"जम और जमाई -काका हाथरसी": अवतरणों में अंतर
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अथवा लैटर बक्स, मुसीबत गले लगा ली | अथवा लैटर बक्स, मुसीबत गले लगा ली | ||
नित्य डालते रहो, किंतु ख़ाली का ख़ाली | नित्य डालते रहो, किंतु ख़ाली का ख़ाली | ||
कहँ ‘काका कवि', | कहँ ‘काका कवि', ससुरनरकमें सीधा जाता | ||
मृत्यु - समय यदि दर्शन दे जाये जमाता | मृत्यु - समय यदि दर्शन दे जाये जमाता | ||
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==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
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10:53, 11 फ़रवरी 2021 के समय का अवतरण
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बड़ा भयंकर जीव है, इस जग में दामाद |
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