"संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची)": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
('{| width="80%" class="bharattable-pink" |+ |- !संकेताक्षर !! पूर्ण रूप !! संकेताक...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
No edit summary |
||
| (इसी सदस्य द्वारा किए गए बीच के 3 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
| पंक्ति 27: | पंक्ति 27: | ||
|- | |- | ||
|कथा. || [[कथासरित्सागर]] || कनक. || कनकधारास्तव | |कथा. || [[कथासरित्सागर]] || कनक. || कनकधारास्तव | ||
|- | |||
|कर्पूर. || कर्पूर मंजरी || कलि. || कलिविडंबन (नीलकंठ दीक्षित कृत) | |||
|- | |||
|कवि. || कविरहस्य || का. || कादम्बरी | |||
|- | |||
|कात्या. || कात्यायन || काम. || कामन्दकी नीति | |||
|- | |||
|काव्य. || काव्यप्रकाश || काव्या. || काव्यादर्श | |||
|- | |||
|काशि. || काशिकावृत्ति || कि. || किरातार्जुनीय | |||
|- | |||
|कीर्ति. || कीर्तिकौमुदी || कुमा. || कुमारसंभव | |||
|- | |||
|कुव. || कुवलयानन्द || कृष्ण. || कृष्णकर्णामृत | |||
|- | |||
|केन. || केनोपनिषद् || कौ. अ. || कौटिल्य अर्थशास्त्र | |||
|- | |||
|कोश. || कोशकल्पतरु || कौशि. || कौशिकसूत्र | |||
|- | |||
|कौषी. || कौषीतकी उपनिषद् || ग. ल. || गंगा लहरी | |||
|- | |||
|घोषाल || Ghosal's System of Revenue || चण्ड. || चण्ड कौशिक | |||
|- | |||
|गण. || गणरत्नमहोदधि-वर्धमान कृत || चन्द्रा. || चन्द्रालोक | |||
|- | |||
|चाण. || चाणक्य शतक || चात. || चातकाष्टक | |||
|- | |||
|चोल. || चोल चम्पू || चौर. || चौरपंचाशिका | |||
|- | |||
|छं. || छन्दोमंजरी || छा. || छान्दोग्योपनिषद | |||
|- | |||
|जानकी. || जानकीहरण || जै. || जैमिनी सूत्र | |||
|- | |||
|जै. न्या. || जैमिनीय न्यायमाला विस्तर || ज्यो. || ज्योतिष | |||
|- | |||
|त. कौ. || तर्क कौमुदी || तारा. || तारानाथ वाचस्पत्यम् | |||
|- | |||
|तै. आ. || तैत्तिरीय आरण्यक || तै. उ. || तैत्तिरीय उपनिषद | |||
|- | |||
|त्रिका. || त्रिकांड शेष || तै. सं. || तैत्तिरीय संहिता | |||
|- | |||
|तं. वा. || तंत्रवार्तिक || दाय. || दायभाग | |||
|- | |||
|दे. स. || दुर्गासप्तशती || दूत. || दूतवाक्यम् | |||
|- | |||
|दे. म. || देवी महात्म्य || नवरत्न. || नवरत्नमाला | |||
|- | |||
|ना. भा. || नारायण भाष्य || नागा. || नागानन्द | |||
|- | |||
|नाना. || नानार्थ मञ्जरी || नाभ. || नारायण भट्ट | |||
|- | |||
