन्सर}}
| |
|
| |
| {जब किसी [[समाज]] में आदर्श व्यवस्था और अस्तित्ववादी व्यवस्था के बीच संगति हो तो इसे जाना जाता है- (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-501,प्रश्न-39
| |
| |type="()"}
| |
| -सजातीय व्यवस्था के रूप में
| |
| -सुसंगत व्यवस्था के रूप में
| |
| -समजातीय व्यवस्था के रूप में
| |
| +एककालिक व्यवस्था के रूप में
| |
|
| |
| {निम्न में कौन-सा क़ानून है- (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-549,प्रश्न-66
| |
| |type="()"}
| |
| -[[विवाह]] के नियम
| |
| +अंतर जातीय संबंधों के बारे में प्रतिबंध
| |
| -पर्दा पालन
| |
| -संपत्ति का पैतृक हस्तांतरण
| |
|
| |
| {व्यक्ति की भूमिका परिलक्षित होती है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-195;प्रश्न-53
| |
| |type="()"}
| |
| -उस कार्य में जिसे वह करता है
| |
| +उससे की गई उचित प्रत्याशाओं के समुच्चय में
| |
| -उसके गुणों में
| |
| -उसके सामाजिक व्यवहार में
| |
|
| |
| {निजी सम्पत्ति के अस्तित्व का निम्न में से कौन-सा कारण है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-752,प्रश्न-46
| |
| |type="()"}
| |
| -असमानता
| |
| -मानव मूल्यों की बर्बादी
| |
| -भौतिकवाद
| |
| +निजी सम्पत्ति की अपनी विशेषताएं भी हैं
| |
|
| |
| {"एक राजवंश के बाद दूसरा राजवंश ख़त्म होता गया, क्रांति के बाद क्रांति होती गयी, परंतु ग्रामीण समुदाय वैसे के वैसे ही हैं।" यह कथन किसका है?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-38
| |
| |type="()"}
| |
| -डॉ. दुबे
| |
| -एस. आर. देसाई
| |
| -रॉस
| |
| +नजमुल करीम
| |
| ||{{seealso|अरस्तू|कार्ल मार्क्स|प्लेटो|प्लूटार्क}}
| |
|
| |
| {'मानव समाज' (ह्यूमैन सोसाइटी) पुस्तक के लेखक कौन हैं? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-827,प्रश्न-27
| |
| |type="()"}
| |
| -मैकाइवर
| |
| +के. डेविस
| |
| -रॉबर्ट वियस्टेर्ड
| |
| -टी. पारसंस
| |
|
| |
| {आधुनिक औद्योगिक व्यवस्था के अध्ययन में मानव सम्बन्ध अभिगमन का केन्द्र बिन्दु क्या है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-232,प्रश्न-48
| |
| |type="()"}
| |
| +श्रमिकों का मनोबल
| |
| -लाभ कमाना
| |
| -प्रबंध के हित
| |
| -संघ की शिकायतों का समाधान
| |
|
| |
| {जनजाति का वर्णन निम्न में से किस अनुच्छेद में किया गया है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-196;प्रश्न-74
| |
| |type="()"}
| |
| -अनुच्छेद 217
| |
| -अनुच्छेद 256
| |
| +अनुच्छेद 341
| |
| -अनुच्छेद 317
| |
| ||{{seealso|भारत का संविधान|भारत का संविधान- अनुसूचियाँ}}
| |
|
| |
|
| |
|
| |
| {'सोसायटी' नामक पुस्तक के लेखक कौन हैं?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-409,प्रश्न-85
| |
| |type="()"}
| |
| +मैकाइवर एवं पेज
| |
| -किंग्सले डेविस
| |
| -एलेक्स इंकल्स
| |
| -गिलिन एवं गिलिन
| |
| ||{{seealso|थॉमस हिल ग्रीन|थॉमस अक्वाइनस|डेविड ह्यूम}}
| |
|
| |
