"विद्युत प्रकाशिकी प्रणाली प्रयोगशाला (लियोस)": अवतरणों में अंतर
(''''विद्युत प्रकाशिकी प्रणाली प्रयोगशाला''' उपग्रहों त...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replacement - "आर्यभट्ट" to "आर्यभट") |
||
(एक दूसरे सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
'''विद्युत प्रकाशिकी प्रणाली प्रयोगशाला''' उपग्रहों तथा प्रमोचन यानों के लिए विद्युत-प्रकाशिकी संवेदकों तथा कैमरा प्रकाशिकी की अभिकल्पना, विकास और उत्पादन में कार्यरत है। संवेदकों में तारा सूचक, भू संवेदक, सौर संवेदक और इलैक्ट्रॉनिक प्रक्रमण सम्मिलित है। | '''विद्युत प्रकाशिकी प्रणाली प्रयोगशाला''' उपग्रहों तथा प्रमोचन यानों के लिए विद्युत-प्रकाशिकी संवेदकों तथा कैमरा प्रकाशिकी की अभिकल्पना, विकास और उत्पादन में कार्यरत है। संवेदकों में तारा सूचक, भू संवेदक, सौर संवेदक और इलैक्ट्रॉनिक प्रक्रमण सम्मिलित है। | ||
{{tocright}} | |||
==प्रकाशिक प्रणालियाँ== | ==प्रकाशिक प्रणालियाँ== | ||
विद्युत प्रकाशिकी प्रणालियों में शामिल हैं- सुदूर संवेदन और मौसम विज्ञानीय नीतभारों के लिए, परावर्ती और अपवर्तन दोनों प्रकाशिकी। लियोस द्वारा आंतरिक प्रयोग के लिए विकसित अन्य प्रकाशिकी अवयवों में सम्मिलित हैं, तारा संवेदक के लिए प्रकाशिकी, लूनार लेज़र रेंजिंग उपकरण (एल.एल.आर.आई.) के लिए प्रकाशिकी, सूर्य संवेदकों के लिए प्रकाशिकी आवरण, प्रकाशिकी फ़िल्टर और कोडक। | विद्युत प्रकाशिकी प्रणालियों में शामिल हैं- सुदूर संवेदन और मौसम विज्ञानीय नीतभारों के लिए, परावर्ती और अपवर्तन दोनों प्रकाशिकी। लियोस द्वारा आंतरिक प्रयोग के लिए विकसित अन्य प्रकाशिकी अवयवों में सम्मिलित हैं, तारा संवेदक के लिए प्रकाशिकी, लूनार लेज़र रेंजिंग उपकरण (एल.एल.आर.आई.) के लिए प्रकाशिकी, सूर्य संवेदकों के लिए प्रकाशिकी आवरण, प्रकाशिकी फ़िल्टर और कोडक। | ||
==नई प्रौद्योगिकी का विकास== | ==नई प्रौद्योगिकी का विकास== | ||
लियोस वर्तमान भावी उपग्रहों के लिए नई प्रौद्योगिकी विकसित करने में सक्रिय रूप से लगा हुआ है। इसमें सम्मिलित है- सक्रिय चित्रांश संवेदी तारा सूचक, आवेश युग्मी उपकरण (सी.सी.डी.) आधारित तारा सूचक, तंतु प्रकाशिकी जायरो, प्रकाशिकी अंतर उपग्रह लिंक, अति विभेदी कैमरा प्रकाशिकी, एम.ई.एम.एस. उपकरण (चुम्बकत्वमापी और त्वरणमापी आदि)। लियोस पीन्या औद्योगिक एस्टेट, बेंगलूर में स्थित है, जहाँ [[1975]] में [[भारत]] के प्रथम उपग्रह [[ | लियोस वर्तमान भावी उपग्रहों के लिए नई प्रौद्योगिकी विकसित करने में सक्रिय रूप से लगा हुआ है। इसमें सम्मिलित है- सक्रिय चित्रांश संवेदी तारा सूचक, आवेश युग्मी उपकरण (सी.सी.डी.) आधारित तारा सूचक, तंतु प्रकाशिकी जायरो, प्रकाशिकी अंतर उपग्रह लिंक, अति विभेदी कैमरा प्रकाशिकी, एम.ई.एम.एस. उपकरण (चुम्बकत्वमापी और त्वरणमापी आदि)। लियोस पीन्या औद्योगिक एस्टेट, बेंगलूर में स्थित है, जहाँ [[1975]] में [[भारत]] के प्रथम उपग्रह [[आर्यभट उपग्रह|आर्यभट]] का निर्माण किया गया था। | ||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
पंक्ति 12: | पंक्ति 13: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{इसरो केन्द्र}} | {{इसरो केन्द्र}} | ||
[[Category:भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन]] | [[Category:भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन]][[Category:भारत सरकार के संस्थान]][[Category:अंतरिक्ष विज्ञान]][[Category:विज्ञान कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
08:35, 15 मार्च 2018 के समय का अवतरण
विद्युत प्रकाशिकी प्रणाली प्रयोगशाला उपग्रहों तथा प्रमोचन यानों के लिए विद्युत-प्रकाशिकी संवेदकों तथा कैमरा प्रकाशिकी की अभिकल्पना, विकास और उत्पादन में कार्यरत है। संवेदकों में तारा सूचक, भू संवेदक, सौर संवेदक और इलैक्ट्रॉनिक प्रक्रमण सम्मिलित है।
प्रकाशिक प्रणालियाँ
विद्युत प्रकाशिकी प्रणालियों में शामिल हैं- सुदूर संवेदन और मौसम विज्ञानीय नीतभारों के लिए, परावर्ती और अपवर्तन दोनों प्रकाशिकी। लियोस द्वारा आंतरिक प्रयोग के लिए विकसित अन्य प्रकाशिकी अवयवों में सम्मिलित हैं, तारा संवेदक के लिए प्रकाशिकी, लूनार लेज़र रेंजिंग उपकरण (एल.एल.आर.आई.) के लिए प्रकाशिकी, सूर्य संवेदकों के लिए प्रकाशिकी आवरण, प्रकाशिकी फ़िल्टर और कोडक।
नई प्रौद्योगिकी का विकास
लियोस वर्तमान भावी उपग्रहों के लिए नई प्रौद्योगिकी विकसित करने में सक्रिय रूप से लगा हुआ है। इसमें सम्मिलित है- सक्रिय चित्रांश संवेदी तारा सूचक, आवेश युग्मी उपकरण (सी.सी.डी.) आधारित तारा सूचक, तंतु प्रकाशिकी जायरो, प्रकाशिकी अंतर उपग्रह लिंक, अति विभेदी कैमरा प्रकाशिकी, एम.ई.एम.एस. उपकरण (चुम्बकत्वमापी और त्वरणमापी आदि)। लियोस पीन्या औद्योगिक एस्टेट, बेंगलूर में स्थित है, जहाँ 1975 में भारत के प्रथम उपग्रह आर्यभट का निर्माण किया गया था।
|
|
|
|
|