"छत्तीसगढ़ सामान्य ज्ञान 19": अवतरणों में अंतर
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{[[छत्तीसगढ़]] में 'अमझोरा' क्या है? | {[[छत्तीसगढ़]] में 'अमझोरा' क्या है? | ||
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-[[गिरनार की पहाड़ियाँ|गिरनार]] | -[[गिरनार की पहाड़ियाँ|गिरनार]] | ||
-[[उसिरगिरि पर्वत|उसिरगिरि]] | -[[उसिरगिरि पर्वत|उसिरगिरि]] | ||
||'सिहावा' [[छत्तीसगढ़]] राज्य के [[रायपुर]] के समीप [[धमतरी ज़िला|धमतरी ज़िले]] में स्थित एक [[पर्वत]] श्रेणी है। इस पर्वत श्रेणी में ही [[महानदी]] का उद्गम होता है। किंवदंती है कि इस स्थान पर पूर्वकाल में श्रृंगी आदि सप्त ऋषियों की तपोभूमि थी, जिनके नाम से प्रसिद्ध कई गुफाएँ पहाड़ियों के उच्च शिखरों पर अवस्थित हैं। सिहावा के खंडहरों से | ||'सिहावा' [[छत्तीसगढ़]] राज्य के [[रायपुर]] के समीप [[धमतरी ज़िला|धमतरी ज़िले]] में स्थित एक [[पर्वत]] श्रेणी है। इस पर्वत श्रेणी में ही [[महानदी]] का उद्गम होता है। किंवदंती है कि इस स्थान पर पूर्वकाल में श्रृंगी आदि सप्त ऋषियों की तपोभूमि थी, जिनके नाम से प्रसिद्ध कई गुफाएँ पहाड़ियों के उच्च शिखरों पर अवस्थित हैं। सिहावा के खंडहरों से छह मंदिरों के [[अवशेष]] भी प्राप्त हुए हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सिहावा]] | ||
{[[छत्तीसगढ़]] में 'तमसई' किस पकवान को कहा जाता है? | {[[छत्तीसगढ़]] में 'तमसई' किस पकवान को कहा जाता है? | ||
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-भतरा | -भतरा | ||
-[[कमार]] | -[[कमार]] | ||
||गोंड [[मध्य प्रदेश]] की सबसे महत्त्वपूर्ण जनजाति है, जिसकी एक बड़ी संख्या [[छत्तीसगढ़]] में भी पाई जाती है। इस जाति के लोग प्राचीन काल के गोंड राजाओं को अपना वंशज मानते हैं। यह एक स्वतंत्र जनजाति थी, जिसका अपना राज्य था और जिसके 52 गढ़ थे। | ||गोंड [[मध्य प्रदेश]] की सबसे महत्त्वपूर्ण जनजाति है, जिसकी एक बड़ी संख्या [[छत्तीसगढ़]] में भी पाई जाती है। इस जाति के लोग प्राचीन काल के गोंड राजाओं को अपना वंशज मानते हैं। यह एक स्वतंत्र जनजाति थी, जिसका अपना राज्य था और जिसके 52 गढ़ थे। [[मध्य भारत]] में 14वीं से 18वीं शताब्दी तक इसका राज्य रहा था। [[मुग़ल]] शासकों और [[मराठा]] शासकों ने इन पर आक्रमण कर इनके क्षेत्र पर अधिकार कर लिया और इन्हें घने जंगलों तथा पहाड़ी क्षेत्रों में शरण लेने को बाध्य किया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[गोंड]] | ||
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10:06, 9 फ़रवरी 2021 के समय का अवतरण
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राज्यों के सामान्य ज्ञान
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