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कर्णावती अब पूर्णत: खंडहर हो गया है और घने कंटीले जंगलों से ढका है। केवल दो-एक खंभे प्राचीन मंदिरों की कारीगरी के प्रतीक रूप में वर्तमान हैं। वैसे कर्णावती के प्राचीन दुर्ग के खंडहर दो मील तक फैले हुए हैं।


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*ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 145| विजयेन्द्र कुमार माथुर |  वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार


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कर्णावती एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- कर्णावती (बहुविकल्पी)

कर्णावती गुजरात का ऐतिहासिक स्थान है जो अब पूर्णत: खंडहर हो गया है और घने कंटीले जंगलों से ढका है। केवल दो-एक खंभे प्राचीन मंदिरों की कारीगरी के प्रतीक रूप में वर्तमान हैं। वैसे कर्णावती के प्राचीन दुर्ग के खंडहर दो मील तक फैले हुए हैं।

  • कर्णवेल कलचुरिनरेश राजा कर्ण देव (1041-1073) ने इस नगरी की नींव डाली थी-

ब्रह्मस्तंभोयेन कर्णावतीति प्रत्यष्ठापिक्ष्मातलब्रह्मलोक:[1]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. एपिग्राफिका इंडिका, जिल्द 2, पृ. 4, श्लोकार्ध 14
  • ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 145| विजयेन्द्र कुमार माथुर |  वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार

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