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==स्थापना== | ==स्थापना== | ||
शाहू अपनी राजधानी पुणे से हटाकर सतारा ले गया। 1749 ई. में उसकी मृत्यु के बाद पेशवा [[बालाजी बाजीराव]] ने उसे फिर [[मराठा साम्राज्य|मराठा राज्य]] की राजधानी बना दिया। अंतिम पेशवा [[बाजीराव द्वितीय]] के हार जाने तथा अपदस्थ किये जाने के बाद इसका महत्त्व घट गया। कुछ समय तक इस पर [[मुग़ल|मुग़लों]] का क़ब्ज़ा रहा, लेकिन बाद में 1714 से यह पुनः मराठा राज्य की राजधानी बन गया। अंततः 1817 ई. में यह अंग्रेज़ों के अधिकार में चला गया। इसने [[मुम्बई]] प्रेजिडेंसी की मौसमी राजधानी की भूमिका निभाई और आज़ादी के बाद यह विकासशील देश बन गया, जो हर दिशा में फैल रहा था। विशेष रूप से इसका विस्तार पुणे-मुंबई रेल और सड़क मार्गों के समानांतर हुआ, जो पिंपरी और चिंचवड से गुज़रते हैं। यहाँ पर भण्डारकर ओरिएंटल रिसर्च इंस्टिट्यूट (स्थापना 1917 ई.) है, जो प्राच्य अध्ययन एवं शोध के लिए विख्यात है। | शाहू अपनी राजधानी पुणे से हटाकर सतारा ले गया। 1749 ई. में उसकी मृत्यु के बाद पेशवा [[बालाजी बाजीराव]] ने उसे फिर [[मराठा साम्राज्य|मराठा राज्य]] की राजधानी बना दिया। अंतिम पेशवा [[बाजीराव द्वितीय]] के हार जाने तथा अपदस्थ किये जाने के बाद इसका महत्त्व घट गया। कुछ समय तक इस पर [[मुग़ल|मुग़लों]] का क़ब्ज़ा रहा, लेकिन बाद में 1714 से यह पुनः मराठा राज्य की राजधानी बन गया। अंततः 1817 ई. में यह अंग्रेज़ों के अधिकार में चला गया। इसने [[मुम्बई]] प्रेजिडेंसी की मौसमी राजधानी की भूमिका निभाई और आज़ादी के बाद यह विकासशील देश बन गया, जो हर दिशा में फैल रहा था। विशेष रूप से इसका विस्तार पुणे-मुंबई रेल और सड़क मार्गों के समानांतर हुआ, जो पिंपरी और चिंचवड से गुज़रते हैं। यहाँ पर भण्डारकर ओरिएंटल रिसर्च इंस्टिट्यूट (स्थापना 1917 ई.) है, जो प्राच्य अध्ययन एवं शोध के लिए विख्यात है। | ||
[[चित्र:Infosys-Campus-Pune.jpg|250px| | [[चित्र:Infosys-Campus-Pune.jpg|250px|इन्फोसिस, पुणे|thumb|left]] | ||
भारत के महाराष्ट्र राज्य का पुणे एक महत्त्वपूर्ण शहर है। पुणे महाराष्ट्र के पश्चिम भाग, मुला व मुठा इन दो नदियों के किनारे बसा है, और ज़िले का प्रशासकीय मुख्यालय है। भारत का पुणे सातवाँ सबसे बड़ा शहर व महाराष्ट्र का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। पुणे सार्वजनिक सुखसुविधा व विकास के हिसाब से महाराष्ट्र में मुंबई के बाद अग्रेसर है। इस शहर में अनेक नामांकित शिक्षण संस्था होने के कारण इसे 'पूरब का ऑक्सफ़ोर्ड' भी कहा जाता है। | भारत के महाराष्ट्र राज्य का पुणे एक महत्त्वपूर्ण शहर है। पुणे महाराष्ट्र के पश्चिम भाग, मुला व मुठा इन दो नदियों के किनारे बसा है, और ज़िले का प्रशासकीय मुख्यालय है। भारत का पुणे सातवाँ सबसे बड़ा शहर व महाराष्ट्र का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। पुणे सार्वजनिक सुखसुविधा व विकास के हिसाब से महाराष्ट्र में मुंबई के बाद अग्रेसर है। इस शहर में अनेक नामांकित शिक्षण संस्था होने के कारण इसे 'पूरब का ऑक्सफ़ोर्ड' भी कहा जाता है। | ||
==इतिहास== | ==इतिहास== | ||
====<u>प्राचीन नाम</u>==== | ====<u>प्राचीन नाम</u>==== | ||
पुणे नाम 'पुण्यनगरी' नाम से आया है। यह शहर आठवीं शताब्दी में 'पुन्नक' (या 'पुण्यक') नाम से जाना जाता था, ऐसा संदर्भ मिलता है। कुछ समय बाद यह 'कसबे पुणे' या 'पुनवडी' नाम से जाना जाने लगा। मराठा साम्राज्य के काल खंड में शहर का नाम 'पुणे' के रूप में उपयोग में लाया जाने लगा। ब्रिटिश ने उसे 'पूना' कह कर संबोधित करने की | पुणे नाम 'पुण्यनगरी' नाम से आया है। यह शहर आठवीं शताब्दी में 'पुन्नक' (या 'पुण्यक') नाम से जाना जाता था, ऐसा संदर्भ मिलता है। कुछ समय बाद यह 'कसबे पुणे' या 'पुनवडी' नाम से जाना जाने लगा। मराठा साम्राज्य के काल खंड में शहर का नाम 'पुणे' के रूप में उपयोग में लाया जाने लगा। ब्रिटिश ने उसे 'पूना' कह कर संबोधित करने की शुरुआत की। अब यह आधिकारिक नाम पुणे से जाना जाता है। | ||
