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| <quiz display=simple> | | <quiz display=simple> |
| {[[छत्तीसगढ़]] के दक्षिण में कौन-सा राज्य स्थित है? | | {[[छत्तीसगढ़]] में [[विस्फोटक]] पदार्थों का कारख़ाना कहाँ स्थित है? |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| +[[आन्ध्र प्रदेश]]
| | -[[जगदलपुर]] |
| -[[महाराष्ट्र]] | | -[[राजनांदगाँव ज़िला|राजनांदगाँव]] |
| -[[उत्तर प्रदेश]]
| | +[[कोरबा ज़िला|कोरबा]] |
| -[[उड़ीसा]] | | -[[रायगढ़ ज़िला|रायगढ़]] |
| ||[[चित्र:Buddha-Statue-Hyderabad.jpg|right|100px|बुद्ध प्रतिमा, हैदराबाद]][[छत्तीसगढ़]] [[भारत]] का 26वाँ राज्य है। भारत में विशेषत: दो ऐसे क्षेत्र हैं, जिनका नाम विशेष कारणों से धीरे-धीरे बदल गया। पहला [[मगध]], जो [[बौद्ध]] विहारों के कारण '[[बिहार]]' बन गया और दूसरा दक्षिण [[कौशल]], जो छत्तीस गढ़ों को अपने में समाहित रखने के कारण 'छत्तीसगढ़' बन गया। सन 1854 ई. में [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] के आक्रमण के बाद इसका महत्त्व बढ़ गया। छत्तीसगढ़ पूर्व में दक्षिणी [[झारखण्ड]] और [[उड़ीसा]] से, पश्चिम में [[मध्य प्रदेश]] और [[महाराष्ट्र]] से, उत्तर में [[उत्तर प्रदेश]] और पश्चिमी झारखण्ड और दक्षिण में [[आंध्र प्रदेश]] से घिरा है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[छत्तीसगढ़]] | | ||[[छत्तीसगढ़]] में निजी उद्योगों में सीमेंट कारख़ाने, [[काग़ज़]], चीनी और [[कपड़ा (लेखन सामग्री)|कपड़ा]] (सूती, ऊनी, रेशम और [[जूट]]) मिलों के साथ-साथ आटा, तेल और आरा मिलें भी हैं। यहाँ पर सामान्य इंजीनियरिंग वस्तुओं के साथ-साथ रासायनिक खाद, कृत्रिम रेशे और रसायन उत्पादन की भी कुछ इकाइयाँ हैं। राज्य में विस्फोटक पदार्थों का कारख़ाना [[कोरबा ज़िला|कोरबा ज़िले]] में स्थित है, जहाँ कई प्रकार के ख़तरनाक विस्फोटक पदार्थों का निर्माण किया जाता है। राज्य की लघु उद्योग इकाइयों का अभी राष्ट्रीय परिदृश्य पर प्रभाव छोड़ना बाक़ी है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[छत्तीसगढ़]] |
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| {'राजीव गाँधी किसान मिलान योजना' का सम्बन्ध किस क्षेत्र से है? | | {[[छत्तीसगढ़|छत्तीसगढ़ राज्य]] में स्थापित प्रथम सीमेन्ट फ़ैक्ट्री कौन-सी है? |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| -वृक्षारोपण | | -मादी सीमेन्ट फ़ैक्ट्री |
| -किसानों को ऋण देना | | -सेन्चुरी सीमेन्ट फ़ैक्ट्री |
| +फ़सल चक्र में परिवर्तन | | +जामुल सीमेन्ट फ़ैक्ट्री |
| -किसानों को मित्र बनाना | | -रेमण्ड सीमेन्ट फ़ैक्ट्री |
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| {[[चित्रकूट जलप्रपात]] से किस नदी का [[जल]] गिरता है? | | {[[लौह अयस्क]] की विश्व प्रसिद्ध खदान [[छत्तीसगढ़]] में कहाँ स्थित है? |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| +[[इन्द्रावती नदी]]
| | -बारसूर |
| -[[गोदावरी नदी]] | | -[[दन्तेवाड़ा ज़िला|दन्तेवाड़ा]] |
| -[[सबरी नदी]]
| | +बैलाडीला |
| -[[कोटरी नदी]] | | -कुटुम्बसर |
| ||[[चित्र:Chitrakote-Falls-Chhattisgarh.jpg|right|90px|चित्रकूट जलप्रपात]][[भारत]] के [[हृदय]] में स्थित [[छत्तीसगढ़]] में समृद्ध सांस्कृतिक पंरपरा और आकर्षक प्राकृतिक विविधता है। [[बस्तर ज़िला|बस्तर]] अपनी अनोखी सांस्कृतिक और भौगोलिक पहचान के साथ पर्यटकों को एक नई ताज़गी प्रदान करता है। [[चित्रकूट जलप्रपात]] जहाँ [[इंद्रावती नदी]] का [[जल]] 96 फुट की ऊंचाई से गिरता है, पर्यटकों को आकर्षित करने में समर्थ है। कांगेर नदी के सौ फुट की ऊँचाई से गिरने से बने तीरथगढ़ प्रपात नयनभिराम दृश्य उपस्थित करते हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[छत्तीसगढ़]] | | ||[[चित्र:Chhattisgarh-map.jpg|right|100px|छत्तीसगढ़ का मानचित्र]][[छत्तीसगढ़]] राज्य में कोयले का 2,690.8 करोड़ टन का भंडार है। [[स्वर्ण]] भंडार लगभग 38,05,000 किलो क्षमता का है। यहाँ [[भारत]] का सर्वोत्तम लौह अयस्क मिलता है, जिसका 19.7 करोड़ टन का भंडार है। बैलाडीला, [[बस्तर ज़िला|बस्तर]], [[दुर्ग छत्तीसगढ़|दुर्ग]] और [[जगदलपुर]] में [[लोहा]] मिलता है। बैलाडीला में सर्वाधिक लौह अयस्क निकाला जाता है। यहाँ से प्राप्त लोहा अच्छी किस्म और उच्च कोटि का होता है। भिलाई में [[भारत]] के बड़े इस्पात संयंत्रों में से एक स्थित है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[छत्तीसगढ़]] |