|नारा. || नारायणीय || निघ. || निघण्टु | |||
|- | |||
|नी. || नीतिसार || नीति. || नीति प्रदीप | |||
|- | |||
|नील. || नीलकण्ठ || नैष. || नैषध | |||
|- | |||
|पंच. || पंचतन्त्र || पञ्च. || पञ्चदशी | |||
|- | |||
|पञ्च. || पञ्चरात्रम् || पा. || [[पाणिनि]] की [[अष्टाध्यायी]] | |||
|- | |||
|पा. यो.||पातंजल योगशास्त्र||पुष्प.||पुष्पदन्त | |||
|- | |||
|प्रताप. ||प्रतापरुद्रीय||प्रति.||प्रतिमा | |||
|- | |||
|प्रबोध.||प्रबोधचन्द्रोदय||प्रस.||प्रसन्नराघव | |||
|- | |||
|बं. शि.||बंगाल शिलालेख||बाल.||बालचरित | |||
|- | |||
|बाल. रा.||बालरामायण||बु.||बुद्ध साहित्यं (बुद्धिस्ट लेख) | |||
|- | |||
|बु.च.||बुद्धचरितम्||बृ.उ. (बृहदा.)||बृहदारण्यक उपनिषद् | |||
|- | |||
|बृ.क.||बृहत् कथा||बृ.सं.||बृहत्संहिता-वराहमिहिर कृत | |||
|- | |||
|भ.पु.||भविष्योत्तर पुराण||भग.||भगवद्गीता | |||
|- | |||
|भट्टि.||भट्टिकाव्य||भर्तृ.||भर्तृहरिशतकत्रयम्<br/> | |||
1. शृंगार, 2. नीति 3. वैराग्य | |||
|- | |||
|भा.||भारत मञ्जरी||भा. प्र.||भावप्रकाश | |||
|- | |||
|भाग.||भागवत||भामि.||भामिनी विलास | |||
|- | |||
|भाषा.||भाषा परिच्छेद||भोज.||भोज चरित | |||
|- | |||
|म.ना.||महानारायण उपनिषद्||म.पु.||[[मत्स्य पुराण]] | |||
|- | |||
|मनु.||[[मनुस्मृति]]||महा. (महाभा.)||महाभाष्य | |||
|- | |||
|महा.||[[महाभारत]]||महावीर.||महावीर चरित | |||
|- | |||
|मा.||मातंगलीला||मान.||मानसार | |||
|- | |||
|मार्क.||मार्कण्डेय पुराण||माल.||मालतीमाधव | |||
|- | |||
|मालवि.||मालविकाग्निमित्र||मी.सू.||मीमांसा सूत्र | |||
|- | |||
|मुंड.||मुंडकोपनिषद||मुख.||मुखपञ्चशती | |||
|- | |||
|मुग्ध.||मुग्धबोध||मेघ.||मेघदूत | |||
|- | |||
|मृछ.||मृच्छकटिक||याज्ञ.||याज्ञवल्क्य स्मृति | |||
|- | |||
|याद.||यादवाभ्युदय||योग.||योगसूत्र | |||
|- | |||
|रतना.||रत्नावली||रघु.||रघुवंश | |||
|- | |||
|रस.||रसगंगाधर||रसम.||रसमंजरी | |||
|- | |||
|रा.||[[रामायण]]||रति.||रतिमंजरी | |||
|- | |||
|राज.||राजप्रशस्ति||राजत.||[[राजतरंगिणी]] | |||
|- | |||
|रा.||रामचरितम्||ललित.||ललित सहस्रनाम | |||
|- | |||
|वन.||वनस्पतिशास्त्र||वराह.||वराहमिहिर की बृहत्संहिता | |||
|- | |||
|वाज.||वाजसनेयि संहिता||वा.प.|| वाक्पदीय | |||
|- | |||
|वास.||वासवदत्ता||वि.||विक्रमोर्वशीयम् | |||
|- | |||
|वि.पु.||[[विष्णु पुराण]]||विक्रम.||विक्रमांकदेवचरित | |||
|- | |||
|विश्व.||विश्व गुणादर्श चम्पू||वे.दे.||वेदान्त देशिका | |||
