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|पञ्च. || पञ्चरात्रम् || पा. || [[पाणिनि]] की [[अष्टाध्यायी]] | |पञ्च. || पञ्चरात्रम् || पा. || [[पाणिनि]] की [[अष्टाध्यायी]] | ||
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|पा. यो.||पातंजल योगशास्त्र||पुष्प.||पुष्पदन्त | |||
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|प्रताप. ||प्रतापरुद्रीय||प्रति.||प्रतिमा | |||
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|प्रबोध.||प्रबोधचन्द्रोदय||प्रस.||प्रसन्नराघव | |||
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|बं. शि.||बंगाल शिलालेख||बाल.||बालचरित | |||
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|बाल. रा.||बालरामायण||बु.||बुद्ध साहित्यं (बुद्धिस्ट लेख) | |||
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|बु.च.||बुद्धचरितम्||बृ.उ. (बृहदा.)||बृहदारण्यक उपनिषद् | |||
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|बृ.क.||बृहत् कथा||बृ.सं.||बृहत्संहिता-वराहमिहिर कृत | |||
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|भ.पु.||भविष्योत्तर पुराण||भग.||भगवद्गीता | |||
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|भट्टि.||भट्टिकाव्य||भर्तृ.||भर्तृहरिशतकत्रयम्<br/> | |||
1. शृंगार, 2. नीति 3. वैराग्य | |||
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|भा.||भारत मञ्जरी||भा. प्र.||भावप्रकाश | |||
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|भाग.||भागवत||भामि.||भामिनी विलास | |||
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|भाषा.||भाषा परिच्छेद||भोज.||भोज चरित | |||
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|म.ना.||महानारायण उपनिषद्||म.पु.||[[मत्स्य पुराण]] | |||
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|मनु.||[[मनुस्मृति]]||महा. (महाभा.)||महाभाष्य | |||
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|महा.||[[महाभारत]]||महावीर.||महावीर चरित | |||
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|मा.||मातंगलीला||मान.||मानसार | |||
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|मार्क.||मार्कण्डेय पुराण||माल.||मालतीमाधव | |||
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|मालवि.||मालविकाग्निमित्र||मी.सू.||मीमांसा सूत्र | |||
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|मुंड.||मुंडकोपनिषद||मुख.||मुखपञ्चशती | |||
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|मुग्ध.||मुग्धबोध||मेघ.||मेघदूत | |||
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|मृछ.||मृच्छकटिक||याज्ञ.||याज्ञवल्क्य स्मृति | |||
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|याद.||यादवाभ्युदय||योग.||योगसूत्र | |||
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|रतना.||रत्नावली||रघु.||रघुवंश | |||
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|रस.||रसगंगाधर||रसम.||रसमंजरी | |||
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|रा.||[[रामायण]]||रति.||रतिमंजरी | |||
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|राज.||राजप्रशस्ति||राजत.||[[राजतरंगिणी]] | |||
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|रा.||रामचरितम्||ललित.||ललित सहस्रनाम | |||
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|वन.||वनस्पतिशास्त्र||वराह.||वराहमिहिर की बृहत्संहिता | |||
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|वाज.||वाजसनेयि संहिता||वा.प.|| वाक्पदीय | |||
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|वास.||वासवदत्ता||वि.||विक्रमोर्वशीयम् | |||
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|वि.पु.||[[विष्णु पुराण]]||विक्रम.||विक्रमांकदेवचरित | |||
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|विश्व.||विश्व गुणादर्श चम्पू||वे.दे.||वेदान्त देशिका | |||
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|वे.सा.||वेदान्त सार||वेणी.||वेणीसंहार | |||
