"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/1": अवतरणों में अंतर

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==झारखण्ड सामान्य ज्ञान==
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|-
| valign="top"|
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<quiz display=simple>
{[[झारखण्ड]] में [[सविनय अवज्ञा आन्दोलन]] वर्ष [[1930]] में कहाँ मनाया गया?
|type="()"}
+[[राँची]]
-[[धनबाद]]
-[[गिरिडीह]]
-रामगढ़
||[[चित्र:View-Of-Ranchi.jpg|right|120px|राँची का एक दृश्य]][[राँची]] शहर, पश्चिम-मध्य [[झारखण्ड]] राज्य, [[पूर्वोत्तर भारत]] में स्थित है। यह शहर [[स्वर्णरेखा नदी]] के किनारे घाटी में स्थित है और नवगठित झारखण्ड राज्य की राजधानी है। मुख्य रेल व सड़क मार्ग से जुड़ा होने के कारण यह शहर, इस क्षेत्र का [[कृषि]], [[कपास]] व [[चाय]] के व्यापार का केन्द्र है। रेशम व लाख उत्पादन और भारी मशीन उपकरण यहाँ के प्रमुख उद्योग हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[राँची]]


{[[असहयोग आन्दोलन]] के दौरान [[झारखण्ड]] के किस क्षेत्र को अशांत घोषित किया गया था?
|type="()"}
-[[पलामू]]
+[[साहिबगंज ज़िला|साहिबगंज]]
-[[कोडरमा ज़िला|कोडरमा]]
-नोआमुंडी
{वर्ष [[1940]] ई. में [[कांग्रेस]] का वार्षिक [[कांग्रेस अधिवेशन|अधिवेशन]] कहाँ सम्पन्न हुआ था?
|type="()"}
+रामगढ़
-[[चतरा]]
-[[जमशेदपुर]]
-[[देवघर]]
{[[झारखण्ड]] के [[भारत छोड़ो आन्दोलन]] में निम्न में से किस महिला की सक्रिय भागीदारी रही है?
|type="()"}
-देवकानी
+सरस्वती
-महेशपुर की रानी
-प्रतिमा सिन्हा
{किस [[प्रधानमंत्री]] के कार्यकाल में 'झारखण्ड क्षेत्रीय स्वायत्त परिषद' का गठन किया गया था?
|type="()"}
-[[अटल बिहारी वाजपेयी]]
-[[वी. पी. सिंह]]
+[[पी. वी. नरसिम्हा राव]]
-[[इन्द्र कुमार गुजराल]]
||[[चित्र:Narsing-Rao.jpg|right|100px|पी. वी. नरसिम्हा राव]]पी. वी. नरसिम्हा राव [[भारत]] के नौवें [[प्रधानमंत्री]] के रूप में जाने जाते हैं। [[पी. वी. नरसिम्हा राव]] का जन्म [[28 जून]], [[1921]] को [[आंध्र प्रदेश]] के 'वांगरा' ग्राम करीम नगर में हुआ था। इनका पूरा नाम 'परबमुल पार्थी वेंकट नरसिम्हा राव' था। इन्हें पूरे नाम से बहुत कम लोग ही जानते थे। इनके [[पिता]] का नाम पी. रंगा था। नरसिम्हा राव ने 'उस्मानिया विश्वविद्यालय' तथा [[नागपुर]] और मुम्बई विश्वविद्यालयों में शिक्षा प्राप्त की थी। उन्होंने [[तेलुगु भाषा|तेलुगु]] और [[हिन्दी]] में कविताएँ भी लिखी थीं। समग्र रूप से इन्हें साहित्य में भी काफ़ी रुचि थी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[पी. वी. नरसिम्हा राव]]
{[[जयप्रकाश नारायण]] अपने साथियों के साथ [[हज़ारीबाग़]] जेल से कब फरार हो गए?
|type="()"}
+[[9 नवम्बर]], [[1942]] ई. में
-[[9 नवम्बर]], [[1943]] ई. में
-[[11 नवम्बर]], [[1943]] ई. में
-[[11 दिसम्बर]], [[1944]] ई. में
{[[बिहार]] विधान सभा में पहली बार 'पृथक झारखण्ड' प्रस्ताव कब पारित हुआ?
|type="()"}
-[[15 जुलाई]], [[1997]] को
-[[17 जुलाई]], [[1997]] को
-[[22 जुलाई]], [[1997]] को
+[[20 जुलाई]], [[1997]] को
{निम्नलिखित में से कौन-सी [[झारखण्ड]] राज्य की मुख्य फ़सल है?