| {नौकरशाही एवं मैनेजमेंट सम्बंधों का अभ्युदय किस प्रकार के [[समाज]] में हुआ है?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-444,प्रश्न-41
| |
| |type="()"}
| |
| -परंपरागत
| |
| -धार्मिक
| |
| -पूर्व औद्योगिक
| |
| +औद्योगिक
| |
|
| |
| {रेल्फ लिंटन ने सांस्कृतिक मदों को कूटबद्ध किया है- (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-501,प्रश्न-40
| |
| |type="()"}
| |
| -तत्वों तथा कथ्यों में
| |
| -तत्वों, संरचनाओं तथा प्रकार्यों में
| |
| +सार्वभौमों, विकल्पों तथा विशिष्टताओं में
| |
| -अभिसारी एकरूपताओं में
| |
|
| |
| {अनौपचारिक सामाजिक नियंत्रण अधिक संभव है-(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-549,प्रश्न-67
| |
| |type="()"}
| |
| -विद्यालय में
| |
| +पड़ोस में
| |
| -नातेदारी-समूह में
| |
| -[[परिवार]] में
| |
|
| |
| {अपने समूह की संस्कृति को अस्वीकार करने की व्यक्ति की प्रवृत्ति को क्या कहा जाता है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-193;प्रश्न-30
| |
| |type="()"}
| |
| -अहं केंद्रवाद
| |
| -उद्धत राष्ट्रवाद
| |
| -धार्मिक कट्टरता
| |
| +विदेशी-केंद्रिकता
| |
|
| |
| {पूंजीवाद की कौन-सी विशेषता है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-753,प्रश्न-47
| |
| |type="()"}
| |
| -शोषण
| |
| -एकाधिकर
| |
| -बड़ी मात्रा में उत्पादन
| |
| +उपरोक्त सभी
| |
|
| |
| {"[[गाँव]] एवं नगर दोनों एक [[समाज]] हैं। इनमें से न तो कोई एक-दूसरे से अधिक प्राकृतिक है और न ही कृत्रिम।" यह कथन किसका है?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-39
| |
| |type="()"}
| |
| -प्रो. डेविस
| |
| -बोगार्डस
| |
| +मैकाइवर एवं पेज
| |
| -ऑगबर्न
| |
| ||{{seealso|थॉमस हिल ग्रीन|हरबर्ट स्पेन्सर|डेविड ह्यूम}}
| |
|
| |
| {एक नगर में रहने वाले लोगों को संबोधित करने के लिए कौन-सी अवधारणा का प्रयोग किया जाएगा? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-827,प्रश्न-28
| |
| |type="()"}
| |
| +समुदाय
| |
| -समिति
| |
| -[[समाज]]
| |
| -संस्था
| |
|
| |
| {कोई [[समाज]] जितना अधिक आर्थिक रूप से विकसित हो जाता है, उतना ही अधिक वह औद्योगिक देशों के अनुरूप बनता जाता है। इस स्थापना को निम्न रूप में संकल्पित किया गया है-(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-232,प्रश्न-49
| |
| |type="()"}
| |
| +सार्वभौमिकरण
| |
| -अभिसरण
| |
| -पश्चिमीकरण
| |
| -विसरण
| |
|
| |
| {'अस्पृश्यता अपराध अधिनियम' कब पारित हुआ था? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-294,प्रश्न-68
| |
| |type="()"}
| |
| -[[1935]]
| |
| -[[1948]]
| |
| +[[1951]]
| |
| -[[1955]]
| |
|
| |
|
| |
|
| |
| {"समाजशास्त्र [[समाज]] का सामान्य विज्ञान है।" यह परिभाषा किसने दी है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-409,प्रश्न-86
| |
| |type="()"}
| |
| -एच.एम. जॉनसन
| |
| +एलेक्स इंकल्स
| |
| -किंग्सले डेविस
| |
| -मार्शल जोंस
| |
| ||{{seealso|थॉमस हिल ग्रीन|हरबर्ट स्पेन्सर|थॉमस ग्रे}}
| |
|
| |
