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इंदि‍रा गांधी राष्‍ट्रीय मुक्‍त वि‍श्‍ववि‍द्यालय ([[इग्‍नू]]) दुनिया का सबसे बड़ा [[विश्वविद्यालय]] है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) की स्थापना [[1985]] में एक संसदीय क़ानून के अंतर्गत स्थापित हुआ।  शिक्षा के माध्यम से एक समावेशी ज्ञान समाज का निर्माण करने का सतत प्रयास करता रहा है। इसने मुक्त एवं दूर शिक्षा (ओ.डी.एल.) के जरिए उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा उपलब्ध कराकर सकल प्रवेश अनुपात (जी.ई.आर.) बढ़ाने का प्रयास किया है।  
[[चित्र:Ignou.jpg|thumb|150px| इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय]]
'''इंदि‍रा गांधी राष्‍ट्रीय मुक्‍त वि‍श्‍ववि‍द्यालय''' ([[इग्‍नू]]) दुनिया का सबसे बड़ा [[विश्वविद्यालय]] है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) की स्थापना [[1985]] में एक संसदीय क़ानून के अंतर्गत स्थापित हुआ।  शिक्षा के माध्यम से एक समावेशी ज्ञान समाज का निर्माण करने का सतत प्रयास करता रहा है। इसने मुक्त एवं दूर शिक्षा (ओ.डी.एल.) के जरिए उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा उपलब्ध कराकर सकल प्रवेश अनुपात (जी.ई.आर.) बढ़ाने का प्रयास किया है।  


