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| <quiz display=simple>
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| {निम्नलिखित में से कौन समाजशास्त्र के ‘स्वरूपात्मक सम्प्रदाय’ का प्रतिनिधित्व नहीं करता है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-02;प्रश्न-25
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| |type="()"}
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| -जॉर्ज सिमैल
| |
| -वीर कान्त
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| -वान विज
| |
| +हॉब हाउस
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| {निम्नलिखित में से कौन-सा सामाजिक संरचना का निर्मोयक है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-04;प्रश्न-45
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| |type="()"}
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| -आयु एवं लिंगानुपात
| |
| -प्रजनन एवं मृत्युदर
| |
| -प्रस्थिति एवं भूमिका
| |
| +[[परिवार]] का आकार एवं स्वजनों की संख्या
| |
| ||{{seealso|संयुक्त परिवार}}
| |
|
| |
| {[[भारत]] में निम्नलिखित में से प्राय: कौन-से प्रकार के लोगों में [[परिवार]] नहीं मिलते हैं? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-345;प्रश्न-01
| |
| |type="()"}
| |
| -नगरीय व्यापारी वर्ग
| |
| +भूमि रहित मजदूर
| |
| -व्यवसायी वर्ग
| |
| -ग्रामीण भूस्वामी वर्ग
| |
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| |
| {बहुलक तथा माध्यिका किस प्रकार के सांख्यिकी माध्य हैं? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-407;प्रश्न-60
| |
| |type="()"}
| |
| +स्थिति सम्बन्धी माध्य
| |
| -गणितीय माध्य
| |
| -व्यापारिक माध्य
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| -चल माध्य
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| {मैलिनोव्स्की ने किस सिद्धांत का प्रतिपादन किया था? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-460;प्रश्न-01
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| |type="()"}
| |
| +प्रकार्यात्मक
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| -संरचनात्मक
| |
| -द्वन्द्वात्मक
| |
| -उद्विकासीय
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| |
| {निम्न में से कौन-सी जनजाति [[बिहार]] में मिलती है?(यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-478;प्रश्न-01
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| |type="()"}
| |
| -लुशाई
| |
| -[[टोडा जनजाति|टोडा]]
| |
| +[[असुर जाति|असुर]]
| |
| -सेयोंन
| |
| ||{{seealso|नागा|कुकी जनजाति|खोंड जाति|मिश्मी|जैंतिया जाति}}
| |
|
| |
| {निम्नलिखित में से किससे समाजशास्त्र का निकट सम्बंध है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-500;प्रश्न-10
| |
| |type="()"}
| |
| -[[इतिहास]]
| |
| -राजनीति
| |
| +[[मनोविज्ञान]]
| |
| -इनमें से कोई नहीं
| |
|
| |
| {भूमिका को परिभाषित किया गया है- (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-546;प्रश्न-12
| |
| |type="()"}
| |
| -एक विशेष परिस्थिति में एक क्रिया के रूप में।
| |
| -अपेक्षित कार्य के रूप में।
| |
| +बुजुर्गों द्वारा निर्देशित क्रिया के रूप में।
| |
| -इनमें से कोई नहीं
| |
|
| |
| {वर्ग के निर्माण का आधार है-(यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-570;प्रश्न-43
| |
| |type="()"}
| |
| +आर्थिक
| |
| -जन्म
| |
| -शारीरिक लक्षण
| |
| -भाषा
| |
|
| |
| {निम्नलिखित में से कौन-सा सामाजिक स्तरीकरण का स्वरूप है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-596;प्रश्न-33
| |
| |type="()"}
| |
| -आय समूह
| |
| -जमींदार तथा आसामी
| |
| -जाति तथा वर्ग
| |
| +प्रजातीय समूह
| |
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| |
|
| |
|
| |
| {सामाजिक परिवर्तन का ‘द्वन्द्वात्मक सिद्धांत’ किसने प्रतिपादित किया था? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-02;प्रश्न-26
| |
| |type="()"}
| |
| -कोजर
| |
| -किंग्सले डेविस
| |