| {निम्नलिखित में से कौन [[उत्तरी भारत]] के पितृवंशीय [[हिन्दू]] परिवारों में ‘परिहास-सम्बंध’ के प्रतिरूप में शामिल है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-193;प्रश्न-29
| |
| |type="()"}
| |
| -व्यक्ति तथा उसके [[पिता]] के भाइयों के बीच
| |
| -व्यक्ति तथा उसकी सास के बीच
| |
| +व्यक्ति तथा उसकी भाभी के बीच
| |
| -व्यक्ति तथा उसकी अनुज वधू के बीच
| |
| ||{{seealso|परिवार|संयुक्त परिवार}}
| |
|
| |
| {निम्नलिखित में से कौन-सा प्रजातीय मिथक नहीं है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-502,प्रश्न-42
| |
| |type="()"}
| |
| -[[अफ्रीका]] के जंगल काले लोगों को उनके [[संगीत]] में प्राकृतिक भाव पैदा करने में सहायक होते हैं।
| |
| -यहूदियों का मरूभूमीय जीवन उनमें चित्त के लिए सभी गुण प्रदान करता है।
| |
| +सामाजिक पर्यावरण विभिन्न प्रजातीय समूहों की बुद्धि पर्याप्त रूप से प्रभावित करता है।
| |
| -काले लोग श्वेत लोगों से अधिक इंद्रियनिष्ठ होते हैं।
| |
|
| |
| {'इंडियन विलेज' नामक पुस्तक किसने लिखी है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-549,प्रश्न-68
| |
| |type="()"}
| |
| -एस. डी. दुबे
| |
| -एम.एन. श्रीनिवास
| |
| -डी. एन. मजूमदार
| |
| +मैल्किम मैरियट
| |
|
| |
| {इनमें से किस दल का नेतृत्व मध्यम वर्ग करता है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-712,प्रश्न-43
| |
| |type="()"}
| |
| -सत्ताधारी दल
| |
| -दक्षिण पंथी
| |
| -वाम पंथी
| |
| +उपर्युक्त सभी
| |
|
| |
| {किस अर्थव्यवस्था में बड़े पैमाने पर उत्पादन उपयोग पाया जाता है?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-753,प्रश्न-48
| |
| |type="()"}
| |
| +[[आदिम जातियाँ|आदिम जातियों]] में
| |
| -पूंजीवादी समाज में
| |
| -सामंतवादी समाज में
| |
| -आधुनिक समाज में
| |
|
| |
| {औद्योगिक विकास ने शहरी विकास की दृष्टि में बहुत योगदान दिया है। निम्न में से कौन इस बात की पुष्टि करता है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-40
| |
| |type="()"}
| |
| -जनसंख्या का केन्द्रीकरण
| |
| -कामों का विशेषीकरण
| |
| -[[कृषि]] विहीन व्यवसायों की बड़ी संख्या
| |
| +उपर्युक्त सभी
| |
|
| |
| {संस्थाओं को संपोषित करने के लिए विशिष्ट समितियों की आवश्यकता होती है, यह तथ्य महत्ता रखता है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-193;प्रश्न-26
| |
| |type="()"}
| |
| -केवल जटिल समाजों के लिए
| |
| -केवल [[धर्म]] की संस्थाओं के लिए
| |
| -समितियों के आकार निर्धारित करने के लिए
| |
| +संस्थाओं तथा अन्य प्रतिमानों के बीच मूल अंतर को समझने के लिए
| |
|
| |
| {विसम्बन्धन घटित होने की तब सबसे अधिक संभावना है, जब एक व्यक्ति है- (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-232,प्रश्न-50
| |
| |type="()"}
| |
| -बैंक क्लर्क
| |
| -भूमिरहित मज़दूर
| |
| +बुनकर
| |
| -समनुक्रम श्रमिक
| |
|
| |
| {अनुसूचित जाति की अभिव्यक्ति को मानकीकृत किया गया है-(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-294,प्रश्न-69
| |
| |type="()"}
| |