|- | |||
|वे.सा.||वेदान्त सार||वेणी.||वेणीसंहार | |||
|- | |||
|वेदपा.||वेदपादस्तव||वैज.||वैजयन्ती | |||
|- | |||
|श.||शकुन्तला नाटक||शंकर. ||शंकर दिग्विजय | |||
|- | |||
|श.चि.||शब्दार्थ चिन्तामणि||शत.||शतपथ ब्राह्मण | |||
|- | |||
|शत श्लो.||शतश्लोकी||शार्ङ.||शार्ङ्गधर | |||
|- | |||
|शब्द.||शब्दकल्पद्रुम||शाभा.||शारीर भाष्य | |||
|- | |||
|शालि.||शालिहोत्र||शि.||शिशुपालवध | |||
|- | |||
|शि.पु.||[[शिव पुराण]]||शि. म.||शिवमहिम्न स्तोत्र | |||
|- | |||
|शिव.||शिव भारत||शिवानन्द||शिवानन्द लहरी | |||
|- | |||
|शिशु.||शिशुपालवध||शुक्र.||शुक्रनीति | |||
|- | |||
|शु.||शुल्बसूत्र||शृंगार.|| शृंगार तिलक | |||
|- | |||
|श्याम.||श्यामलादण्डक||श्रुत.||श्रुतबोध | |||
|- | |||
|श्वेत. (श्वेता.)||श्वेताश्वतरोपनिषद||सर. क.||सरस्वती कण्ठाभरण | |||
|- | |||
|सुधा.||सुधालहरी||स्वप्न.||स्वप्नवासवदत्तम् | |||
|- | |||
|सर्व.||सर्वदर्शन संग्रह||सा.द.||साहित्य दर्पण | |||
|- | |||
|सां.का.||सांख्य कारिका||सां.प्र.||सांख्यप्रवचन भाष्य | |||
|- | |||
|सि.||सिद्धान्तकौमुदी||सि.मु.||सिद्धान्त मुक्तावली | |||
|- | |||
|सां. सू.||सांख्य सूत्र||सि.सं.||सिद्धान्तलेश संग्रह | |||
|- | |||
|सु. (सुश्रु.)||सुश्रुत||सुभा.||सुभाषित रत्नाकर | |||
|- | |||
|सुवासव.||सुबन्धु की वासवदत्ता||सुभाषित.||सुभाषितरत्नभाण्डागार | |||
|- | |||
|सू.सि.||सूर्य सिद्धान्त||सौ.||सौन्दर्य लहरी | |||
|- | |||
|हंस.||हंसदूत||हनु.||हनुमन्नाटक | |||
|- | |||
|हर.||हरविजय||हरि.||[[हरिवंशपुराण]] | |||
|- | |||
|हला.||हलायुध||हर्ष.||[[हर्षचरित]] | |||
|- | |||
|हि.||हितोपदेश||हेम.||हेमचन्द्र | |||
|} | |} | ||
12:18, 1 अगस्त 2023 के समय का अवतरण
| संकेताक्षर | पूर्ण रूप | संकेताक्षर | पूर्ण रूप |
|---|---|---|---|
| अ. पु. | अग्नि पुराण | अ. श. | अन्यापदेश शतक |
| अ. सं. | अगस्त्य संहिता | अथर्व | अथर्व वेद |
| अनर्घ. | अनर्घराघव | अन्न. | अन्नपूर्णाष्टक |
| अमर. | अमरकोश | अमरु. | अमरुशतक |
| अवि. | अविमारक | आनन्द. | आनन्द लहरी |
| आर्या. | आर्या सप्तशती | आश्व. | आश्वलायनसूत्र |
| ईश. | ईशोपनिषद् | उ. दू. | उद्धव दूत |
| उ.सं. | उद्धव संदेश | उणादि. | उणादि सूत्र |
| उत. | उत्तर रामचरित | ऋक्. | ऋग्वेद |
| एकार्थ. | एकार्थनाममाला | ऐत. उ. | ऐतरेय उपनिषद् |
| ऐत. ब्रा. | ऐतरेय ब्राह्मण | कठ. | कठोपनिषद |
| कथा. | कथासरित्सागर | कनक. | कनकधारास्तव |