1985 में अपनी स्‍थापना के समय से ही इंदि‍रा गांधी राष्‍ट्रीय मुक्‍त वि‍श्‍ववि‍द्यालय (इग्‍नू) ने मुक्‍त एवं दूरस्‍थ शि‍क्षण के माध्‍यम से देश में उच्‍च शि‍क्षा के वि‍कास में महत्‍वपूर्ण योगदान कि‍या है। इग्‍नू को ‘जन वि‍श्‍ववि‍द्यालय’ के रूप में जाना जाता है और उसने प्रवेश योग्‍यता, कार्यक्रम के पूरा होने के समय के संदर्भ में और अध्‍ययन स्‍थान के वि‍षय में उदार और लचीली नीति‍ अपनाई है और इस तरह के अध्‍ययन‑अध्‍यापन कार्य में सफल रहा है।<ref name="vishakha">{{cite web |url=http://www.visakhamarthand.com/index.php?a=nDetails&id=2|title=इग्‍नू : एक जन वि‍श्‍ववि‍द्यालय |accessmonthday=15 मार्च |accessyear=2012|last= |first= |authorlink= |format=पी.एच.पी |publisher=विशाखा मार्तान्ड |language=हिंदी}}</ref>   
1985 में अपनी स्‍थापना के समय से ही इंदि‍रा गांधी राष्‍ट्रीय मुक्‍त वि‍श्‍ववि‍द्यालय (इग्‍नू) ने मुक्‍त एवं दूरस्‍थ शि‍क्षण के माध्‍यम से देश में उच्‍च शि‍क्षा के वि‍कास में महत्‍वपूर्ण योगदान कि‍या है। इग्‍नू को ‘जन वि‍श्‍ववि‍द्यालय’ के रूप में जाना जाता है और उसने प्रवेश योग्‍यता, कार्यक्रम के पूरा होने के समय के संदर्भ में और अध्‍ययन स्‍थान के वि‍षय में उदार और लचीली नीति‍ अपनाई है और इस तरह के अध्‍ययन‑अध्‍यापन कार्य में सफल रहा है।<ref name="vishakha">{{cite web |url=http://www.visakhamarthand.com/index.php?a=nDetails&id=2|title=इग्‍नू : एक जन वि‍श्‍ववि‍द्यालय |accessmonthday=15 मार्च |accessyear=2012|last= |first= |authorlink= |format=पी.एच.पी |publisher=विशाखा मार्तान्ड |language=हिंदी}}</ref>   
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विश्वविद्यालय का शुभारंभ वर्ष [[1987]] में दो शैक्षिक कार्यक्रमों - प्रबंधन में डिप्लोमा और दूर शिक्षा में डिप्लोमा से हुआ और कुल 4,528 विद्यार्थियों  से हुआ। इस समय वि‍श्‍ववि‍द्यालय में 338 अध्‍ययन‑कार्यक्रम है जो 3,500 पाठ्यक्रम के माध्‍यम से उपलब्‍ध हैं। वि‍द्यार्थि‍यों की कुल संख्‍या 30 लाख से अधि‍क है। अध्‍ययन‑कार्यक्रम वि‍श्‍ववि‍द्यालय में इन स्‍तरों पर वि‍भि‍न्‍न कार्यक्रम उपलब्‍ध हैं:‑ डॉक्‍टरेट, स्नातकोत्तर, और स्‍नातक डि‍ग्री कार्यक्रम, स्‍नातकोत्‍तर और पूर्वस्‍नातक डि‍प्‍लोमा, सर्टि‍फि‍केट पाठ्यक्रम, शि‍क्षा पारंपरि‍क रूप के साथ‑साथ उपभोक्‍ता संरक्षण, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण, मानवाधि‍कार, पर्यटन, महि‍ला अधि‍कारि‍ता एवं बाल वि‍कास, सहभागी वन प्रबंधन, सहभागी योजना, पुनर्वास एवं बहाली, अध्‍यापन शि‍क्षा, खाद्य एवं पोषण, चि‍कि‍त्‍सकीय एवं स्‍वास्‍थ्‍य शि‍क्षा, एचआईवी/एड्स, प्रयोगशाला तकनीक और ऑनलाइन शि‍क्षण जैसे उभरते हुए अंतर‑वि‍षयक क्षेत्रों में भी प्रदान की जाती है।<ref name="vishakha"/>
विश्वविद्यालय का शुभारंभ वर्ष [[1987]] में दो शैक्षिक कार्यक्रमों - प्रबंधन में डिप्लोमा और दूर शिक्षा में डिप्लोमा से हुआ और कुल 4,528 विद्यार्थियों  से हुआ। इस समय वि‍श्‍ववि‍द्यालय में 338 अध्‍ययन‑कार्यक्रम है जो 3,500 पाठ्यक्रम के माध्‍यम से उपलब्‍ध हैं। वि‍द्यार्थि‍यों की कुल संख्‍या 30 लाख से अधि‍क है। अध्‍ययन‑कार्यक्रम वि‍श्‍ववि‍द्यालय में इन स्‍तरों पर वि‍भि‍न्‍न कार्यक्रम उपलब्‍ध हैं:‑ डॉक्‍टरेट, स्नातकोत्तर, और स्‍नातक डि‍ग्री कार्यक्रम, स्‍नातकोत्‍तर और पूर्वस्‍नातक डि‍प्‍लोमा, सर्टि‍फि‍केट पाठ्यक्रम, शि‍क्षा पारंपरि‍क रूप के साथ‑साथ उपभोक्‍ता संरक्षण, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण, मानवाधि‍कार, पर्यटन, महि‍ला अधि‍कारि‍ता एवं बाल वि‍कास, सहभागी वन प्रबंधन, सहभागी योजना, पुनर्वास एवं बहाली, अध्‍यापन शि‍क्षा, खाद्य एवं पोषण, चि‍कि‍त्‍सकीय एवं स्‍वास्‍थ्‍य शि‍क्षा, एचआईवी/एड्स, प्रयोगशाला तकनीक और ऑनलाइन शि‍क्षण जैसे उभरते हुए अंतर‑वि‍षयक क्षेत्रों में भी प्रदान की जाती है।<ref name="vishakha"/>
==विशाल संगठन==  
==विशाल संगठन==  
वर्तमान में यह अपने 21 अध्ययन विद्यापीठों, 67 क्षेत्रीय केंद्रों, लगभग 3,000 विद्यार्थी सहयोग केंद्रों और 67 विदेशी केंद्रों की मदद से [[भारत]] एवं 36 अन्य देशों में 40 लाख से अधिक विद्यार्थियों की शैक्षिक आकांक्षाओं की पूर्ति कर रहा है। इग्नू अपने मुख्यालय एवं क्षेत्रीय केंद्रों में 420 संकाय सदस्यों और उच्च शिक्षा के पारंपरिक संस्थानों, पेशेवर संगठनों एवं उद्योग क्षेत्र के करीब 36,000 शैक्षिक परामर्शदाताओं की सहायता से लगभग 490 सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, डिग्री एवं डॉक्टोरल कार्यक्रम संचालित करता है।
वर्तमान में यह अपने 21 अध्ययन विद्यापीठों, 67 क्षेत्रीय केंद्रों, लगभग 3,000 विद्यार्थी सहयोग केंद्रों और 67 विदेशी केंद्रों की मदद से [[भारत]] एवं 36 अन्य देशों में 40 लाख से अधिक विद्यार्थियों की शैक्षिक आकांक्षाओं की पूर्ति कर रहा है। इग्नू अपने मुख्यालय एवं क्षेत्रीय केंद्रों में 420 संकाय सदस्यों और उच्च शिक्षा के पारंपरिक संस्थानों, पेशेवर संगठनों एवं उद्योग क्षेत्र के क़रीब 36,000 शैक्षिक परामर्शदाताओं की सहायता से लगभग 490 सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, डिग्री एवं डॉक्टोरल कार्यक्रम संचालित करता है।
==बड़ा विश्वविद्यालय==
==बड़ा विश्वविद्यालय==
'इग्नू' में विद्यार्थियों की संख्या बढ़कर 30 लाख हो गई है। [[यूनेस्को]] ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है कि, 'इग्नू दुनिया का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है। भारत और अन्य 33 देशों के लगभग 30 लाख विद्यार्थी ‘इग्नू’ में अध्ययन करते हैं। यह विश्वविद्यालय भारत में मुक्त और दूरवर्ती अध्ययन का राष्ट्रीय संसाधन केंद्र भी है तथा दूरवर्ती शिक्षा में दुनिया का नायक है।' इग्नू में 35 देशों के 28 हजार छात्र पंजीकृत हैं।
'इग्नू' में विद्यार्थियों की संख्या बढ़कर 30 लाख हो गई है। [[यूनेस्को]] ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है कि, 'इग्नू दुनिया का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है। भारत और अन्य 33 देशों के लगभग 30 लाख विद्यार्थी ‘इग्नू’ में अध्ययन करते हैं। यह विश्वविद्यालय भारत में मुक्त और दूरवर्ती अध्ययन का राष्ट्रीय संसाधन केंद्र भी है तथा दूरवर्ती शिक्षा में दुनिया का नायक है।' इग्नू में 35 देशों के 28 हज़ार छात्र पंजीकृत हैं।