| +कार्ल मार्क्स
| |
| -पारसन्स
| |
|
| |
| {यद्यपि बहुत पहले से प्रस्थिति और भूमिका की अवधारणा [[साहित्य]] में प्रयुक्त हो रही है, परंतु वर्णन और विश्लेषण के उपयोगी उपादानों के रूप में इन अवधारणाओं के प्रयोग का श्रेय किसे है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-52;प्रश्न-10
| |
| |type="()"}
| |
| +मानवशास्त्री लिंटन
| |
| -मानवशास्त्री सार्जेन्ट
| |
| -मानवशास्त्री इलियट
| |
| -मानवशास्त्री मैरिल
| |
|
| |
| {मेक्स वेबर ने पूंजीवाद के विकास का सम्बंध किससे जोड़ा है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-345;प्रश्न-02
| |
| |type="()"}
| |
| -पुनर्जागरण
| |
| -कृषक प्रतिवाद
| |
| +कैल्विनवाद
| |
| -कैथोलिकवाद
| |
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| |
| {समाजशास्त्र निम्नलिखित में से किसका व्यवस्थित अध्ययन करता है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-407;प्रश्न-61
| |
| |type="()"}
| |
| -सामाजिक सम्बंध
| |
| -सामाजिक संस्थाएँ
| |
| -मानव समूह
| |
| +उपरोक्त तीनों
| |
|
| |
| {निम्न में से कौन-सी समाज की निर्माणक इकाई है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-460;प्रश्न-02
| |
| |type="()"}
| |
| -संस्थाएँ
| |
| -संगठन
| |
| -समूह
| |
| +उपरोक्त सभी
| |
|
| |
| {निम्न में से किस जनजाति में ‘भ्रातृ बहुपति प्रथा’ प्रचलित है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-478;प्रश्न-02
| |
| |type="()"}
| |
| +[[टोडा जनजाति|टोडा]]
| |
| -आयातनी
| |
| -[[जौनसारी जनजाति|जौनसारी]]
| |
| -इनमें से कोई नहीं
| |
| ||{{seealso|भारत की जन जातियाँ|उछलिया|जैंतिया जाति}}
| |
|
| |
| {[[धर्म]] के आधार पर [[भारत का संविधान|संविधान]] के किस अनुच्छेद में भेद-भाव वर्जित है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-500;प्रश्न-11
| |
| |type="()"}
| |
| +अनुच्छेद 15
| |
| -अनुच्छेद 19
| |
| -अनुच्छेद 21
| |
| -अनुच्छेद 23
| |
| ||{{seealso|भारत का संविधान|भारत का संविधान- अनुसूचियाँ}}
| |
|
| |
| {किसने कहा है कि "प्रारम्भिक समाजशास्त्र विश्वकोषिक, उद्भावय और सकारात्मक विज्ञान था?" (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-547;प्रश्न-14
| |
| |type="()"}
| |
| +अलेक्स इंकेलस
| |
| -टी.बी. बोटॉमोर
| |
| -किंग्सले डेविस
| |
| -जी.एस. घुरिये
| |
|
| |
| {[[परिवार]] की उत्पत्ति के लिए आवश्यक कारण है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-570;प्रश्न-44
| |
| |type="()"}
| |
| -यौन लालसा
| |
| -आर्थिक आवश्यकताएँ
| |
| -संतानोत्पत्ति की आवश्यकता
| |
| +उपरोक्त सभी
| |
|
| |
| {विकसित समाजों में सामाजिक स्तरीकरण के प्रतिमान का आरेखी निरूपण किस आकार में होता है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-596;प्रश्न-34
| |
| |type="()"}
| |
| -हीरक
| |
| -पिरामिड
| |
| +त्रिभुज
| |
| -वर्ग
| |
|
| |
|
| |
|
| |
| {निम्न में से कौन-सी विशेषता सामाजिक विभेदीकरण नहीं है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-149,प्रश्न-8
| |
| |type="()"}
| |
| -सार्वभौमिकता
| |
| -तटस्थ अवधारणा
| |
| -स्वत: विकसित
| |
| +श्रेणी-भेद
| |
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| |
| {बीरस्टीड के अनुसार कौन-सा सामाजिक आदर्श नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-52;प्रश्न-11
| |
| |type="()"}
| |
| -जनरीतियाँ
| |
| -रूढ़ियाँ
| |
| -क़ानून
| |
| +संघर्ष
| |
|
| |
| {कार्ल मार्क्स के अनुसार सामुदायिक भूमि-स्वामित्व पाया जाता है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-345;प्रश्न-03
| |
| |type="()"}
| |
| +एशियाई उत्पादन रीति में
| |
| -प्राचीन उत्पादन रीति में
| |
| -सामंती उत्पादन रीति में
| |
| -पूंजीवादी उत्पादन रीति में
| |
|
| |
| {जब नगरीय जनसंख्या में वृद्धि होती है और सम्पूर्ण जनसंख्या में नगरीय जनसंख्या का अनुपात स्थिर रहता है तो इसे कहा जाता है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-407;प्रश्न-62
| |
| |type="()"}
| |
| +नगरीय वृद्धि
| |
| -अति नगरीकरण
| |
| -नगरीकरण
| |
