"पहेली 9 जनवरी 2018": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
('{| class="bharattable-green" width="100%" |- | right|120px <quiz display=simple> {किसने...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
No edit summary |
||
(इसी सदस्य द्वारा किए गए बीच के 3 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 3: | पंक्ति 3: | ||
| [[चित्र:Paheli-logo.png|right|120px]] | | [[चित्र:Paheli-logo.png|right|120px]] | ||
<quiz display=simple> | <quiz display=simple> | ||
{ | {'चिपको आंदोलन' के कारण कौन विश्वभर में '''वृक्षमित्र''' के नाम से प्रसिद्ध हुए। | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[ | -[[अनुपम मिश्र]] | ||
-[[ | -[[विनोबा भावे]] | ||
+[[ | +[[सुन्दरलाल बहुगुणा]] | ||
-[[ | -[[कैप्टन अवधेश प्रताप सिंह]] | ||
||[[चित्र: | ||[[चित्र:Sunderlal-Bahuguna.jpg|right|100px|border|सुन्दरलाल बहुगुणा]]'सुन्दरलाल बहुगुणा' प्रसिद्ध पर्यावरणविद् और '[[चिपको आंदोलन]]' के प्रमुख नेता थे। उनका जन्म देवों की भूमि [[उत्तराखंड]] के सिलयारा नामक स्थान पर हुआ था। अपनी पत्नी श्रीमती विमला नौटियाल के सहयोग से [[सुन्दरलाल बहुगुणा]] ने सिलयारा में 'पर्वतीय नवजीवन मण्डल' की स्थापना की थी। [[1949]] में [[मीराबेन]] व [[ठक्कर बाप्पा]] के सम्पर्क में आने के बाद वे दलित वर्ग के विद्यार्थियों के उत्थान के लिए प्रयासरत हो गए तथा उनके लिए [[टिहरी गढ़वाल|टिहरी]] में 'ठक्कर बाप्पा होस्टल' की स्थापना भी की। दलितों को मंदिर प्रवेश का अधिकार दिलाने के लिए सुन्दरलाल बहुगुणा ने आन्दोलन भी छेड़ा। '[[चिपको आंदोलन]]' के कारण वे विश्वभर में '''वृक्षमित्र''' के नाम से प्रसिद्ध हो गए थे। उन्हें सन [[1984]] के 'राष्ट्रीय एकता पुरस्कार' से सम्मानित किया गया था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सुन्दरलाल बहुगुणा]] | ||
</quiz> | </quiz> | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
{{पहेली क्रम |पिछली=[[पहेली | {{पहेली क्रम |पिछली=[[पहेली 8 जनवरी 2018]]|अगली=[[पहेली 10 जनवरी 2018]]}} | ||
<br /> | <br /> | ||
{{सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी}} | {{सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी}} |
09:57, 9 जनवरी 2018 के समय का अवतरण
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
राज्यों के सामान्य ज्ञान
|