| +[[भारत का संविधान- राज्य के नीति निर्देशक तत्व|राज्य के नीति निदेशक सिद्धांतों]] में
| |
| -[[भारत का संविधान|भारत के संविधान]] में
| |
| -भारत सरकार अधिनियम, [[1935]] में
| |
| -इनमें से कोई नहीं
| |
| ||{{seealso|भारत का संविधान}}
| |
|
| |
|
| |
|
| |
|
| |
| {[[जाति व्यवस्था]] किस [[समाज]] की विशेषता है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-409,प्रश्न-87
| |
| |type="()"}
| |
| +[[भारत|भारतीय]]
| |
| -[[यूरोप|यूरोपीय]]
| |
| -[[पाकिस्तान|पाकिस्तानी]]
| |
| -उपर्युक्त सभी
| |
| ||{{seealso|भारत की जन जातियाँ}}
| |
|
| |
| {आधुनिक समाज में यदि एक किसान का [[पुत्र]] एक शहर में कुशल कारखाना श्रमिक हो जाता है तो यह किसका उदाहरण है?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-444,प्रश्न-43
| |
| |type="()"}
| |
| -क्षैत्रिज गतिशीलता
| |
| +उर्ध्वमुखी गतिशीलता
| |
| -अधोमुखी गतिशीलता
| |
| -भौगोलिक गतिशीलता
| |
|
| |
| {एक व्यक्ति के लिए उसका दत्तक पुत्र है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-192;प्रश्न-25
| |
| |type="()"}
| |
| -एक वैवाहिक स्वजन
| |
| -एक समरक्त स्वजन
| |
| -वैवाहिक तथा समरक्त स्वजन
| |
| +न तो वैवाहिक स्वजन और न ही समरक्त स्वजन
| |
|
| |
| {भारतीय [[गाँव]] को अविभेदीय, स्थिर और परिवर्तन रहित इकाई की संज्ञा किसने दी? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-549,प्रश्न-69
| |
| |type="()"}
| |
| +मैन
| |
| -[[कार्ल मार्क्स]]
| |
| -मुनर्प
| |
| -मेटकॉफ
| |
|
| |
| {विकासशील देशों में मध्यम वर्ग द्वारा वैधानिक प्रक्रिया के फलस्वरूप निम्न में से क्या प्राप्त नहीं किया जा सकता?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-712,प्रश्न-44
| |
| |type="()"}
| |
| -राजनीतिक लक्ष्य
| |
| -आर्थिक लक्ष्य
| |
| +शैक्षणिक लक्ष्य
| |
| -उपर्युक्त सभी
| |
|
| |
| {जटिल समाज में वह कौन-सा मूर्त संगठन है, जिसका संबंध प्रत्यक्ष रूप से समग्र समाज के लक्ष्यों से होता है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-753,प्रश्न-49
| |
| |type="()"}
| |
| -व्यक्ति
| |
| -राजनैतिक संस्थाएं
| |
| -संस्थाएं
| |
| +सरकार
| |
|
| |
| {जिन नगरों में [[अकाल]], बीमारी व युद्ध का बोलबाला होता है और नागरिक जीवन ख़तरे में होता है, उसे ममफ़ोर्ड निम्न में से क्या कहते हैं? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-41
| |
| |type="()"}
| |
| -मैगलोपोलिस
| |
| -टायरेनोपोलिस
| |
| +नेक्रिपोलिस
| |
| -इओपोलिस
| |
|
| |
| {किन कारणों से आधुनिक समाज के कुछ पारंपरिक कार्यों में परिवर्तन हो रहे हैं? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-827,प्रश्न-32
| |
| |type="()"}
| |
| -औद्योगिकरण
| |
| -[[नगरीकरण]]
| |
| -सामाजिक विज्ञान
| |
| +उपर्युक्त सभी
| |
|
| |
| {[[भारत]] में समाजशास्त्र के जनक का नाम क्या था? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-232,प्रश्न-51
| |
| |type="()"}
| |
| +[[राधाकमल मुखर्जी]]
| |
| -आई. पी. देसाई
| |
| -एम. एन. श्रीवास्तव
| |