| -जनसंख्या स्थायित्व
| |
|
| |
| {निम्नलिखित में से कौन-सी द्वैतीयक समूह की विशेषता है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-460;प्रश्न-03
| |
| |type="()"}
| |
| +बड़ा आकार
| |
| -प्रत्यक्ष सम्बंध
| |
| -हम की भावना
| |
| -इनमें से कोई नहीं
| |
|
| |
| {[[मध्य प्रदेश]] में कौन-सी जनजाति झूम कृषि से जुड़ी हुई है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-478;प्रश्न-03
| |
| |type="()"}
| |
| -[[मारिया जनजाति|मारिया]] और [[कोरकू जनजाति|कोरकू]]
| |
| -[[भूटिया जनजाति|भूटिया]] और [[बैगा जनजाति|बैगा]]
| |
| +[[गोंड जनजाति|गोंड]] और [[बैगा जनजाति|बैगा]]
| |
| -झाइला
| |
| ||{{seealso|नागा|कुकी जनजाति|खोंड जाति|मिश्मी|जैंतिया जाति}}
| |
|
| |
| {‘होमो हैरारकिस’ नामक पुस्तक के लेखक कौन थे? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-500;प्रश्न-17
| |
| |type="()"}
| |
| -बेतईल
| |
| -घुरिए
| |
| -हट्टन
| |
| +ड्यूमा
| |
|
| |
| {समाजशास्त्री व्याख्या में सामूहिकता पर बल किसने दिया? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-547;प्रश्न-15
| |
| |type="()"}
| |
| -कार्ल मार्क्स
| |
| -आर. डहरेंडोर्फ़
| |
| -मैक्स वेबर
| |
| +ईमाइल दुर्खीम
| |
|
| |
| {[[परिवार]] के कार्यों को अनिवार्य कार्यों में निम्न में से किसने वर्गीकृत किया है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-570;प्रश्न-45
| |
| |type="()"}
| |
| -आगबर्न एवं निमकॉफ़
| |
| +मैकाइवर एवं पेज
| |
| -गिलिन एवं गिलिन
| |
| -इलियट एवं मेरिल
| |
|
| |
| {[[मध्य प्रदेश]] में सामाजिक मानवशास्त्र का अध्ययन सर्वप्रथम किस विश्वविद्यालय में हुआ? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-597;प्रश्न-49
| |
| |type="()"}
| |
| -देवी अहिल्या
| |
| +[[विक्रम विश्वविद्यालय|विक्रम]]
| |
| -रविशंकर
| |
| -डॉ. हरिसिंह गौड़
| |
|
| |
|
| |
|
| |
| {निम्न में से किसने प्राथमिक समूह की अवधारणा दी थी? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-02;प्रश्न-28
| |
| |type="()"}
| |
| +चार्ल्स कूले
| |
| -के. डेविस
| |
| -ऑगबर्न एवं निमकॉफ
| |
| -राबर्ट बीरस्टीड
| |
|
| |
| {प्रदत्त प्रस्थिति का निर्धारण किसके आधार पर होता है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-52;प्रश्न-12
| |
| |type="()"}
| |
| -आर्थिक दशा
| |
| -शैक्षणिक योग्यता
| |
| -राजनीतिक सत्ता
| |
| +सामाजिक एवं सांस्कृतिक मूल्य
| |
|
| |
| {‘अतिनगरीकरण’ शब्द निम्न चार अर्थों में किससे सबसे नजदीक है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-345;प्रश्न-05
| |
| |type="()"}
| |
| -तीव्र नगरीकरण
| |
| -नगरीकरण ग्रामीण विकास की लागत पर
| |
| +आवश्यक आधारित संरचना के बिना नगरीकरण
| |
| -महानगर का उद्भव
| |
|
| |
| {निम्नलिखित में से कौन नगरीय समुदाय की विशेषता नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-407;प्रश्न-63
| |
| |type="()"}
| |
| -कृत्रिमता
| |
| +सामाजिक समरूपता
| |
| -मुद्रा अर्थव्यवस्था
| |
| -गतिशीलता
| |
|
| |
| {निम्न में से शिक्षा के सम्बन्ध में कौन-सा कथन अनुचित होगा?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-318,प्रश्न-5
| |
| |type="()"}
| |
| -शिक्षा व्यक्ति का विकास है।
| |
| +शिक्षा अध्ययन का ही दूसरा नाम है।
| |
| -शिक्षा एक गत्यात्मक प्रक्रिया है।
| |
| -शिक्षा आंतरिक शक्तियों का विकास है।
| |
|
| |
| {[[मध्य प्रदेश]] में संख्या के आधार पर कौन-सी जनजाति सबसे अधिक है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-478;प्रश्न-04
| |
| |type="()"}
| |
| -[[भूटिया जनजाति|भूटिया]]
| |
| +[[गोंड जनजाति|गोंड]]
| |
| -[[भील]]
| |
| -[[कोल जनजाति|कोल]]
| |
| ||{{seealso|भारत की जन जातियाँ}}
| |
|
| |
| {[[भारत]] का सबसे बड़ा शहर कौन-सा है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-500;प्रश्न-20
| |
| |type="()"}
| |
| +[[मुम्बई]]
| |
| -[[दिल्ली]]
| |
| -[[चेन्नई]]
| |
| -[[कोलकाता]]
| |
|
| |
| {“एक बाज़ार की परिस्थिति द्वारा वर्ग का निर्धारण होता है।“ यह किसने कहा है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-547;प्रश्न-16
