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|विवरण=चित्रकार और सुलिपिकार अपने-अपने काम करते हुए, अख़लाक़-इ नासिरी (लगभग 1590-95 ई.) का एक चित्र, प्रिंस सदरुद्दीन आगा ख़ान संग्रह, जेनेवा | |||
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10:53, 13 मार्च 2011 के समय का अवतरण
विवरण (Description) | चित्रकार और सुलिपिकार अपने-अपने काम करते हुए, अख़लाक़-इ नासिरी (लगभग 1590-95 ई.) का एक चित्र, प्रिंस सदरुद्दीन आगा ख़ान संग्रह, जेनेवा |
अन्य विवरण | मानव जाति के इतिहास में लेखन-सामग्री ने बड़ी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की है। लेखन-सामग्री ने न केवल मानव संस्कृति व इतिहास को सुरक्षित रखने में योगदान दिया है, बल्कि लिपि, भाषा और मनुष्य की चिंतनधारा को भी काफ़ी गहराई से प्रभावित किया है। अतः प्राचीन लेखन-सामग्री को जानने का मतलब है, प्राचीन संस्कृति को ठीक से समझना। |
चित्र का इतिहास
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दिनांक/समय | अंगुष्ठ नखाकार (थंबनेल) | आकार | सदस्य | टिप्पणी | |
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वर्तमान | 08:05, 3 मार्च 2011 | 885 × 1,288 (373 KB) | फ़ौज़िया ख़ान (वार्ता | योगदान) |
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