| -[[दामोदर धर्मानंद कोसांबी]]
| |
|
| |
| {'जाति निर्योग्यता अधिनियम' कब पारित किया गया था?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-294,प्रश्न-70
| |
| |type="()"}
| |
| -[[1930]]
| |
| -[[1935]]
| |
| +[[1940]]
| |
| -[[1948]]
| |
|
| |
|
| |
|
| |
| {'मूल्य' की परिभाषा निम्नलिखित में से किसने दी? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-409,प्रश्न-88
| |
| |type="()"}
| |
| -जॉनसन
| |
| -बर्गल
| |
| -दुर्खीम
| |
| +[[राधाकमल मुखर्जी]]
| |
|
| |
| {"वर्ण व्यवस्था एक व्यवस्था है तथा [[जाति व्यवस्था]] एक वर्गात्मक योजना।" यह कथन किसका है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-444,प्रश्न-46
| |
| |type="()"}
| |
| -मैककिम मैरियट
| |
| -मिल्टन सिंगर
| |
| +आन्द्रे बेताई
| |
| -दीपांकर गुप्ता
| |
|
| |
| {सांस्कृतिक मदों को दूसरी सांस्कृतियों से स्वीकार करने की प्रक्रिया को कहते हैं-(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-502,प्रश्न-45
| |
| |type="()"}
| |
| +परसंस्कृति ग्रहण
| |
| -समाजीकरण
| |
| -संस्कृति ग्रहण
| |
| -अधिग्रहण
| |
|
| |
| {"ग्राम पंचायतें लद्यु गणतंत्र थीं।" यह मत किसने दिया है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-549,प्रश्न-70
| |
| |type="()"}
| |
| +[[महात्मा गाँधी]]
| |
| -[[जवाहरलाल नेहरू]]
| |
| -[[जयप्रकाश नारायण]]
| |
| -[[विनोबा भावे]]
| |
|
| |
| {ऐतिहासिक दृष्टि से सामाजिक परिवर्तन की प्रक्रिया को सूत्रपात करने में किस वर्ग की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-712,प्रश्न-45
| |
| |type="()"}
| |
| +मध्यम वर्ग
| |
| -निम्न वर्ग
| |
| -उच्च वर्ग
| |
| -इनमें से कोई नहीं
| |
|
| |
| {[[कार्ल मार्क्स]] द्वारा युग विभाजन में शामिल है- (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-753,प्रश्न-50
| |
| |type="()"}
| |
| -अधुतानतन साम्यवादी युग
| |
| -आर्थिक युग
| |
| -पूंजीवादी
| |
| +दास युग
| |
|
| |
| {'मॉडर्न सोसायटी' नामक पुस्तक के लेखक निम्न में से कौन हैं? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-779,प्रश्न-44
| |
| |type="()"}
| |
| -सोरोकिन
| |
| -बोगार्डस
| |
| +बीसेंज एवं बीसेंज
| |
| -मजमुल करीम
| |
|
| |
| {वर्तमान भारतीय समाज में निम्नांकित में से [[परिवार]] के कौन-से प्रकार प्रचलन में हैं? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-827,प्रश्न-33
| |
| |type="()"}
| |
| -[[बहुभार्यता विवाह|बहुपत्नी विवाह]] परिवार
| |
| -[[बहुभर्तृता विवाह|बहुपति विवाह]] परिवार
| |
| -मातृ सत्तात्मक परिवार
| |
| +उपर्युक्त सभी
| |
|
| |
| {[[भारत]] में समाजशास्त्र का सर्वप्रथम अध्यापन कहाँ प्रारम्भ हुआ?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-232,प्रश्न-52
| |
| |type="()"}
| |
| +[[बंबई]]
| |
| -[[मद्रास]]
| |
| -[[दिल्ली]]
| |
| -[[कलकत्ता]]
| |
|
| |
| {सामाजिक वर्ग है एक- (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-294,प्रश्न-71
| |
| |type="()"}
| |
| -श्रेणी
| |