| |
| |type="()"}
| |
| +कार्ल मार्क्स
| |
| -मैक्स वेबर
| |
| -टी.बी. बोटॉमोर
| |
| -पी.ए. सोरोकिन
| |
|
| |
| {एक ऊँची जाति के पुरुष का एक नीची जाति की स्त्री से [[विवाह]] कहलाता है-(यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-570;प्रश्न-47
| |
| |type="()"}
| |
| -[[अनुलोम विवाह]]
| |
| +[[प्रतिलोम विवाह]]
| |
| -कुलीन विवाह
| |
| -वरीयता प्राप्त विवाह
| |
| ||{{seealso|विवाह|बहिर्विवाह|अंतर्विवाह|बहुभार्यता विवाह}}
| |
|
| |
| {युवागृह 'गोडुल' किस जनजाति में पाये जाते हैं? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-597;प्रश्न-48
| |
| |type="()"}
| |
| -[[भील]]
| |
| -[[गोंड जनजाति|गोंड]]
| |
| -[[कमार]]
| |
| +कादर
| |
| ||{{seealso|नागा|कुकी जनजाति|खोंड जाति|मिश्मी|जैंतिया जाति}}
| |
|
| |
|
| |
|
| |
| {‘चेतनात्मक’ एवं ‘आदर्शात्मक’ संस्कृति की अवधारणा किसने दी? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-02;प्रश्न-29
| |
| |type="()"}
| |
| -ऑग्बर्न
| |
| -वेबलेन
| |
| -मूरे
| |
| +सोरोकिन
| |
|
| |
| {प्रदत्त प्रस्थिति किस समाज को मान्यता प्रदान करती है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-52;प्रश्न-13
| |
| |type="()"}
| |
| -द्वितीयक समाज
| |
| -मुक्त समाज
| |
| +बन्द समाज
| |
| -वृहद समाज
| |
|
| |
| {निम्नलिखित में से धार्मिक संस्थाओं का कौन-सा अवयव नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-345;प्रश्न-06
| |
| |type="()"}
| |
| -समूह एकता को दृढ़ बनाना
| |
| +अनुष्ठानों और सिद्धांतों को विकसित करना
| |
| -नैतिक मूल्यों को प्रोत्साहित करना
| |
| -सामाजिक नियंत्रण को निष्पादित करना
| |
|
| |
| {सामाजिक परिवर्तन में आर्थिक निर्णायकवाद की अवधारणा किस विचारक के साथ जुड़ी है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-407;प्रश्न-64
| |
| |type="()"}
| |
| -मार्शल
| |
| +कार्ल मार्क्स
| |
| -गुन्नार मिर्डल
| |
| -एडस्मिथ
| |
|
| |
| {सामाजिक संरचना का मुख्य आधार है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-460;प्रश्न-05
| |
| |type="()"}
| |
| +[[धर्म]]
| |
| -सामाजिक सम्बंध
| |
| -[[संस्कृति]]
| |
| -शिक्षा
| |
|
| |
| {[[मणिपुर]] और [[त्रिपुरा]] के मध्य स्थित चिरागम पर्वत शृंखला में पाई जाने वाली जनजाति कौन-सी है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-478;प्रश्न-05
| |
| |type="()"}
| |
| -गारो
| |
| -[[खासी जाति|खासी]]
| |
| -[[कुकी जनजाति|कुकी]]
| |
| +उपरोक्त सभी
| |
| ||{{seealso|भारत की जन जातियाँ|उछलिया|जैंतिया जाति}}
| |
|
| |
| {[[मध्य प्रदेश]] का सबसे बड़ा शहर कौन-सा है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-500;प्रश्न-21
| |
| |type="()"}
| |
| +[[इंदौर]]
| |
| -[[भोपाल]]
| |
| -[[जबलपुर]]
| |
| -[[रायपुर]]
| |
|
| |
| {[[संस्कृति]] का अभिप्राय-(यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-547;प्रश्न-17
| |
| |type="()"}
| |
| -जीवन के भौतिक पहलुओं से है।
| |
| +सामाजिक जीवन के विचारात्मक पहलुओं से है।
| |
| -सामाजिक और सांस्कृतिक सुधारों से है।
| |
| -तौर-तरीकों और शिष्टाचार से है।
| |
| ||{{seealso|भारत की संस्कृति|भारत में सांस्कृतिक विकास}}
| |
|
| |
| {निम्न में से कौन-सा [[अंतर्विवाह]] नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-570;प्रश्न-48
| |
| |type="()"}
| |
| -[[गोत्र]] के अंदर [[विवाह]]
| |
| -सपिण्ड के अंदर विवाह
| |
| +जाति के भीतर [[विवाह]]
| |
| -[[अंतर्जातीय विवाह]]
| |
| ||{{seealso|विवाह|बहुभर्तृता विवाह|एकपत्नीत्व विवाह}}
| |
|
| |
| {वर्ग के सम्बंध में क्या सही नहीं है?(यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-597;प्रश्न-46
| |
| |type="()"}
| |
| -जाति से ही वर्ग की उत्पत्ति हुई।
| |
| +वर्ग औद्योगीकरण के कारण हुआ है।
| |
| -वर्ग जन्मजात है।
| |
| -वर्ग का जाति से कोई सम्बंध नहीं होता।
| |
|
| |
|
| |
|
| |
| {‘संदर्भ समूह’ की अवधारणा का सर्वप्रथम प्रयोग किसने किया था? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-02;प्रश्न-30