यूनेस्को की महानिदेशक 'इरिना बोकोवा' ने कहा है कि, 'लगभग 30 लाख विद्यार्थियों का नामांकन और देश भर में फैला इसका तंत्र सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आई.सी.टी.) का सर्वोत्तम इस्तेमाल सुनिश्चित करा रहा है।' इग्नू ‘अंतर्राष्ट्रीय शांति सम्मेलन’ आयोजित कर रहा है।<ref>{{cite web |url=http://hindi.in.com/hindi/yog-moneylife/573432/0 |title=‘इग्नू’ दुनिया का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है|accessmonthday=15 मार्च |accessyear=2012|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिंदी}}</ref>   
यूनेस्को की महानिदेशक 'इरिना बोकोवा' ने कहा है कि, 'लगभग 30 लाख विद्यार्थियों का नामांकन और देश भर में फैला इसका तंत्र सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आई.सी.टी.) का सर्वोत्तम इस्तेमाल सुनिश्चित करा रहा है।' इग्नू ‘अंतर्राष्ट्रीय शांति सम्मेलन’ आयोजित कर रहा है।<ref>{{cite web |url=http://hindi.in.com/hindi/yog-moneylife/573432/0 |title=‘इग्नू’ दुनिया का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है|accessmonthday=15 मार्च |accessyear=2012|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिंदी}}</ref>   
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विश्वविद्यालय ने व्यापक अंतर्राष्ट्रीय पहचान भी स्थापित की है। यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों एवं गोष्ठियों में अपने संकाय सदस्यों की भागीदारी को बढ़ावा देता है और उसका वित्तीय भार वहन करता है। साथ ही, कई अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों का आयोजन भी करता है।
विश्वविद्यालय ने व्यापक अंतर्राष्ट्रीय पहचान भी स्थापित की है। यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों एवं गोष्ठियों में अपने संकाय सदस्यों की भागीदारी को बढ़ावा देता है और उसका वित्तीय भार वहन करता है। साथ ही, कई अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों का आयोजन भी करता है।