|type="()"}
-[[गेहूँ]]
+धान
-[[चना]]
-[[मक्का]]
{[[झारखण्ड]] राज्य की भौगोलिक सीमा को स्पर्श नहीं करने वाला राज्य है-
|type="()"}
-[[उत्तर प्रदेश]]
-[[छत्तीसगढ़]]
+[[आन्ध्र प्रदेश]]
-[[बिहार]]
||[[चित्र:Charminar-Hyderabad-1.jpg|right|120px|चार मीनार ,हैदराबाद ]]स्वतंत्रता के पश्चात [[तेलुगु भाषा|तेलुगु भाषी]] क्षेत्र को [[मद्रास]] प्रांत से अलग करके [[1 अक्तूबर]], [[1953]] को नए प्रदेश का निर्माण किया गया, जिसका नाम [[आंध्र प्रदेश]] रखा गया। राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 बनने के बाद [[हैदराबाद]] राज्य को आंध्र प्रदेश में मिला कर [[1 नवंबर]], 1956 में 'आंध्र प्रदेश' राज्य का निर्माण हुआ। आंध्र प्रदेश के उत्तर में [[उड़ीसा]] राज्य और [[छत्तीसगढ़]], पश्चिम में [[महाराष्ट्र]] और [[कर्नाटक]], दक्षिण में [[तमिलनाडु]] और पूर्व में लगभग 975 किलोमीटर की तट रेखा [[बंगाल की खाड़ी]] है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[आन्ध्र प्रदेश]]
{[[झारखण्ड]] में [[एशिया]] की सबसे बड़ी [[लोहा|लोहे]] की खान है। यह कहाँ स्थित है?
|type="()"}
-जाम्दा
-बुरू
-[[क्योंझर ज़िला|क्योंझर]]
+नोआमुंडी
{'[[हो जाति|हो]]' जनजाति के घरों के किनारे पर निर्मित पूर्वजों का 'पूजा स्थल' कहलाता है-
|type="()"}
+आदिंग
-अखारे
-शासन
-सारण
{[[झारखण्ड]] की किस नदी को 'बंगाल का शोक' कहा जाता था?
|type="()"}
-[[बराकर नदी]]
+[[दामोदर नदी]]
-खरकई नदी
-इनमें से कोई नहीं
||[[चित्र:Damodar-River.jpg|right|120px|दामोदर नदी]]दामोदर नदी [[छोटा नागपुर]] की पहाड़ियों से 610 मीटर की ऊँचाई से निकलकर लगभग 290 किलोमीटर [[झारखण्ड]] में प्रवाहित होने के बाद [[पश्चिम बंगाल]] में प्रवेश कर 240 किलोमीटर प्रवाहित होकर [[हुगली नदी]] में मिल जाती है। झारखण्ड में इसे 'देवनद' के नाम से जाना जाता है। पहले [[दामोदर नदी]] अपनी बाढ़ों के लिए कुख्यात थी। इस नदी को पहले 'बंगाल का शोक' कहा जाता था। इसकी सहायक नदियों में कोनार तथा [[बराकर नदी|बराकर]] प्रमुख हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[दामोदर नदी]]
{[[बिरसा मुंडा]] को आम जनजातियाँ क्या कहती थीं?|type="()"}
-धरती पुत्र
+धरती बाबा
-दिशुम गुरु
-इनमें से कोई नहीं
{युवक एवं युवतियों का सबसे बड़ा त्योहार 'जात्रा' मनाने वाली जनजाति कौन-सी है?
|type="()"}
-मुंडा
-[[संथाल]]
-[[गोंड]]
+उराँव
{[[पारसनाथ शिखर|पारसनाथ]] किस [[धर्म]] के लिए पवित्र स्थल है?
|type="()"}
-[[हिन्दू]]
-[[बौद्ध]]
+[[जैन]]
-[[ईसाई]]
||[[चित्र:Parasnath-Hills.jpg|right|120px|पारसनाथ पहाड़ी]][[जैन धर्म]] [[भारत]] की श्रमण परम्परा से निकला [[धर्म]] और [[दर्शन]] है। प्राचीन समय से ही जैन धर्म का प्रचार-प्रसार भारत में होने लगा था। जैन धर्म के सातवें [[तीर्थंकर]] [[सुपार्श्वनाथ]] का विहार [[मथुरा]] में हुआ था। विहार-स्थल पर 'कुबेरा देवी' द्वारा जो [[स्तूप]] बनाया गया था, वह जैन धर्म के इतिहास में बड़ा प्रसिद्ध रहा है। [[पारसनाथ पहाड़ी]], जो कि [[झारखण्ड]] राज्य के [[बोकारो]] शहर में स्थित है, जैन लोगों का एक प्रमुख दार्शनिक स्थल है। इस पवित्र स्थान को '[[सम्मेद शिखर]]' भी कहा जाता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जैन]]
{'झारखण्ड विकास मोर्चा' की स्थापना किसने की थी?
|type="()"}
+बाबूलाल मरांडी
-शिबू सोरेन
-कड़िया मुंडा
-[[जयपाल सिंह]]
</quiz>
|}
|}
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04:57, 22 नवम्बर 2022 के समय का अवतरण