| |
| |type="()"}
| |
| +हाइमन
| |
| -मर्टन
| |
| -शैरिफ
| |
| -निमकॉफ
| |
|
| |
| {शिक्षा, सम्पत्ति, व्यक्तिगत योग्यता आदि किसके निर्धारण के आधार हैं? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-52;प्रश्न-14
| |
| |type="()"}
| |
| -प्रदत्त प्रस्थिति
| |
| +अर्जित प्रस्थिति
| |
| -आभार्य प्रस्थिति
| |
| -परम्परागत प्रस्थिति
| |
|
| |
| {‘टोटमवाद’ विश्वास करता है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-345;प्रश्न-07
| |
| |type="()"}
| |
| -प्रयोजन में जिसमें चित तथा मन निहित है।
| |
| -[[देवता]] में जिसमें शक्ति तथा चित निहित है।
| |
| -चित में जिसमें शक्ति तथा धार्मिकता निहित है।
| |
| +प्रयोजन में जिसमें चित तथा शक्ति निहित है।
| |
|
| |
| {समाजशास्त्र के स्वरूपात्मक सम्प्रदाय के मुख्य प्रवर्तक कौन थे? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-407;प्रश्न-65
| |
| |type="()"}
| |
| -दरर्वीम
| |
| -हॉब हाउस
| |
| -जॉनसन
| |
| +सिमैल
| |
|
| |
| {जाति व्यवसाय का मुख्य आधार है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-460;प्रश्न-06
| |
| |type="()"}
| |
| +संस्तरण
| |
| -[[अंतर्विवाह]]
| |
| -[[वर्ण व्यवस्था]]
| |
| -खान-पान के प्रतिबन्ध
| |
|
| |
| {‘पोटलैच उत्सव’ किस जनजाति से जुड़ा हुआ है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-478;प्रश्न-06
| |
| |type="()"}
| |
| +क्वाक्यूटल-[[उत्तरी अमरीका महाद्वीप|उत्तरी अमरीका]]
| |
| -सेमोंग-बोर्निया
| |
| -बुशमैन-[[दक्षिण अफ़्रीका]]
| |
| -माओरी-न्यूजीलैण्ड
| |
|
| |
| {परिवार नियोजन में बाधक है-(यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-500;प्रश्न-24
| |
| |type="()"}
| |
| -अज्ञानता
| |
| +निरक्षरता
| |
| -परम्परा
| |
| -[[संस्कृति]]
| |
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| {निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-547;प्रश्न-18
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| |type="()"}
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| +मानक साधन है और मूल्य साध्य है।
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| -मानक और मूल्य साध्य हैं।
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| -मानक और मूल्य तो साधन हैं और साध्य हैं।
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| -मानक और मूल्य न तो साधन हैं और न साध्य हैं।
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| {एक ऐसे लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मिल जुलकर कार्य करने में, जिसे सब लोग चाहते हैं, निम्न में से कौन-सी भावना निहित होती है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-570;प्रश्न-50
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| |type="()"}
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| +प्रतिस्पर्धा
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| -संघर्ष
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| -सहयोग
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| -समझौता
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| {वर्तमान [[भारत]] में संगठित मजदूर मुख्य रूप से निम्न में से किसका प्रतिनिधित्व करता है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-597;प्रश्न-55
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| |type="()"}
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| -एक सुपरिभाषित वर्ग
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| -एक व्यवसायिक स्तर
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| +एक प्रभावक
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| -सर्वहारा
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| {निम्नलिखित में से किसने सामाजिक परिवर्तन के लिए जैविकीय कारकों को महत्त्वपूर्ण माना है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-04;प्रश्न-43
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| |type="()"}