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| {स्वतंत्रता के उपरान्त [[छत्तीसगढ़]] में प्रारम्भ होने वाला रेल खण्ड कौन-सा है?
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| |type="()"}
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| -[[रायपुर]]
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| +[[बस्तर ज़िला|बस्तर]]
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| -[[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]]
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| -[[चांपा]]
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| {[[छत्तीसगढ़]] कितने वर्ष तक [[मध्य प्रदेश]] का अंग रहा?
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| |type="()"}
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| +44
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| -46
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| -42
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| -48
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| ||[[चित्र:Borandev-Temple-Chhattisgarh.jpg|right|120px|बोरानदेव मन्दिर, छत्तीसगढ़]][[मध्य प्रदेश]] से बना [[छत्तीसगढ़]] राज्य भारतीय संघ के 26वें राज्य के रूप में 1 नवंबर, 2000 को पूर्ण अस्तित्व में आया। इससे पूर्व छत्तीसगढ़ 44 वर्ष तक मध्य प्रदेश का एक अंग रहा था। प्राचीन काल में इस क्षेत्र को दक्षिण [[कोशल]] के नाम से जाना जाता था। इस क्षेत्र का उल्लेख [[रामायण]] और [[महाभारत]] में भी मिलता है। यहाँ के प्राचीन मन्दिर तथा उनके भग्नावशेष बताते हैं कि यहाँ [[वैष्णव]], [[शैव]], [[शाक्त]], और [[बौद्ध]] के साथ अनेक [[आर्य]] तथा अनार्य संस्कृतियों का समय-समय पर प्रभाव रहा है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[छत्तीसगढ़]]
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| {[[छत्तीसगढ़]] का प्रथम दैनिक समाचार पत्र कौन-सा है? | | {'कुम्हारी' ([[दुर्ग छत्तीसगढ़|दुर्ग]]) में रसायन उद्योग की स्थापना कब हुई? |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| -छत्तीसगढ़ी मित्र | | -सन [[1951]] |
| +महाकौशल | | +सन [[1961]] |
| -दैनिक भास्कर | | -सन [[1971]] |
| -देशबन्धु | | -सन [[1981]] |
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| {क्षेत्रफल की दृष्टि से [[छत्तीसगढ़]] का सबसे छोटा ज़िला कौन-सा है? | | {[[छत्तीसगढ़]] में '[[अमृतधारा जल प्रपात]]' किस नदी पर स्थित है। |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| -[[कोरिया ज़िला|कोरिया]]
| | +[[हसदो नदी]] |
| +[[कांकेर ज़िला|कांकेर]] | | -[[इन्द्रावती नदी]] |
| -[[कोरबा ज़िला|कोरबा]]
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| -[[कवर्धा ज़िला|कवर्धा]] | |
| ||[[चित्र:Chhattisgarh-map.jpg|right|100px|छत्तीसगढ़ का मानचित्र]][[छत्तीसगढ़]] राज्य में तीन सम्भाग व 16 ज़िले हैं। यह प्रदेश [[भारत]] के कुल क्षेत्रफल का 4.11% है। क्षेत्रेफल की दृष्टि से छत्तीसगढ़ का क्षेत्रफल कई राज्यों से अधिक है। क्षेत्रफल की दृष्टि से [[कांकेर ज़िला|कांकेर]] छत्तीसगढ़ का सबसे छोटा ज़िला है। छत्तीसगढ़ का क्षेत्रफल [[पंजाब]], [[हरियाणा]] एवं [[केरल]] इन तीनों राज्यों के योग से भी अधिक है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के सम्भाग [[बस्तर ज़िला|बस्तर]] का विस्तार [[केरल]] के क्षेत्रफल से बड़ा है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कांकेर ज़िला|कांकेर]]
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| {[[छत्तीसगढ़]] राज्य के प्रथम मुख्य न्यायाधीश कौन थे?