इग्‍नू ने कई देशों खासतौर से एशि‍या और [[अफ्रीका]], ऑस्‍ट्रेलि‍या, [[इंग्लैंड|इंग्‍लैंड]], [[फ्रांस]], [[अरब देश|संयुक्‍त अरब अमीरात]], कतर, कुवैत, ओमान, बहरीन, अबू धाबी, सेशेल्‍स, [[मॉरीशस]], [[मालदीव]], इथि‍योपि‍या, मैडागास्‍कर, पापुआ न्‍यू गि‍नी और लाईबेरि‍या के साथ द्वीपक्षीय और बहुपक्षीय समझौते कि‍ए हैं। इग्‍नू, यूनेस्‍को, राष्‍ट्रमंडल सचि‍वालय, राष्‍ट्रमंडल शि‍क्षण (सी.ओ.एल.), वि‍श्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (डब्‍लू.एच.ओ.) और वि‍श्‍वव्‍यापी नि‍धि‍ (डब्‍लू.डब्‍लू.एफ.) जैसे अंतर्राष्‍ट्रीय संगठनों के माध्‍यम से सरकारी एजेंसि‍यों तथा अन्‍य मुक्‍त वि‍श्‍ववि‍द्यालयों के साथ साझेदारी और सहयोग करने का वि‍चार रखता है। अंतराष्‍ट्रीय समझ को प्रोत्‍साहन देने के लि‍ए वि‍श्‍ववि‍द्यालय की एक योजना चल रही है जो अध्‍यापन कार्य संबंधी कर्मि‍यों के लि‍ए अंतर‑वि‍श्‍ववि‍द्यालीय आदान‑प्रदान के तहत एशि‍या के मुक्‍त वि‍श्‍ववि‍द्यालयों के अकादमीशि‍यनों और अन्‍य स्‍टाफ के संदर्भ में है। अध्‍यापकों और अन्‍य कर्मि‍यों की अनुसंधान एवं अकादमि‍क गति‍वि‍धि‍यों में तेजी लाने के लि‍ए वि‍श्‍ववि‍द्यालय राष्‍ट्रीय और अंतर्राष्‍ट्रीय सम्‍मेलनों का आयोजन एवं समर्थन करता है और उनमें हि‍स्‍सा लेता है।<ref name="vishakha"/>
इग्‍नू ने कई देशों ख़ासतौर से एशि‍या और [[अफ्रीका]], ऑस्‍ट्रेलि‍या, [[इंग्लैंड|इंग्‍लैंड]], [[फ्रांस]], [[अरब देश|संयुक्‍त अरब अमीरात]], कतर, कुवैत, [[ओमान]], बहरीन, अबू धाबी, सेशेल्‍स, [[मॉरीशस]], [[मालदीव]], इथि‍योपि‍या, मैडागास्‍कर, पापुआ न्‍यू गि‍नी और लाईबेरि‍या के साथ द्वीपक्षीय और बहुपक्षीय समझौते कि‍ए हैं। इग्‍नू, यूनेस्‍को, राष्‍ट्रमंडल सचि‍वालय, राष्‍ट्रमंडल शि‍क्षण (सी.ओ.एल.), वि‍श्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (डब्‍लू.एच.ओ.) और वि‍श्‍वव्‍यापी नि‍धि‍ (डब्‍लू.डब्‍लू.एफ.) जैसे अंतर्राष्‍ट्रीय संगठनों के माध्‍यम से सरकारी एजेंसि‍यों तथा अन्‍य मुक्‍त वि‍श्‍ववि‍द्यालयों के साथ साझेदारी और सहयोग करने का वि‍चार रखता है। अंतराष्‍ट्रीय समझ को प्रोत्‍साहन देने के लि‍ए वि‍श्‍ववि‍द्यालय की एक योजना चल रही है जो अध्‍यापन कार्य संबंधी कर्मि‍यों के लि‍ए अंतर‑वि‍श्‍ववि‍द्यालीय आदान‑प्रदान के तहत एशि‍या के मुक्‍त वि‍श्‍ववि‍द्यालयों के अकादमीशि‍यनों और अन्‍य स्‍टाफ के संदर्भ में है। अध्‍यापकों और अन्‍य कर्मि‍यों की अनुसंधान एवं अकादमि‍क गति‍वि‍धि‍यों में तेज़ीलाने के लि‍ए वि‍श्‍ववि‍द्यालय राष्‍ट्रीय और अंतर्राष्‍ट्रीय सम्‍मेलनों का आयोजन एवं समर्थन करता है और उनमें हि‍स्‍सा लेता है।<ref name="vishakha"/>
व्याख्यान देने एवं संकाय से संपर्क के लिए विदेशी विद्वानों का नियमित दौरा भी होता है। विश्वविद्यालय ने साझेदारी व्यवस्था के द्वारा दुनिया भर में अपने शैक्षिक कार्यक्रमों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के अतिरिक्त कई विदेशी संस्थानों को अपनी शिक्षण सामग्रियों के अंगीकरण/स्वीकरण/इस्तेमाल की भी अनुमति दे रखी है।
व्याख्यान देने एवं संकाय से संपर्क के लिए विदेशी विद्वानों का नियमित दौरा भी होता है। विश्वविद्यालय ने साझेदारी व्यवस्था के द्वारा दुनिया भर में अपने शैक्षिक कार्यक्रमों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के अतिरिक्त कई विदेशी संस्थानों को अपनी शिक्षण सामग्रियों के अंगीकरण/स्वीकरण/इस्तेमाल की भी अनुमति दे रखी है।
==उपेक्षित वर्गों को शिक्षा==   
==उपेक्षित वर्गों को शिक्षा==   
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[[ब्रिटेन]] के 'यूनिवर्सिटी ऑफ लंकाशायर' (यूक्लैन) के सहयोग से अनुप्रयुक्त संकेत भाषा में कला स्नातक कार्यक्रम नामक एक अभिनव कार्यक्रम शुरू किया गया है। यह दुनिया में अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है।
[[ब्रिटेन]] के 'यूनिवर्सिटी ऑफ लंकाशायर' (यूक्लैन) के सहयोग से अनुप्रयुक्त संकेत भाषा में कला स्नातक कार्यक्रम नामक एक अभिनव कार्यक्रम शुरू किया गया है। यह दुनिया में अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है।