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| -के. डेविस
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| -ए. एम. कॉफ
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| +सी. डार्विन
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| -मैकाइवर
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| {निम्नलिखित में से कौन-सी विज्ञप्ति सही है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-52;प्रश्न-15
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| |type="()"}
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| -सामाजिक संरचना अन्तर्वैयक्तिक सम्बंधों का जाल है।
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| -सामाजिक संरचना सामाजिक संगठन है।
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| +उपरोक्त दोनों
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| -इनमें से कोई नहीं
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| {आदिम समाज में [[आत्मा]] की अवधारणा (अणिमा) सम्बंधी समाज व्यवस्था के सिद्धांत का सूत्रपात किसके द्वारा किया गया था? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-345;प्रश्न-08
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| |type="()"}
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| -ईमाइल दुर्खीम
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| +ई.बी. टाइलर
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| -मेक्स वेबर
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| -फ्रेजर
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| {समाजशास्त्र का शाब्दिक अर्थ है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-407;प्रश्न-66
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| |type="()"}
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| -[[साहित्य]] का अध्ययन
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| -[[विज्ञान|विज्ञानों]] का अध्ययन
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| +समाज का विज्ञान
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| -इनमें से कोई नहीं
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| {‘माडर्नाइजेशन ऑफ़ इंडियन ट्रेडिशन’ पुस्तक के लेखक कौन हैं? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-460;प्रश्न-07
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| |type="()"}
| |
| -जी.एस. घुरिए
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| +योगेंद्र सिंह
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| -एम.एन.श्रीवास्तव
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| -एस.जी. दुबे
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| {[[लेप्चा|लेप्चा जनजाति]] [[भारत]] के किस राज्य में पाई जाती है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-478;प्रश्न-07
| |
| |type="()"}
| |
| +[[बंगाल]]
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| -[[सिक्किम]]
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| -[[बिहार]]
| |
| -[[उत्तर प्रदेश]]
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| ||{{seealso|भारत की जन जातियाँ}}
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| {बांझपन का कारण है-(यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-501;प्रश्न-25
| |
| |type="()"}
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| +सही चिकित्सा न होना
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| -अंध विश्वास
| |
| -आत्म विश्वास
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| -स्नेह की कमी
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| {निम्नलिखित में से प्राथमिक समूह की पहचान कीजिए? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-547;प्रश्न-19
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| |type="()"}
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| -बस में जा रहे यात्री
