"पहेली 2 सितम्बर 2017": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('{| class="bharattable-green" width="100%" |- | right|120px <quiz display=simple> {अमोनि...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
छो (Text replacement - "तेजी " to "तेज़ी")
 
(एक दूसरे सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया)
पंक्ति 3: पंक्ति 3:
| [[चित्र:Paheli-logo.png|right|120px]]
| [[चित्र:Paheli-logo.png|right|120px]]
<quiz display=simple>
<quiz display=simple>
{अमोनियम नाइट्राइट का उसके विशुद्ध रूप में संश्लेषण किस भारतीय वैज्ञानिक ने किया?
{अमोनियम नाइट्रैट का उसके विशुद्ध रूप में संश्लेषण किस भारतीय वैज्ञानिक ने किया?
|type="()"}
|type="()"}
-[[होमी जहाँगीर भाभा]]
-[[होमी जहाँगीर भाभा]]
पंक्ति 9: पंक्ति 9:
+[[प्रफुल्ल चंद्र राय]]
+[[प्रफुल्ल चंद्र राय]]
-[[के. राधाकृष्णन]]
-[[के. राधाकृष्णन]]
||[[चित्र:Prafulla-Chandra-Ray-1.jpg|100px|right|border|प्रफुल्ल चंद्र राय]]'प्रफुल्ल चंद्र राय' [[भारत]] में 'रसायन विज्ञान के जनक' माने जाते हैं। वे एक सादगीपसंद तथा देशभक्त वैज्ञानिक थे, जिन्होंने रसायन प्रौद्योगिकी में देश के स्वावलंबन के लिए अप्रतिम प्रयास किए। एक दिन [[प्रफुल्ल चंद्र राय]] जब अपनी प्रयोगशाला में [[पारा|पारे]] और तेजाब से प्रयोग कर रहे थे। इससे मर्क्यूरस नाइट्रेट नामक [[पदार्थ]] बनता है। इस प्रयोग के समय उनको कुछ पीले-पीले क्रिस्टल दिखाई दिए। वह पदार्थ लवण भी था तथा नाइट्रेट भी। यह खोज बड़े महत्त्व की थी। वैज्ञानिकों को तब इस पदार्थ तथा उसके गुणधर्मों के बारे में पता नहीं था। उनकी खोज प्रकाशित हुई तो दुनिया भर में डॉ. राय को ख्याति मिली। उन्होंने एक और महत्वपूर्ण कार्य किया था। वह था अमोनियम नाइट्राइट का उसके विशुद्ध रूप में संश्लेषण। इसके पहले माना जाता था कि अमोनियम नाइट्राइट का तेजी से तापीय विघटन होता है तथा यह अस्थायी होता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[प्रफुल्ल चंद्र राय]]
||[[चित्र:Prafulla-Chandra-Ray-1.jpg|100px|right|border|प्रफुल्ल चंद्र राय]]'प्रफुल्ल चंद्र राय' [[भारत]] में 'रसायन विज्ञान के जनक' माने जाते हैं। वे एक सादगीपसंद तथा देशभक्त वैज्ञानिक थे, जिन्होंने रसायन प्रौद्योगिकी में देश के स्वावलंबन के लिए अप्रतिम प्रयास किए। एक दिन [[प्रफुल्ल चंद्र राय]] जब अपनी प्रयोगशाला में [[पारा|पारे]] और तेजाब से प्रयोग कर रहे थे। इससे मर्क्यूरस नाइट्रेट नामक [[पदार्थ]] बनता है। इस प्रयोग के समय उनको कुछ पीले-पीले क्रिस्टल दिखाई दिए। वह पदार्थ लवण भी था तथा नाइट्रेट भी। यह खोज बड़े महत्त्व की थी। वैज्ञानिकों को तब इस पदार्थ तथा उसके गुणधर्मों के बारे में पता नहीं था। उनकी खोज प्रकाशित हुई तो दुनिया भर में डॉ. राय को ख्याति मिली। उन्होंने एक और महत्वपूर्ण कार्य किया था। वह था अमोनियम नाइट्राइट का उसके विशुद्ध रूप में संश्लेषण। इसके पहले माना जाता था कि अमोनियम नाइट्राइट का तेज़ीसे तापीय विघटन होता है तथा यह अस्थायी होता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[प्रफुल्ल चंद्र राय]]
</quiz>
</quiz>



08:19, 10 फ़रवरी 2021 के समय का अवतरण