"अम्ल": अवतरणों में अंतर
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'''अम्ल''' यानि 'ऐसिड' ([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]:Acid) का लैटिन भाषा में तात्पर्य खट्टा यानि ''सोर'' होता है। अम्ल ऐसे [[यौगिक|यौगिकों]] का वर्ग है जो स्वाद में खट्टे और तीखे होते हैं। ये कुछ निश्चित सूचकों के साथ अभिक्रिया करते हैं और [[जल]] में घोलने पर धनात्मक हाइड्रोजन आयन उत्पन्न करते हैं। | |||
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07:46, 28 अक्टूबर 2023 के समय का अवतरण
अम्ल | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- अम्ल (बहुविकल्पी) |
अम्ल यानि 'ऐसिड' (अंग्रेज़ी:Acid) का लैटिन भाषा में तात्पर्य खट्टा यानि सोर होता है। अम्ल ऐसे यौगिकों का वर्ग है जो स्वाद में खट्टे और तीखे होते हैं। ये कुछ निश्चित सूचकों के साथ अभिक्रिया करते हैं और जल में घोलने पर धनात्मक हाइड्रोजन आयन उत्पन्न करते हैं।
अम्ल वे पदार्थ है जिनमें हाइड्रोजन पाया जाता है एवं जलीय विलयन में वे हाइड्रोजन आयन उत्पन्न करते हैं। अम्ल साधारणः खट्टे फलों जैसे नीबू, इमली, आदि में पाया जाता हैं। नीबू में साइट्रिक अम्ल व इमली में टारटैरिक अम्ल पाये जाते हैं। हाइड्रोक्लोरिक अम्ल, सल्फ्यूरिक अम्ल, नाइट्रिक अम्ल, आक्जेलिक अम्ल, ऐसीटिक अम्ल, फार्मिक अम्ल आदि कुछ मुख्य अम्ल है। सम्फ्यूरिक अम्ल H2SO4 को तनु बनाने के लिए उसे पानी में मिलाया जाता हैं न कि पानी को सल्फ्यूरिक अम्ल में। अम्ल में पानी मिलाने से मिश्रण में ऊष्मा उत्पन्न होती है लेकिन पानी की विशिष्ट ऊष्मा अधिक होने के कारण उसमें सल्फ्यूरिक अम्ल मिलने पर मिश्रण का ताप अधिक नहीं हो पाता। इसके विपरीत यदि अम्ल में पानी मिलाया जाएगा तो अत्यधिक ऊष्मा उत्पन्न होगी। परिणामस्वरूप मिश्रण का ताप बहुत अधिक बढ़ जाएगा। कुछ प्रमुख अम्लों के स्रोत, बनाने की विधि व उपयोग सारणी में प्रदर्शित है।
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