| |
| -सिनेमा घर में चलचित्र देखने वाले व्यक्ति
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| +फुटबाल टीम
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| -दुर्घटना स्थल पर एकत्रित लोग
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| {निम्नलिखित में से किस एक प्रकार का [[ग्राम]] [[भारत]] के पश्चिम किनारे पर जैसे कि दक्षिण कन्नड़ और [[केरल]] में पाया जाता है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-596;प्रश्न-31
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| |type="()"}
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| -नाभिकीय ग्राम
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| -विकीर्ण ग्राम
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| +समाकलित ग्राम
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| -परिव्यक्त ग्राम
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| {एक बहुजातीय ग्राम में एक हरिजन [[परिवार]] एक [[ब्राह्मण]] [[परिवार]] की जीवन शैली का अनुसरण करने का प्रयास करता है। परिणामत: हरिजन परिवार की जीवन शैली में कुछ परिवर्तन घटित होते हैं। समाजशास्त्रीय भाषा शैली में ऐसे परिवर्तनों को निम्न में से किस पर आरोपित किया जाता है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-597;प्रश्न-56
| |
| |type="()"}
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| +अनुकरण
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| -संस्कृतिकरण
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| -संस्कृतिग्रहण
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| -पर-संस्कृति ग्रहण
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| {निम्न युग्मों से कौन-सा एक सही नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.- 04;प्रश्न-44
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| |type="()"}
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| -प्राथमिक समूह - कूले
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| +संदर्भ समूह - मर्टन
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| -बाह्य समूह - समनर
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| -मानव समूह - वेबर
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| {निम्न में से कौन-सा सुमेलित है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-53;प्रश्न-20
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| |type="()"}
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| -बेवर और दहिया - [[मध्य प्रदेश]]
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| -पोडू - [[आंध्र प्रदेश]]
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| -झूम - [[असम]], [[त्रिपुरा]], [[मिजोरम]]
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| +उपरोक्त सभी
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| {आदिम समाजों में दीक्षा-समारोह प्रकार्यात्मक है, क्योंकि वे-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-345;प्रश्न-11
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| |type="()"}
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| -सर्वोच्च शक्ति तथा परंपरा के मूल्य के अनुष्ठान और उनकी ही अभिव्यक्ति है।
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| +सर्वोच्च शक्ति तथा परम्परा के मूल्य की प्रथागत तथा लोकशक्ति है।
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| -सर्वोच्च शक्ति तथा परम्परा के मूल्य की परम्परागत तथा सही अभिव्यक्ति है।
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| -सर्वोच्च शक्ति तथा परम्परा के मूल्य की अंधविश्वासी नातेदारी अभिव्यक्ति है।
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| {निम्नलिखित में से कौन-सा सामाजिक समूह की विशेषता है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-408;प्रश्न-69
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| |type="()"}