| कर्पूर. | कर्पूर मंजरी | कलि. | कलिविडंबन (नीलकंठ दीक्षित कृत) |
| कवि. | कविरहस्य | का. | कादम्बरी |
| कात्या. | कात्यायन | काम. | कामन्दकी नीति |
| काव्य. | काव्यप्रकाश | काव्या. | काव्यादर्श |
| काशि. | काशिकावृत्ति | कि. | किरातार्जुनीय |
| कीर्ति. | कीर्तिकौमुदी | कुमा. | कुमारसंभव |
| कुव. | कुवलयानन्द | कृष्ण. | कृष्णकर्णामृत |
| केन. | केनोपनिषद् | कौ. अ. | कौटिल्य अर्थशास्त्र |
| कोश. | कोशकल्पतरु | कौशि. | कौशिकसूत्र |
| कौषी. | कौषीतकी उपनिषद् | ग. ल. | गंगा लहरी |
| घोषाल | Ghosal's System of Revenue | चण्ड. | चण्ड कौशिक |
| गण. | गणरत्नमहोदधि-वर्धमान कृत | चन्द्रा. | चन्द्रालोक |
| चाण. | चाणक्य शतक | चात. | चातकाष्टक |
| चोल. | चोल चम्पू | चौर. | चौरपंचाशिका |
| छं. | छन्दोमंजरी | छा. | छान्दोग्योपनिषद |
| जानकी. | जानकीहरण | जै. | जैमिनी सूत्र |
| जै. न्या. | जैमिनीय न्यायमाला विस्तर | ज्यो. | ज्योतिष |
| त. कौ. | तर्क कौमुदी | तारा. | तारानाथ वाचस्पत्यम् |
| तै. आ. | तैत्तिरीय आरण्यक | तै. उ. | तैत्तिरीय उपनिषद |
| त्रिका. | त्रिकांड शेष | तै. सं. | तैत्तिरीय संहिता |
| तं. वा. | तंत्रवार्तिक | दाय. | दायभाग |
| दे. स. | दुर्गासप्तशती | दूत. | दूतवाक्यम् |
| दे. म. | देवी महात्म्य | नवरत्न. | नवरत्नमाला |
| ना. भा. | नारायण भाष्य | नागा. | नागानन्द |
| नाना. | नानार्थ मञ्जरी | नाभ. | नारायण भट्ट |
| नारा. | नारायणीय | निघ. | निघण्टु |
| नी. | नीतिसार | नीति. | नीति प्रदीप |
| नील. | नीलकण्ठ | नैष. | नैषध |
| पंच. | पंचतन्त्र | पञ्च. | पञ्चदशी |
| पञ्च. | पञ्चरात्रम् | पा. | पाणिनि की अष्टाध्यायी |
| पा. यो. | पातंजल योगशास्त्र | पुष्प. | पुष्पदन्त |
| प्रताप. | प्रतापरुद्रीय | प्रति. | प्रतिमा |
| प्रबोध. | प्रबोधचन्द्रोदय | प्रस. | प्रसन्नराघव |
| बं. शि. | बंगाल शिलालेख | बाल. | बालचरित |
| बाल. रा. | बालरामायण | बु. | बुद्ध साहित्यं (बुद्धिस्ट लेख) |
| बु.च. | बुद्धचरितम् | बृ.उ. (बृहदा.) | बृहदारण्यक उपनिषद् |
| बृ.क. | बृहत् कथा | बृ.सं. | बृहत्संहिता-वराहमिहिर कृत |
| भ.पु. | भविष्योत्तर पुराण | भग. | भगवद्गीता |
| भट्टि. | भट्टिकाव्य | भर्तृ. | भर्तृहरिशतकत्रयम् 1. शृंगार, 2. नीति 3. वैराग्य |
| भा. | भारत मञ्जरी | भा. प्र. | भावप्रकाश |
| भाग. | भागवत | भामि. | भामिनी विलास |
| भाषा. | भाषा परिच्छेद | भोज. | भोज चरित |
| म.ना. | महानारायण उपनिषद् | म.पु. | मत्स्य पुराण |