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| |type="()"}
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| +आर.सी. गर्ग
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| -टी.एन. वर्मा
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| -चन्द्रहास शर्मा
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| -एस.के. ढीढासा
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| {[[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]] किस नदी के पश्चिम में स्थित है?
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| |type="()"}
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| +[[अरपा नदी]]
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| -[[शिवनाथ नदी]] | | -[[शिवनाथ नदी]] |
| -[[मनियारी नदी]] | | -[[मनियारी नदी]] |
| -[[महानदी]]
| | ||[[चित्र:Amritdhara-Waterfall.jpg|right|120px|अमृतधारा जल प्रपात]]'अमृतधारा जल प्रपात' [[छत्तीसगढ़|छत्तीसगढ़ राज्य]] के [[कोरिया ज़िला|कोरिया ज़िले]] में स्थित है। सम्पूर्ण [[भारत]] में छत्तीसगढ़ के कोरिया को प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। इन्हीं में से एक '[[अमृतधारा जल प्रपात]]' है, जो कि [[हसदो नदी]] पर स्थित है। यह झरना मनेन्द्रगढ़-बैकुन्ठपुर सड़क पर है। इस प्रपात का [[जल]] 90 फीट की ऊंचाई से गिरता है। वह बिंदु जहाँ पानी गिरता है, वहाँ एक बड़ा ही प्यारा-सा बादल के जैसा माहौल चारों ओर बन जाता है, जिससे प्रपात की सुन्दरता में चार चाँद लग जाते हैं। अमृतधारा जल प्रपात भगवान [[शिव]] के एक बहुत ही शुभ मंदिर के लिए भी प्रसिद्ध है। इस जगह के आस-पास एक प्रसिद्ध मेला हर साल आयोजित किया जाता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[अमृतधारा जल प्रपात]] |
| ||[[चित्र:Arpa-River.jpg|right|120px|अरपा नदी]]बिलासपुर [[छत्तीसगढ़]] राज्य में मध्य [[भारत]] में [[अरपा नदी]] के पश्चिम में स्थित है। 18वीं शाताब्दी में [[मराठा|मराठों]] द्वारा अधिकार किये जाने से पहले [[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]], [[गोंडा ज़िला|गोंड]] राज्य की राजधानी था। इसके उत्तर में स्थित रतनपुर, छ्त्तीसगढ़ के [[हिन्दू]] राजवंश [[हैहय वंश|हैहय]] की प्राचीन राजधानी थी। इसके ध्वंसावशेष आठवीं शाताब्दी के हैं। बिलासपुर में 1867 में नगरपालिका गठित की गई थी। प्राचीन काल में यह मछियारों की छोटी-सी बस्ती मात्र था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]] | |
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| {पर्यटन स्थल मैनपाट किस प्राकृतिक स्थल पर स्थित है?
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| |type="()"}
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| -दण्डकारण्य के [[पठार]]
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| -[[छत्तीसगढ़]] के मैदान
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| +[[सतपुड़ा पर्वतश्रेणी|सतपुड़ा]] की श्रेणी
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| -इनमें से कोई नहीं
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| {मैत्रीबाग़ [[छत्तीसगढ़]] के किस ज़िले में स्थित है?
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| |type="()"}
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| +[[दुर्ग छत्तीसगढ़|दुर्ग]]
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| -[[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]]
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| -[[रायपुर]]
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| -[[दन्तेवाड़ा ज़िला|दन्तेवाड़ा]]
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| ||[[चित्र:Mahanadi-River.jpg|right|120px|महानदी बाँध, उड़ीसा]][[छत्तीसगढ़]] में पर्यटक [[दुर्ग छत्तीसगढ़|दुर्ग]] में पहाड़ों, जंगलों और नदियों के सुन्दर दृश्य देख सकते हैं। दुर्ग पर पर्यटक शानदार पर्यटन स्थलों की यात्रा कर सकते हैं। मैत्रीबाग़, देवबलोड़, टंडुला, धामधा और बलोड़ इसके प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। यह पर्यटन स्थल पर्यटकों को बहुत आकर्षित करते हैं। इसके अलावा पर्यटक यहाँ पर आदिवासी गांवों की सैर भी कर सकते हैं। गांवों की सैर के दौरान पर्यटक आदिवासियों की [[संस्कृति]] से भी रूबरू हो सकते हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[दुर्ग छत्तीसगढ़|दुर्ग]]
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| {क्षेत्रफल के हिसाब से [[छत्तीसगढ़]] देश का कौन-सा राज्य है?
