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|विवरण=[[गोपी नाथ जी मन्दिर वृन्दावन|गोपी नाथ जी मन्दिर]], [[मथुरा]] <br /> Gopi Nath Temple, Vrindavan | |||
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10:48, 9 नवम्बर 2010 के समय का अवतरण
विवरण (Description) | गोपी नाथ जी मन्दिर, मथुरा Gopi Nath Temple, Vrindavan |
दिनांक (Date) | वर्ष - 2010 |
प्रयोग अनुमति (Permission) | © brajdiscovery.org |
अन्य विवरण | इस शृंखला में यह कुछ पहले का मन्दिर है। इसका र्निर्माण कछवाहा ठाकुरों की शेखावत शाखा के संस्थापक के पौत्र रायसिल ने कराया बताते हैं। अफ़ग़ान आक्रमण को विफल करने में उसने इतनी महानता और विशेषता के साथ काम किया था कि अकबर ने उसे एक जागीर के साथ 1250 घुड़सवारों का मनसबदार बना दिया था। |
चित्र का इतिहास
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दिनांक/समय | अंगुष्ठ नखाकार (थंबनेल) | आकार | सदस्य | टिप्पणी | |
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वर्तमान | 15:42, 19 मार्च 2010 | 1,024 × 768 (101 KB) | Maintenance script (वार्ता | योगदान) | Importing image file |
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