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|वेदपा.||वेदपादस्तव||वैज.||वैजयन्ती | |||
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|श.||शकुन्तला नाटक||शंकर. ||शंकर दिग्विजय | |||
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|श.चि.||शब्दार्थ चिन्तामणि||शत.||शतपथ ब्राह्मण | |||
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|शत श्लो.||शतश्लोकी||शार्ङ.||शार्ङ्गधर | |||
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|शब्द.||शब्दकल्पद्रुम||शाभा.||शारीर भाष्य | |||
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|शालि.||शालिहोत्र||शि.||शिशुपालवध | |||
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|शि.पु.||[[शिव पुराण]]||शि. म.||शिवमहिम्न स्तोत्र | |||
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|शिव.||शिव भारत||शिवानन्द||शिवानन्द लहरी | |||
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|शिशु.||शिशुपालवध||शुक्र.||शुक्रनीति | |||
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|शु.||शुल्बसूत्र||शृंगार.|| शृंगार तिलक | |||
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|श्याम.||श्यामलादण्डक||श्रुत.||श्रुतबोध | |||
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|श्वेत. (श्वेता.)||श्वेताश्वतरोपनिषद||सर. क.||सरस्वती कण्ठाभरण | |||
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|सुधा.||सुधालहरी||स्वप्न.||स्वप्नवासवदत्तम् | |||
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|सर्व.||सर्वदर्शन संग्रह||सा.द.||साहित्य दर्पण | |||
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|सां.का.||सांख्य कारिका||सां.प्र.||सांख्यप्रवचन भाष्य | |||
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|सि.||सिद्धान्तकौमुदी||सि.मु.||सिद्धान्त मुक्तावली | |||
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|सां. सू.||सांख्य सूत्र||सि.सं.||सिद्धान्तलेश संग्रह | |||
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|सु. (सुश्रु.)||सुश्रुत||सुभा.||सुभाषित रत्नाकर | |||
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|सुवासव.||सुबन्धु की वासवदत्ता||सुभाषित.||सुभाषितरत्नभाण्डागार | |||
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|सू.सि.||सूर्य सिद्धान्त||सौ.||सौन्दर्य लहरी | |||
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|हंस.||हंसदूत||हनु.||हनुमन्नाटक | |||
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|हर.||हरविजय||हरि.||[[हरिवंशपुराण]] | |||
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|हला.||हलायुध||हर्ष.||[[हर्षचरित]] | |||
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|हि.||हितोपदेश||हेम.||हेमचन्द्र | |||
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12:18, 1 अगस्त 2023 के समय का अवतरण
संकेताक्षर | पूर्ण रूप | संकेताक्षर | पूर्ण रूप |
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अ. पु. | अग्नि पुराण | अ. श. | अन्यापदेश शतक |
अ. सं. | अगस्त्य संहिता | अथर्व | अथर्व वेद |
अनर्घ. | अनर्घराघव | अन्न. | अन्नपूर्णाष्टक |
अमर. | अमरकोश | अमरु. | अमरुशतक |
अवि. | अविमारक | आनन्द. | आनन्द लहरी |
आर्या. | आर्या सप्तशती | आश्व. | आश्वलायनसूत्र |
ईश. | ईशोपनिषद् | उ. दू. | उद्धव दूत |
उ.सं. | उद्धव संदेश | उणादि. | उणादि सूत्र |
उत. | उत्तर रामचरित | ऋक्. | ऋग्वेद |
एकार्थ. | एकार्थनाममाला | ऐत. उ. | ऐतरेय उपनिषद् |
ऐत. ब्रा. | ऐतरेय ब्राह्मण | कठ. | कठोपनिषद |
कथा. | कथासरित्सागर | कनक. | कनकधारास्तव |
कर्पूर. | कर्पूर मंजरी | कलि. | कलिविडंबन (नीलकंठ दीक्षित कृत) |
कवि. | कविरहस्य | का. | कादम्बरी |
कात्या. | कात्यायन | काम. | कामन्दकी नीति |
काव्य. | काव्यप्रकाश | काव्या. | काव्यादर्श |
काशि. | काशिकावृत्ति | कि. | किरातार्जुनीय |
कीर्ति. | कीर्तिकौमुदी | कुमा. | कुमारसंभव |
कुव. | कुवलयानन्द | कृष्ण. | कृष्णकर्णामृत |
केन. | केनोपनिषद् | कौ. अ. | कौटिल्य अर्थशास्त्र |
कोश. | कोशकल्पतरु | कौशि. | कौशिकसूत्र |
कौषी. | कौषीतकी उपनिषद् | ग. ल. | गंगा लहरी |
