"पहेली 26 अक्टूबर 2022": अवतरणों में अंतर

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-ज्ञानी प्रीतम सिंह
-ज्ञानी प्रीतम सिंह
+[[कैप्टन मोहन सिंह]]
+[[कैप्टन मोहन सिंह]]
||[[चित्र:Azad-Hind-Fauj.jpg|border|100px|right|आज़ाद हिन्द फ़ौज का ध्वज]]'कैप्टन मोहन सिंह' का [[भारतीय स्वतंत्रता संग्राम]] में बहुत ही महत्त्वपूर्ण योगदान है। इन्होंने [[आज़ाद हिन्द फ़ौज]] की स्थापना [[15 दिसम्बर]], [[1941]] में की थी। बाद में इस फ़ौज का नेतृत्व [[सुभाषचन्द्र बोस]] को [[21 अक्टूबर]], [[1943]] को सौंपा गया। फ़ौज के [[तिरंगा|तिरंगे झण्डे]] के बीच में दहाडते हुआ [[शेर]] बनाया गया था, जो फ़ौज की वीरता का प्रतीक था। आज़ाद हिन्द फ़ौज की तीन ब्रिगेड थीं, जिनका नाम- 'सुभाष ब्रिगेड', 'गांधी ब्रिगेड' और 'जवाहर ब्रिगेड' था।→अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कैप्टन मोहन सिंह]]
-मेजर फुजीहारा
-मेजर फुजीहारा
-[[रासबिहारी बोस]]
-[[रासबिहारी बोस]]
||'कैप्टन मोहन सिंह' का [[भारतीय स्वतंत्रता संग्राम]] में बहुत ही महत्त्वपूर्ण योगदान है। इन्होंने [[आज़ाद हिन्द फ़ौज]] की स्थापना [[15 दिसम्बर]], [[1941]] में की थी। बाद में इस फ़ौज का नेतृत्व [[सुभाषचन्द्र बोस]] को [[21 अक्टूबर]], [[1943]] को सौंपा गया। फ़ौज के [[तिरंगा|तिरंगे झण्डे]] के बीच में दहाडते हुआ [[शेर]] बनाया गया था, जो फ़ौज की वीरता का प्रतीक था। आज़ाद हिन्द फ़ौज की तीन ब्रिगेड थीं, जिनका नाम- 'सुभाष ब्रिगेड', 'गांधी ब्रिगेड' और 'जवाहर ब्रिगेड' था।→अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कैप्टन मोहन सिंह]]
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