| -सामाजिक समूह
| |
| -द्वितीयक समूह
| |
| +औसत
| |
|
| |
|
| |
|
| |
| {[[संस्कृति]] का अभिप्राय है- (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-409,प्रश्न-89
| |
| |type="()"}
| |
| -जीवन के भौतिक पहलुओं से
| |
| +सामाजिक जीवन के विचारात्मक पहलुओं से
| |
| -सामाजिक और सांस्कृतिक सुधारों से
| |
| -तौर-तरीकों और शिष्टाचार से
| |
|
| |
| {निम्नलिखित किस जाति में से [[पिता]] की सम्पत्ति सभी पुत्रों को विरासत में नहीं मिलती थी? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-192;प्रश्न-24
| |
| |type="()"}
| |
| -नायर
| |
| -काडार
| |
| +नम्बूदरी
| |
| -नाडार
| |
|
| |
| {निम्नलिखित युग्मों में से कौन एक समरक्त स्वजनों का दृष्टांत नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-192;प्रश्न-23
| |
| |type="()"}
| |
| -भ्राता-भगिनी
| |
| -[[पिता]]-पुत्र
| |
| +पति-पत्नी
| |
| -[[माता]]-पुत्री
| |
|
| |
| {[[ग्राम]] नगर कड़ी का अभिप्राय है- (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-549,प्रश्न-71
| |
| |type="()"}
| |
| +[[ग्राम]] नगर संबंधों में समरूपता
| |
| -दोनों में संबंधों की असमरूपता
| |
| -[[ग्राम]] पर नगर का प्रभुत्व
| |
| -दोनों में असमस्थ संबंध
| |
|
| |
| {समाजीकरण की प्रक्रिया में सर्वाधिक योगदान किसका होता है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-234;प्रश्न-99
| |
| |type="()"}
| |
| -शिक्षक
| |
| -विद्यालय
| |
| -समुदाय
| |
| +[[परिवार]]
| |
|
| |
| {मध्यम वर्ग सिद्धांत को मार्क्सवादी रूपरेखा के अंतर्गत निम्नांकित में से किसने प्रतिपादित किया है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-753,प्रश्न-52
| |
| |type="()"}
| |
| -कॉलिंस
| |
| -कोज़र
| |
| +डेहरनडॉर्फ़
| |
| -एंजिल्स
| |
| ||{{seealso|थॉमस हिल ग्रीन|कार्ल मार्क्स|हरबर्ट स्पेन्सर}}
| |
|
| |
| {'[[भूदान आन्दोलन]]' निम्न में से किसने चलाया था? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-779,प्रश्न-45
| |
| |type="()"}
| |
| -[[महात्मा गाँधी]]
| |
| +[[विनोबा भावे]]
| |
| -[[सुन्दरलाल बहुगुणा]]
| |
| -महेन्द्र सिंह टिकैत
| |
|
| |
| {[[हिन्दू विवाह]] के प्रकार कितने हैं? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-827,प्रश्न-34
| |
| |type="()"}
| |
| -केवल एक
| |
| -चार
| |
| +आठ
| |
| -दस
| |
| ||{{seealso|अंतर्विवाह|बहिर्विवाह|प्रतिलोम विवाह|अनुलोम विवाह}}
| |
|
| |
| {'कास्ट एण्ड क्लास इन इंडिया' पुस्तक के लेखक का नाम है- (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-232,प्रश्न-53
| |
| |type="()"}
| |
| -इरावती कर्वे
| |
| +आई. पी. देसाई
| |
| -जी. एस. धुरिए
| |
| -डी. एन. मजूमदार
| |
|
| |
| {निम्न में से बताइए कि वर्ग संरचना सर्वप्रथम कब विकसित हुई? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-295,प्रश्न-72
| |
| |type="()"}
| |
| -आदिम समाज से
| |
| -जनजातीय समाज से
| |
| +कृषक समाज से
| |
| -औद्योगिक समाज से
| |
| </quiz> | | </quiz> |
| |} | | |} |
| |} | | |} |