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==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
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==बाहरी कड़ियाँ==
==बाहरी कड़ियाँ==
*[http://hindi.ignou.ac.in/ इग्नू]
*[http://www.ignou.ac.in/  IGNOU]


==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{राष्ट्रीय शिक्षण संस्थान}}
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[[Category:राष्ट्रीय शिक्षण संस्थान]]
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08:20, 10 फ़रवरी 2021 के समय का अवतरण

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय

इंदि‍रा गांधी राष्‍ट्रीय मुक्‍त वि‍श्‍ववि‍द्यालय (इग्‍नू) दुनिया का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) की स्थापना 1985 में एक संसदीय क़ानून के अंतर्गत स्थापित हुआ। शिक्षा के माध्यम से एक समावेशी ज्ञान समाज का निर्माण करने का सतत प्रयास करता रहा है। इसने मुक्त एवं दूर शिक्षा (ओ.डी.एल.) के जरिए उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा उपलब्ध कराकर सकल प्रवेश अनुपात (जी.ई.आर.) बढ़ाने का प्रयास किया है।

1985 में अपनी स्‍थापना के समय से ही इंदि‍रा गांधी राष्‍ट्रीय मुक्‍त वि‍श्‍ववि‍द्यालय (इग्‍नू) ने मुक्‍त एवं दूरस्‍थ शि‍क्षण के माध्‍यम से देश में उच्‍च शि‍क्षा के वि‍कास में महत्‍वपूर्ण योगदान कि‍या है। इग्‍नू को ‘जन वि‍श्‍ववि‍द्यालय’ के रूप में जाना जाता है और उसने प्रवेश योग्‍यता, कार्यक्रम के पूरा होने के समय के संदर्भ में और अध्‍ययन स्‍थान के वि‍षय में उदार और लचीली नीति‍ अपनाई है और इस तरह के अध्‍ययन‑अध्‍यापन कार्य में सफल रहा है।[1]

