"पहेली 8 जनवरी 2018": अवतरणों में अंतर

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-[[जवाहरलाल नेहरू]]
-[[जवाहरलाल नेहरू]]
-[[सुरेन्द्रनाथ बनर्जी]]
-[[सुरेन्द्रनाथ बनर्जी]]
||[[चित्र:Kala-Aur-Budha-Chand.jpg|right|100px|border|दादा भाई नौरोजी]]'दादा भाई नौरोजी' को 'भारतीय राजनीति का पितामह' कहा जाता है। वह दिग्गज राजनेता, उद्योगपति, शिक्षाविद और विचारक भी थे। [[दादा भाई नौरोजी]] का शैक्षिक पक्ष अत्यन्त उज्ज्वल रहा। 1845 में वे एल्फिन्स्टन कॉलेज में गणित के प्राध्यापक हुए। यहाँ के एक [[अंग्रेज़ी]] प्राध्यापक ने उन्हें 'भारत की आशा' की संज्ञा दी थी। [[1885]] में दादा भाई नौरोजी 'बम्बई विधान परिषद' के सदस्य बने। [[1886]] में 'होलबार्न क्षेत्र' से पार्लियामेंट के लिए चुनाव लड़ा, लेकिन असफल रहे। 1886 में ही फिन्सबरी क्षेत्र से पार्लियामेंट के लिए निर्वाचित हुए। उन्होंने 'पावर्टी एण्ड अनब्रिटिश रूल इन इण्डिया' नामक पुस्तक लिखी, जो अपने समय की महती कृति थी। 1886 व [[1906]] में वह 'इंडियन नेशनल कांग्रेस' के अध्यक्ष बनाए गए थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[दादा भाई नौरोजी]]
||[[चित्र:Dadabhai-Naoroji-1.jpg|right|100px|border|दादा भाई नौरोजी]]'दादा भाई नौरोजी' को 'भारतीय राजनीति का पितामह' कहा जाता है। वह दिग्गज राजनेता, उद्योगपति, शिक्षाविद और विचारक भी थे। [[दादा भाई नौरोजी]] का शैक्षिक पक्ष अत्यन्त उज्ज्वल रहा। 1845 में वे एल्फिन्स्टन कॉलेज में गणित के प्राध्यापक हुए। यहाँ के एक [[अंग्रेज़ी]] प्राध्यापक ने उन्हें 'भारत की आशा' की संज्ञा दी थी। [[1885]] में दादा भाई नौरोजी 'बम्बई विधान परिषद' के सदस्य बने। [[1886]] में 'होलबार्न क्षेत्र' से पार्लियामेंट के लिए चुनाव लड़ा, लेकिन असफल रहे। 1886 में ही फिन्सबरी क्षेत्र से पार्लियामेंट के लिए निर्वाचित हुए। उन्होंने 'पावर्टी एण्ड अनब्रिटिश रूल इन इण्डिया' नामक पुस्तक लिखी, जो अपने समय की महती कृति थी। 1886 व [[1906]] में वह 'इंडियन नेशनल कांग्रेस' के अध्यक्ष बनाए गए थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[दादा भाई नौरोजी]]
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11:33, 9 जून 2018 के समय का अवतरण