| मनु. | मनुस्मृति | महा. (महाभा.) | महाभाष्य |
| महा. | महाभारत | महावीर. | महावीर चरित |
| मा. | मातंगलीला | मान. | मानसार |
| मार्क. | मार्कण्डेय पुराण | माल. | मालतीमाधव |
| मालवि. | मालविकाग्निमित्र | मी.सू. | मीमांसा सूत्र |
| मुंड. | मुंडकोपनिषद | मुख. | मुखपञ्चशती |
| मुग्ध. | मुग्धबोध | मेघ. | मेघदूत |
| मृछ. | मृच्छकटिक | याज्ञ. | याज्ञवल्क्य स्मृति |
| याद. | यादवाभ्युदय | योग. | योगसूत्र |
| रतना. | रत्नावली | रघु. | रघुवंश |
| रस. | रसगंगाधर | रसम. | रसमंजरी |
| रा. | रामायण | रति. | रतिमंजरी |
| राज. | राजप्रशस्ति | राजत. | राजतरंगिणी |
| रा. | रामचरितम् | ललित. | ललित सहस्रनाम |
| वन. | वनस्पतिशास्त्र | वराह. | वराहमिहिर की बृहत्संहिता |
| वाज. | वाजसनेयि संहिता | वा.प. | वाक्पदीय |
| वास. | वासवदत्ता | वि. | विक्रमोर्वशीयम् |
| वि.पु. | विष्णु पुराण | विक्रम. | विक्रमांकदेवचरित |
| विश्व. | विश्व गुणादर्श चम्पू | वे.दे. | वेदान्त देशिका |
| वे.सा. | वेदान्त सार | वेणी. | वेणीसंहार |
| वेदपा. | वेदपादस्तव | वैज. | वैजयन्ती |
| श. | शकुन्तला नाटक | शंकर. | शंकर दिग्विजय |
| श.चि. | शब्दार्थ चिन्तामणि | शत. | शतपथ ब्राह्मण |
| शत श्लो. | शतश्लोकी | शार्ङ. | शार्ङ्गधर |
| शब्द. | शब्दकल्पद्रुम | शाभा. | शारीर भाष्य |
| शालि. | शालिहोत्र | शि. | शिशुपालवध |
| शि.पु. | शिव पुराण | शि. म. | शिवमहिम्न स्तोत्र |
| शिव. | शिव भारत | शिवानन्द | शिवानन्द लहरी |
| शिशु. | शिशुपालवध | शुक्र. | शुक्रनीति |
| शु. | शुल्बसूत्र | शृंगार. | शृंगार तिलक |
| श्याम. | श्यामलादण्डक | श्रुत. | श्रुतबोध |
| श्वेत. (श्वेता.) | श्वेताश्वतरोपनिषद | सर. क. | सरस्वती कण्ठाभरण |
| सुधा. | सुधालहरी | स्वप्न. | स्वप्नवासवदत्तम् |
| सर्व. | सर्वदर्शन संग्रह | सा.द. | साहित्य दर्पण |
| सां.का. | सांख्य कारिका | सां.प्र. | सांख्यप्रवचन भाष्य |
| सि. | सिद्धान्तकौमुदी | सि.मु. | सिद्धान्त मुक्तावली |
| सां. सू. | सांख्य सूत्र | सि.सं. | सिद्धान्तलेश संग्रह |
| सु. (सुश्रु.) | सुश्रुत | सुभा. | सुभाषित रत्नाकर |
| सुवासव. | सुबन्धु की वासवदत्ता | सुभाषित. | सुभाषितरत्नभाण्डागार |
| सू.सि. | सूर्य सिद्धान्त | सौ. | सौन्दर्य लहरी |
| हंस. | हंसदूत | हनु. | हनुमन्नाटक |
| हर. | हरविजय | हरि. | हरिवंशपुराण |
| हला. | हलायुध | हर्ष. | हर्षचरित |
| हि. | हितोपदेश | हेम. | हेमचन्द्र |
|
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख