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||[[चित्र:Shivprasad-gupta.jpg|right|border|100px|शिवप्रसाद गुप्त]]'शिवप्रसाद गुप्त' [[हिन्दी]] के [[समाचार पत्र]] [[दैनिक आज]] के संस्थापक थे। देश की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने वाले क्रांतिकारियों को इनका समर्थन प्राप्त था। अपनी राष्ट्रवादी गतिविधियों के लिए भी [[शिवप्रसाद गुप्त]] ने कई बार जेल की सजा काटी। गुप्त जी ने '[[आज दैनिक पत्र|आज]]' नाम से एक राष्ट्रवादी दैनिक पत्र निकाला था। उन्होंने आज द्वारा [[हिन्दी पत्रकारिता]], [[हिन्दी]] की लेखनी और हिन्दी की वाणी को राष्ट्रीय अस्मिता से जोड़ा तथा उसे मुक्ति का सन्देशवाहक बनाया। हिन्दी में श्रेष्ठ [[साहित्य]] रचना को बल देने के लिए उन्होंने 'ज्ञानमण्डल' की स्थापना [[1918]] में की थी। भारतीय अस्मिता के प्रतीक '[[भारत माता मन्दिर, वाराणसी|भारत माता मन्दिर]]' और '[[काशी विद्यापीठ]]' की स्थापना द्वारा शिवप्रसाद गुप्त ने अपनी दानवीरता को ऐतिहासिक बनाया।अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[शिवप्रसाद गुप्त]]
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07:57, 9 अक्टूबर 2023 के समय का अवतरण

हिन्दी में श्रेष्ठ साहित्य सृजन हेतु सन 1918 में किसने 'ज्ञानमण्डल' की स्थापना की थी?

शिवप्रसाद गुप्त
काका कालेलकर
इन्द्र विद्यावाचस्पति
हज़ारी प्रसाद द्विवेदी



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