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| |type="()"}
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| +9वाँ राज्य
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| -8वाँ राज्य
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| -7वाँ राज्य
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| -6वाँ राज्य
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| ||शिक्षा के क्षेत्र में [[छत्तीसगढ़]] ने धीरे-धीरे विकास की गति को अपनाया है। हालांकि इस राज्य का [[बस्तर ज़िला]] अन्य ज़िलों की अपेक्षा साक्षरता की निम्न दर रखता है। ऐतिहासिक दृष्टि से देखें तो छत्तीसगढ़ की शिक्षा पद्धति में [[संस्कृत]] का भी महत्त्वपूर्ण स्थान है। महंत वैष्णवदास जी संस्कृत शिक्षा के बड़े प्रेमी थे। शिक्षा के प्रसार-प्रचार के लिए उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किया था। क्षेत्रफल के हिसाब से छत्तीसगढ़ का देश में 9वाँ और जनसंख्या की दृष्टि से 17वाँ स्थान है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[छत्तीसगढ़]]
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| {[[छत्तीसगढ़]] में समाचार पत्र का प्रकाशन कब किया गया था?
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| |type="()"}
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| +सन 1900
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| -सन 1901
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| -सन 1902
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| -सन 1904
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| {[[छत्तीसगढ़]] राज्य को कितनी नदी प्रवाह प्रणालियों में बांटा जा सकता है?
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| |type="()"}
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| -6 | |
| +4
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| -2
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| -5
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| ||[[चित्र:Mahanadi.jpg|right|120px|महानदी]][[गोदावरी नदी]] जिसके जलग्रहण क्षेत्र के अंतर्गत लगभग समस्त दण्डकारण्य का तथा [[गंगा]], जिसमें [[सोन नदी|सोन]] के द्वारा अधिकतर [[बघेलखण्ड]] का [[जल]] निकास होता है, प्रदेश के क्रमशः दूसरे व तीसरे क्रम के बड़े प्रवाह क्रम हैं। [[छत्तीसगढ़]] राज्य देश के मध्य-पूर्व में स्थित है। भौगोलिक संरचना के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य को मुख्यतः चार नदी कछारों में बाँटा जा सकता है, जिसमें प्रदेश की '[[महानदी]] प्रवाह प्रणाली', '[[गोदावरी नदी|गोदावरी]] प्रवाह प्रणाली', '[[गंगा नदी]] प्रवाह प्रणाली' और '[[नर्मदा]] प्रवाह प्रणाली' को सम्मिलित किया जाता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[छत्तीसगढ़]]
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| {[[छत्तीसगढ़]] राज्य की मुख्य फ़सल कौन-सी है?
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| |type="()"}
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| +[[चावल]]
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| -[[मक्का]]
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| -[[गन्ना]]
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| -[[चाय]]
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| ||[[चित्र:Rice-Field.jpg|right|120px|चावल के खेत]][[छत्तीसगढ़]] में 80% आबादी [[कृषि]] और उससे जुडी गतिविधियों में लगी है। 137.9 लाख हेक्टेयर भौगोलिक क्षेत्र में से कृषि क्षेत्र कुल क्षेत्र का लगभग 35% है। खेती का प्रमुख मौसम ख़रीफ हैं। [[चावल]] यहाँ की मुख्य फ़सल है। अन्य महत्त्वपूर्ण फ़सलें हैं- [[मक्का]], [[गेंहूँ]], कच्चा अनाज, [[मूँगफली]] और दलहन आदि। यहाँ पर लगभग 3.03 लाख हेक्टेयर में बाग़वानी फ़सलें उगाई जाती हैं। छ्त्तीसगढ़ एक विस्तृत और लहरदार प्रदेश है, जहाँ चावल और अनाज की खेती अधिक होती है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[छत्तीसगढ़ की कृषि]]
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| </quiz> | | </quiz> |
| |} | | |} |
| |} | | |} |
| | {{छत्तीसगढ़ सामान्य ज्ञान}} |
| {{सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी}} | | {{सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी}} |
| [[Category:सामान्य ज्ञान]] | | [[Category:सामान्य ज्ञान]] |
| [[Category:सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी]] | | [[Category:सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी]] |
| [[Category:झारखण्ड]] | | [[Category:छत्तीसगढ़ राज्य]] |
| | [[Category:छत्तीसगढ़ सामान्य ज्ञान]] |
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