"साँचा:एक पर्यटन स्थल": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
 
(2 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 6 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{| style="background:transparent; width:100%"
<h4>[[एक पर्यटन स्थल]]</h4>
|+style="text-align:left; padding-left:10px; font-size:18px"| <font color="#003366">एक पर्यटन स्थल</font>
<div class="hamariaapki-new headbg34">
|-
[[चित्र:Dal-Lake-Srinagar.jpg|right|डल झील|120px|link=डल झील|border]]
{{मुखपृष्ठ-{{CURRENTHOUR}}}}
[[चित्र:Ranthambore-Fort.jpg|right|130px|रणथम्भौर क़िला|link=सोमनाथ|border]]
<poem>
<poem>
         '''[[रणथम्भौर क़िला]]''' [[राजस्थान]] में ऐतिहासिक घटनाओं एवं बहादुरी का प्रतीक है। रणथम्भौर का दुर्ग सीधी ऊँची खड़ी पहाड़ी पर स्थित है, जो आसपास के मैदानों के ऊपर 700 फुट की ऊंचाई पर है। यह विंध्य पठार और [[अरावली पर्वतमाला|अरावली पहाड़ियों]] के बीच स्थित है, जो 7 कि.मी. भौगोलिक क्षेत्र में फैला हुआ है। इस क़िले के निर्माता का नाम अनिश्चित है, किन्तु [[इतिहास]] में सर्वप्रथम इस पर [[चौहान वंश|चौहानों]] के अधिकार का उल्लेख मिलता है। जनश्रुति है कि प्रारम्भ में इस दुर्ग के स्थान के निकट 'पद्मला' नामक एक सरोवर था। यह इसी नाम से आज भी क़िले के अन्दर ही स्थित है। इसके तट पर पद्मऋषि का आश्रम था। इन्हीं की प्रेरणा से जयंत और रणधीर नामक दो राजकुमारों ने जो कि अचानक ही शिकार खेलते हुए वहाँ पहुँच गए थे, इस क़िले को बनवाया और इसका नाम 'रणस्तम्भर' रखा। क़िले की स्थापना पर यहाँ [[गणेश]] जी की प्रतिष्ठा की गई थी, जिसका आह्वान राज्य में [[विवाह|विवाहों]] के अवसर पर किया जाता है। [[रणथम्भौर क़िला|... और पढ़ें]]
         '''[[डल झील]]''' का प्रमुख आकर्षण केन्द्र तैरते हुए बग़ीचे हैं। पौराणिक मुग़ल किलों में यहाँ की संस्कृति तथा इतिहास के दर्शन होते हैं। डल झील के पास ही मुग़लों के सुंदर एवं प्रसिद्ध पुष्प वाटिका से डल झील की आकृति और उभरकर सामने आती है। [[कश्मीर]] के प्रसिद्ध [[विश्वविद्यालय]] झील के तट पर स्थित है। शिकारे के माध्यम से सैलानी नेहरू पार्क, कानुटुर खाना, चारचीनारी, कुछ द्वीप जो यहाँ पर स्थित हैं, उन्हें देख सकते हैं। श्रद्घालुओं के लिए [[हज़रतबल मस्जिद श्रीनगर|हज़रतबल तीर्थस्थल]] के दर्शन करे बिना उनकी यात्रा अधूरी रह जाती है। शिकारे के माध्यम से श्रद्धालु इस [[तीर्थस्थल]] के दर्शन कर सकते हैं। दुनिया भर में यह झील विशेष रूप से शिकारों या हाऊस बोट के लिए जानी जाती है। डल झील के आस-पास की प्राकृतिक सुंदरता अधिक संख्या में लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। [[डल झील|... और पढ़ें]]
</poem>
</poem>
----
<center>
<center>
{| style="margin:0; background:transparent" cellspacing="3"
{| style="margin:0; background:transparent" cellspacing="3"
|-
|-
| [[एक पर्यटन स्थल|पिछले पर्यटन स्थल]] →
| [[एक पर्यटन स्थल|पिछले पर्यटन स्थल]] →
| [[गुजरात]] ·
| [[लक्षद्वीप]]
| [[ऊटी]] ·
| [[चंडीगढ़]]  
| [[नैनीताल]] ·
| [[लाल क़िला]]
| [[महेश्वर]]
|}
|}</center>
</center>
|}<noinclude>[[Category:एक पर्यटन स्थल के साँचे]]</noinclude>
</div>
<noinclude>[[Category:एक पर्यटन स्थल के साँचे]]</noinclude>

14:08, 6 अप्रैल 2020 के समय का अवतरण

एक पर्यटन स्थल

डल झील
डल झील

        डल झील का प्रमुख आकर्षण केन्द्र तैरते हुए बग़ीचे हैं। पौराणिक मुग़ल किलों में यहाँ की संस्कृति तथा इतिहास के दर्शन होते हैं। डल झील के पास ही मुग़लों के सुंदर एवं प्रसिद्ध पुष्प वाटिका से डल झील की आकृति और उभरकर सामने आती है। कश्मीर के प्रसिद्ध विश्वविद्यालय झील के तट पर स्थित है। शिकारे के माध्यम से सैलानी नेहरू पार्क, कानुटुर खाना, चारचीनारी, कुछ द्वीप जो यहाँ पर स्थित हैं, उन्हें देख सकते हैं। श्रद्घालुओं के लिए हज़रतबल तीर्थस्थल के दर्शन करे बिना उनकी यात्रा अधूरी रह जाती है। शिकारे के माध्यम से श्रद्धालु इस तीर्थस्थल के दर्शन कर सकते हैं। दुनिया भर में यह झील विशेष रूप से शिकारों या हाऊस बोट के लिए जानी जाती है। डल झील के आस-पास की प्राकृतिक सुंदरता अधिक संख्या में लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। ... और पढ़ें

पिछले पर्यटन स्थल लक्षद्वीप चंडीगढ़ लाल क़िला