पाठ्यक्रम

विश्वविद्यालय का शुभारंभ वर्ष 1987 में दो शैक्षिक कार्यक्रमों - प्रबंधन में डिप्लोमा और दूर शिक्षा में डिप्लोमा से हुआ और कुल 4,528 विद्यार्थियों से हुआ। इस समय वि‍श्‍ववि‍द्यालय में 338 अध्‍ययन‑कार्यक्रम है जो 3,500 पाठ्यक्रम के माध्‍यम से उपलब्‍ध हैं। वि‍द्यार्थि‍यों की कुल संख्‍या 30 लाख से अधि‍क है। अध्‍ययन‑कार्यक्रम वि‍श्‍ववि‍द्यालय में इन स्‍तरों पर वि‍भि‍न्‍न कार्यक्रम उपलब्‍ध हैं:‑ डॉक्‍टरेट, स्नातकोत्तर, और स्‍नातक डि‍ग्री कार्यक्रम, स्‍नातकोत्‍तर और पूर्वस्‍नातक डि‍प्‍लोमा, सर्टि‍फि‍केट पाठ्यक्रम, शि‍क्षा पारंपरि‍क रूप के साथ‑साथ उपभोक्‍ता संरक्षण, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण, मानवाधि‍कार, पर्यटन, महि‍ला अधि‍कारि‍ता एवं बाल वि‍कास, सहभागी वन प्रबंधन, सहभागी योजना, पुनर्वास एवं बहाली, अध्‍यापन शि‍क्षा, खाद्य एवं पोषण, चि‍कि‍त्‍सकीय एवं स्‍वास्‍थ्‍य शि‍क्षा, एचआईवी/एड्स, प्रयोगशाला तकनीक और ऑनलाइन शि‍क्षण जैसे उभरते हुए अंतर‑वि‍षयक क्षेत्रों में भी प्रदान की जाती है।[1]

विशाल संगठन

वर्तमान में यह अपने 21 अध्ययन विद्यापीठों, 67 क्षेत्रीय केंद्रों, लगभग 3,000 विद्यार्थी सहयोग केंद्रों और 67 विदेशी केंद्रों की मदद से भारत एवं 36 अन्य देशों में 40 लाख से अधिक विद्यार्थियों की शैक्षिक आकांक्षाओं की पूर्ति कर रहा है। इग्नू अपने मुख्यालय एवं क्षेत्रीय केंद्रों में 420 संकाय सदस्यों और उच्च शिक्षा के पारंपरिक संस्थानों, पेशेवर संगठनों एवं उद्योग क्षेत्र के क़रीब 36,000 शैक्षिक परामर्शदाताओं की सहायता से लगभग 490 सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, डिग्री एवं डॉक्टोरल कार्यक्रम संचालित करता है।

बड़ा विश्वविद्यालय

'इग्नू' में विद्यार्थियों की संख्या बढ़कर 30 लाख हो गई है। यूनेस्को ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है कि, 'इग्नू दुनिया का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है। भारत और अन्य 33 देशों के लगभग 30 लाख विद्यार्थी ‘इग्नू’ में अध्ययन करते हैं। यह विश्वविद्यालय भारत में मुक्त और दूरवर्ती अध्ययन का राष्ट्रीय संसाधन केंद्र भी है तथा दूरवर्ती शिक्षा में दुनिया का नायक है।' इग्नू में 35 देशों के 28 हज़ार छात्र पंजीकृत हैं।

यूनेस्को की महानिदेशक 'इरिना बोकोवा' ने कहा है कि, 'लगभग 30 लाख विद्यार्थियों का नामांकन और देश भर में फैला इसका तंत्र सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आई.सी.टी.) का सर्वोत्तम इस्तेमाल सुनिश्चित करा रहा है।' इग्नू ‘अंतर्राष्ट्रीय शांति सम्मेलन’ आयोजित कर रहा है।[2]