घोषाल | Ghosal's System of Revenue | चण्ड. | चण्ड कौशिक |
गण. | गणरत्नमहोदधि-वर्धमान कृत | चन्द्रा. | चन्द्रालोक |
चाण. | चाणक्य शतक | चात. | चातकाष्टक |
चोल. | चोल चम्पू | चौर. | चौरपंचाशिका |
छं. | छन्दोमंजरी | छा. | छान्दोग्योपनिषद |
जानकी. | जानकीहरण | जै. | जैमिनी सूत्र |
जै. न्या. | जैमिनीय न्यायमाला विस्तर | ज्यो. | ज्योतिष |
त. कौ. | तर्क कौमुदी | तारा. | तारानाथ वाचस्पत्यम् |
तै. आ. | तैत्तिरीय आरण्यक | तै. उ. | तैत्तिरीय उपनिषद |
त्रिका. | त्रिकांड शेष | तै. सं. | तैत्तिरीय संहिता |
तं. वा. | तंत्रवार्तिक | दाय. | दायभाग |
दे. स. | दुर्गासप्तशती | दूत. | दूतवाक्यम् |
दे. म. | देवी महात्म्य | नवरत्न. | नवरत्नमाला |
ना. भा. | नारायण भाष्य | नागा. | नागानन्द |
नाना. | नानार्थ मञ्जरी | नाभ. | नारायण भट्ट |
नारा. | नारायणीय | निघ. | निघण्टु |
नी. | नीतिसार | नीति. | नीति प्रदीप |
नील. | नीलकण्ठ | नैष. | नैषध |
पंच. | पंचतन्त्र | पञ्च. | पञ्चदशी |
पञ्च. | पञ्चरात्रम् | पा. | पाणिनि की अष्टाध्यायी |
पा. यो. | पातंजल योगशास्त्र | पुष्प. | पुष्पदन्त |
प्रताप. | प्रतापरुद्रीय | प्रति. | प्रतिमा |
प्रबोध. | प्रबोधचन्द्रोदय | प्रस. | प्रसन्नराघव |
बं. शि. | बंगाल शिलालेख | बाल. | बालचरित |
बाल. रा. | बालरामायण | बु. | बुद्ध साहित्यं (बुद्धिस्ट लेख) |
बु.च. | बुद्धचरितम् | बृ.उ. (बृहदा.) | बृहदारण्यक उपनिषद् |
बृ.क. | बृहत् कथा | बृ.सं. | बृहत्संहिता-वराहमिहिर कृत |
भ.पु. | भविष्योत्तर पुराण | भग. | भगवद्गीता |
भट्टि. | भट्टिकाव्य | भर्तृ. | भर्तृहरिशतकत्रयम् 1. शृंगार, 2. नीति 3. वैराग्य |
भा. | भारत मञ्जरी | भा. प्र. | भावप्रकाश |
भाग. | भागवत | भामि. | भामिनी विलास |
भाषा. | भाषा परिच्छेद | भोज. | भोज चरित |
म.ना. | महानारायण उपनिषद् | म.पु. | मत्स्य पुराण |
मनु. | मनुस्मृति | महा. (महाभा.) | महाभाष्य |
महा. | महाभारत | महावीर. | महावीर चरित |
मा. | मातंगलीला | मान. | मानसार |
मार्क. | मार्कण्डेय पुराण | माल. | मालतीमाधव |
मालवि. | मालविकाग्निमित्र | मी.सू. | मीमांसा सूत्र |
मुंड. | मुंडकोपनिषद | मुख. | मुखपञ्चशती |
मुग्ध. | मुग्धबोध | मेघ. | मेघदूत |
मृछ. | मृच्छकटिक | याज्ञ. | याज्ञवल्क्य स्मृति |
याद. | यादवाभ्युदय | योग. | योगसूत्र |
रतना. | रत्नावली | रघु. | रघुवंश |
रस. | रसगंगाधर | रसम. | रसमंजरी |
रा. | रामायण | रति. | रतिमंजरी |
राज. | राजप्रशस्ति | राजत. | राजतरंगिणी |
रा. | रामचरितम् | ललित. | ललित सहस्रनाम |
वन. | वनस्पतिशास्त्र | वराह. | वराहमिहिर की बृहत्संहिता |
वाज. | वाजसनेयि संहिता | वा.प. | वाक्पदीय |
वास. | वासवदत्ता | वि. | विक्रमोर्वशीयम् |
वि.पु. | विष्णु पुराण | विक्रम. | विक्रमांकदेवचरित |
विश्व. | विश्व गुणादर्श चम्पू | वे.दे. | वेदान्त देशिका |
वे.सा. | वेदान्त सार | वेणी. | वेणीसंहार |
वेदपा. | वेदपादस्तव | वैज. | वैजयन्ती |
श. | शकुन्तला नाटक | शंकर. | शंकर दिग्विजय |
श.चि. | शब्दार्थ चिन्तामणि | शत. | शतपथ ब्राह्मण |
शत श्लो. | शतश्लोकी | शार्ङ. | शार्ङ्गधर |
शब्द. | शब्दकल्पद्रुम | शाभा. | शारीर भाष्य |
शालि. | शालिहोत्र | शि. | शिशुपालवध |
शि.पु. | शिव पुराण | शि. म. | शिवमहिम्न स्तोत्र |
शिव. | शिव भारत | शिवानन्द | शिवानन्द लहरी |
शिशु. | शिशुपालवध | शुक्र. | शुक्रनीति |
शु. | शुल्बसूत्र | शृंगार. | शृंगार तिलक |
श्याम. | श्यामलादण्डक | श्रुत. | श्रुतबोध |
श्वेत. (श्वेता.) | श्वेताश्वतरोपनिषद | सर. क. | सरस्वती कण्ठाभरण |
सुधा. | सुधालहरी | स्वप्न. | स्वप्नवासवदत्तम् |
सर्व. | सर्वदर्शन संग्रह | सा.द. | साहित्य दर्पण |
सां.का. | सांख्य कारिका | सां.प्र. | सांख्यप्रवचन भाष्य |
सि. | सिद्धान्तकौमुदी | सि.मु. | सिद्धान्त मुक्तावली |
सां. सू. | सांख्य सूत्र | सि.सं. | सिद्धान्तलेश संग्रह |
सु. (सुश्रु.) | सुश्रुत | सुभा. | सुभाषित रत्नाकर |
सुवासव. | सुबन्धु की वासवदत्ता | सुभाषित. | सुभाषितरत्नभाण्डागार |
सू.सि. | सूर्य सिद्धान्त | सौ. | सौन्दर्य लहरी |
हंस. | हंसदूत | हनु. | हनुमन्नाटक |
हर. | हरविजय | हरि. | हरिवंशपुराण |
हला. | हलायुध | हर्ष. | हर्षचरित |
हि. | हितोपदेश | हेम. | हेमचन्द्र |
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