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| +किसी दुर्घटनावश व्यक्तियों का एकत्रित होना।
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| -किसी दुकान पर कुछ व्यक्तियों की संख्या।
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| -दो या अधिक व्यक्ति जो सामाजिक सम्बंध से आबद्ध हों।
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| -किसी स्थान पर लोगों का संग्रह।
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| {संस्थाएँ होती हैं-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-460;प्रश्न-08
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| |type="()"}
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| -अमूर्त
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| -व्यापक
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| -सामाजिक
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| +उपरोक्त सभी
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| {किस प्रजाति समूह की अधिकांश जनजातियों द्वारा तिब्बती-चीनी बोलियाँ बोली जाती हैं? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-478;प्रश्न-08
| |
| |type="()"}
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| -आस्ट्रेलाइड
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| +[[मंगोलॉयड]]
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| -अफ़्रीकाइड
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| -इनमें से कोई नहीं
| |
| ||{{seealso|मानव प्रजातियाँ}}
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| {गुन्नार मिरडल नामक लेखक ने कौन-सी पुस्तक लिखी है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-501;प्रश्न-26
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| |type="()"}
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| -प्रिमीटीव लॉ
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| -सोशल कंट्रोल
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| +एशियन ड्रामा
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| -इण्डियन विलेज
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| {एक प्राथमिक समूह का अत्यन्त महत्त्वपूर्ण लक्ष्य क्या है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-547;प्रश्न-20
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| |type="()"}
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| -सदस्यों की भौतिक समीयता
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| -समूह का लघु आकार
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| -उद्देश्यों की समरूपता
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| +स्वत: और घनिष्ठ सम्बंध
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| {जाति प्रस्थिति किसके द्वारा निर्धारित होती है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-596;प्रश्न-32
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| |type="()"}
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| +शिक्षा
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| -समाजीकरण
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| -आर्थिक सम्पन्नता
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| -जन्म
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| {निम्नलिखित में से कौन-सी जाति की अनिवार्य विशेषता नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त,पृ.सं.-640;प्रश्न-50
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| |type="()"}
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| -पवित्रता एवं अपवित्रता
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| -श्रेणीक्रम
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| +लम्बवत गतिशीलता
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| -पेशों का वर्गीकरण
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| </quiz>
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