उद्देश्य

विश्वविद्यालय के उद्देश्य हैं-

  • उच्चस्तरीय एवं विद्यार्थी-केंद्रित मुक्त और दूर शिक्षा प्रणाली के लिए राष्ट्रीय संसाधन केंद्र के विकास को तत्पर रोल मॉडल के तौर पर सशक्त बनाना।
  • देश में दूर शिक्षा के मानकों को सुधारने के लिए पेशेवर क्षमताओं एवं संसाधनों का आदान-प्रदान करना।
  • देश में उत्कृष्टता के केंद्रों को बढ़ावा देने के लिए मुक्त एवं दूर शिक्षा के संस्थान का सर्वाधिक आकलन करना एवं उन्हें मान्यता प्रदान करना।
  • प्रभावकारी कार्यक्रम निष्पादन के लिए उभरती तकनीकियों एवं विधियों का इस्तेमाल कर वैश्विक पहुँच वाले नेटवर्क विकसित करना।
  • शिक्षा उपलब्धता एवं समान भागीदारी की चुनौतियों से निपटने के लिए एक सरल एवं लोचदार शिक्षा प्रणाली सुनिश्चित करना एवं एक ज्ञानोन्मुख समाज के विकास की दिशा में कार्य करना।
  • वैश्विक गठजोड़ एवं भागीदारी विकसित करने के लिए राष्ट्रीय सीमाओं के आर-पार निर्बाध शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए सभी प्रणालियों एवं कार्य की समाभिरूपता तय करना।
  • शिक्षा के दायरे से अब तक बाह्य रहे लोगों तक शिक्षा पहुंचाना और जीवनोपयोगी कुशलता सुधार के जरिए स्थानीय विकास के लिए सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देना।
  • नियमित पेशागत विकास एवं सेवारत पेशेवरों के कौशल निखार के लिए विशेष आवश्यकता-आधारित शिक्षा एवं प्रशिक्षण अवसर उपलब्ध कराना।
  • सीमांत इलाकों में ज्ञान, जिसमें मुक्त एवं दूर शिक्षा भी शामिल है, के सृजन एवं विकास के लिए विधियों एवं रणनीतियों के विकास की दिशा में सतत प्रयास करना।

उपलब्धि

विश्वविद्यालय ने उच्च शिक्षा, सामुदायिक शिक्षा और पेशेवर विकास के क्षेत्रों में उपलब्धि प्राप्त की है। विश्वविद्यालय कई जाने-माने लोक संस्थानों और निजी उद्यमों के साथ उनके द्वारा उपलब्ध शैक्षिक अवसरों को बढ़ाने के लिए काम करता रहा है। दूर शिक्षा में विश्व नेता की हैसियत से इसे कॉमनवेल्थ ऑफ लर्निंग (सी.ओ.एल.), कनाडा, द्वारा कई बार उत्कृष्टता का पुरस्कार दिया जा चुका है। जनवरी, 2010 में इसे भारतीय विश्वविद्यालयों की वेबोमेट्रिक रैंकिंग में 12वां स्थान दिया गया। यह इंटरनेट पर उसकी उपस्थिति क्षमता पर आधारित था।

शिक्षण, शोध, प्रशिक्षण

इग्नू शिक्षण, शोध, प्रशिक्षण और विस्तार गतिविधियों में गुणवत्ता के प्रति समर्पित है और यह ओ.डी.एल. प्रणाली में विशेषज्ञता एवं ढांचागत सुविधा का 'राष्ट्रीय संसाधन केंद्र' है। इसने विशेष विद्यार्थी समूहों पर फोकस करने और दूर शिक्षा प्रणाली को सवंर्धित करने के लिए 'सेंटर फॉर एक्सटेंशन एजुकेशन', 'नेशनल सेंटर फॉर डिसेबिलिटी स्टडीज़' एवं 'नेशनल सेंटर फॉर इनोवेशन इन डिस्टेंस एजुकेशन' की स्थापना की है। इग्नू की दूर शिक्षा परिषद देश में ओ.डी.एल. प्रणाली के नियमन एवं प्रबंधन में भूमिका निभाती है।

शिक्षा और प्रौद्योगिकी

20 सितंबर, 2004 को एडुसैट[3] के प्रक्षेपण और इंटर-यूनिवर्सिटी कंसोर्टियम की स्थापना के साथ ही विश्वविद्यालय देश में प्रौद्योगिकी समर्थ शिक्षा के नए युग में प्रवेश कर गया। आज 134 सक्रिय दो तरफा विडियो कांफ्रेंसिंग केंद्र हैं, सभी क्षेत्रीय केंद्रों एवं उच्च दाखिला वाले अध्ययन केंद्रों को नेटवर्क संपर्क दिया गया है जिससे अंतःक्रियात्मक डिजिटल अंतर्वस्तु का आदान-प्रदान संभव हो गया है।

मल्टीमीडिया

अंतःक्रियात्मक मल्टीमीडिया और ऑनलाइन लर्निंग विकसित करने पर ज़ोर दिया जा रहा है। साथ ही पारंपरिक दूर शिक्षा डिलिवरी मोड को भी प्रौद्योगिकी समर्थ शिक्षा की सहायता से मूल्यवर्धित किया जा रहा है। इस प्रयास के अंतर्गत परिसर, कुछ क्षेत्रीय केंद्रों और इस उद्देश्य से इग्नू द्वारा समझौता किए गए संस्थानों में कई पूर्णकालिक कार्यक्रम भी संचालित किए जा रहे हैं।

अंतर्राष्ट्रीय पहचान

विश्वविद्यालय ने व्यापक अंतर्राष्ट्रीय पहचान भी स्थापित की है। यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों एवं गोष्ठियों में अपने संकाय सदस्यों की भागीदारी को बढ़ावा देता है और उसका वित्तीय भार वहन करता है। साथ ही, कई अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों का आयोजन भी करता है।

इग्‍नू ने कई देशों ख़ासतौर से एशि‍या और अफ्रीका, ऑस्‍ट्रेलि‍या, इंग्‍लैंड, फ्रांस, संयुक्‍त अरब अमीरात, कतर, कुवैत, ओमान, बहरीन, अबू धाबी, सेशेल्‍स, मॉरीशस, मालदीव, इथि‍योपि‍या, मैडागास्‍कर, पापुआ न्‍यू गि‍नी और लाईबेरि‍या के साथ द्वीपक्षीय और बहुपक्षीय समझौते कि‍ए हैं। इग्‍नू, यूनेस्‍को, राष्‍ट्रमंडल सचि‍वालय, राष्‍ट्रमंडल शि‍क्षण (सी.ओ.एल.), वि‍श्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (डब्‍लू.एच.ओ.) और वि‍श्‍वव्‍यापी नि‍धि‍ (डब्‍लू.डब्‍लू.एफ.) जैसे अंतर्राष्‍ट्रीय संगठनों के माध्‍यम से सरकारी एजेंसि‍यों तथा अन्‍य मुक्‍त वि‍श्‍ववि‍द्यालयों के साथ साझेदारी और सहयोग करने का वि‍चार रखता है। अंतराष्‍ट्रीय समझ को प्रोत्‍साहन देने के लि‍ए वि‍श्‍ववि‍द्यालय की एक योजना चल रही है जो अध्‍यापन कार्य संबंधी कर्मि‍यों के लि‍ए अंतर‑वि‍श्‍ववि‍द्यालीय आदान‑प्रदान के तहत एशि‍या के मुक्‍त वि‍श्‍ववि‍द्यालयों के अकादमीशि‍यनों और अन्‍य स्‍टाफ के संदर्भ में है। अध्‍यापकों और अन्‍य कर्मि‍यों की अनुसंधान एवं अकादमि‍क गति‍वि‍धि‍यों में तेज़ीलाने के लि‍ए वि‍श्‍ववि‍द्यालय राष्‍ट्रीय और अंतर्राष्‍ट्रीय सम्‍मेलनों का आयोजन एवं समर्थन करता है और उनमें हि‍स्‍सा लेता है।[1] व्याख्यान देने एवं संकाय से संपर्क के लिए विदेशी विद्वानों का नियमित दौरा भी होता है। विश्वविद्यालय ने साझेदारी व्यवस्था के द्वारा दुनिया भर में अपने शैक्षिक कार्यक्रमों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के अतिरिक्त कई विदेशी संस्थानों को अपनी शिक्षण सामग्रियों के अंगीकरण/स्वीकरण/इस्तेमाल की भी अनुमति दे रखी है।

उपेक्षित वर्गों को शिक्षा

वर्षों से इग्नू समाज के उपेक्षित वर्गों को शिक्षा प्रदान करने की देश की आकांक्षाओं को जिंदा रखा है। देश में सभी जेल कैदियों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जा रही है। इग्नू के विभिन्न कार्यक्रमों में बड़े पैमाने पर अनुसूचित जातियों/अनुसूचित जनजातियों के छात्रों को दाखिला दिया गया है।

ब्रिटेन के 'यूनिवर्सिटी ऑफ लंकाशायर' (यूक्लैन) के सहयोग से अनुप्रयुक्त संकेत भाषा में कला स्नातक कार्यक्रम नामक एक अभिनव कार्यक्रम शुरू किया गया है। यह दुनिया में अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. 1.0 1.1 1.2 इग्‍नू : एक जन वि‍श्‍ववि‍द्यालय (हिंदी) (पी.एच.पी) विशाखा मार्तान्ड। अभिगमन तिथि: 15 मार्च, 2012।
  2. ‘इग्नू’ दुनिया का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है (हिंदी)। । अभिगमन तिथि: 15 मार्च, 2012।
  3. सिर्फ शिक्षा को समर्पित उपग्रह

बाहरी कड़ियाँ

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