पुणे [[शिवाजी]] महाराज के जीवन व [[मराठा साम्राज्य]] के इतिहास का एक महत्त्वपूर्ण अंग है। इस प्रकार मराठों और अंग्रेज़ों, दोनों को अपनी-अपनी शक्ति और कमज़ोरी का पता चल गया और अगले बीस वर्षों तक उनके बीच शांति रही। मराठा सरदारों में आपसी दुश्मनी और प्रतिद्वन्द्विता चलती रही और [[25 अक्टूबर]], 1802 ई. को तत्कालीन [[पेशवा]] [[बाजीराव द्वितीय]] को अपने चंगुल में करने के लिए शिन्दे और होल्कर में पूना के बाहर युद्ध हुआ। बाजीराव द्वितीय कायर और षड़यंत्रकारी था और उसे राज्य के हित की कोई चिन्ता नहीं थी। जिस समय पूना का युद्ध चल ही रहा था, वह प्रतिद्वन्द्वी मराठा सरदारों के चंगुल से अपने को बचाने के लिए पूना से भागकर [[बसई]] अंग्रेज़ों की शरण में चला गया। वहाँ उसने [[31 दिसम्बर]], 1802 ई. को बसई की लज्जाजनक संधि कर ली, जिसके द्वारा उसने [[पेशवा]] पद फिर से प्राप्त करने का मनोरथ बनाया था। इस प्रकार बाजीराव द्वितीय ने मराठा राज्य की स्वतंत्रता बेच दी और वह अंग्रेज़ों के द्वारा पुनः पूना की गद्दी पर आसीन कर दिया गया। परन्तु मराठा सरदारों, विशेष रूप से [[शिन्दे]], भोंसले और [[होल्कर]] ने इस व्यवस्था को स्वीकार नहीं किया और फलस्वरूप दूसरा मराठा-युद्ध (1803-05 ई.) छिड़ गया। | पुणे [[शिवाजी]] महाराज के जीवन व [[मराठा साम्राज्य]] के इतिहास का एक महत्त्वपूर्ण अंग है। इस प्रकार मराठों और अंग्रेज़ों, दोनों को अपनी-अपनी शक्ति और कमज़ोरी का पता चल गया और अगले बीस वर्षों तक उनके बीच शांति रही। मराठा सरदारों में आपसी दुश्मनी और प्रतिद्वन्द्विता चलती रही और [[25 अक्टूबर]], 1802 ई. को तत्कालीन [[पेशवा]] [[बाजीराव द्वितीय]] को अपने चंगुल में करने के लिए शिन्दे और होल्कर में पूना के बाहर युद्ध हुआ। बाजीराव द्वितीय कायर और षड़यंत्रकारी था और उसे राज्य के हित की कोई चिन्ता नहीं थी। जिस समय पूना का युद्ध चल ही रहा था, वह प्रतिद्वन्द्वी मराठा सरदारों के चंगुल से अपने को बचाने के लिए पूना से भागकर [[बसई]] अंग्रेज़ों की शरण में चला गया। वहाँ उसने [[31 दिसम्बर]], 1802 ई. को बसई की लज्जाजनक संधि कर ली, जिसके द्वारा उसने [[पेशवा]] पद फिर से प्राप्त करने का मनोरथ बनाया था। इस प्रकार बाजीराव द्वितीय ने मराठा राज्य की स्वतंत्रता बेच दी और वह अंग्रेज़ों के द्वारा पुनः पूना की गद्दी पर आसीन कर दिया गया। परन्तु मराठा सरदारों, विशेष रूप से [[शिन्दे]], भोंसले और [[होल्कर]] ने इस व्यवस्था को स्वीकार नहीं किया और फलस्वरूप दूसरा मराठा-युद्ध (1803-05 ई.) छिड़ गया। | ||
[[चित्र:Bhimshankar.jpg|thumb|250px|left|[[भीमशंकर ज्योतिर्लिंग|भीमशंकर]] मन्दिर | [[चित्र:Bhimshankar.jpg|thumb|250px|left|[[भीमशंकर ज्योतिर्लिंग|भीमशंकर]] मन्दिर]] | ||
यह शहर 17वीं शताब्दी में [[निज़ामशाही वंश|निज़ामशाही]], [[आदिलशाही वंश|आदिलशाही]], [[मुग़ल]] ऐसे विभिन्न राजवंशो का अंग रहा है। 17वीं शताब्दी में [[शाहजी भोंसले]] को निज़ामशाहा ने पुणे की जमींदारी दी थी। उनकी पत्नी [[जीजाबाई]] ने इस जमींदारी में 1627 में शिवनेरी क़िले पर [[शिवाजी राजे भोंसले]] को जन्म दिया। शिवाजी महाराज ने अपने साथियों के साथ पुणे परिसर में मराठा साम्राज्य की स्थापना की। इस काल में पुणे में शिवाजी महाराज का वर्चस्व था। पेशवा के काल में 1749 सातारा को छत्रपति की गद्दी और राजधानी बना कर पुणे को मराठा साम्राज्य की 'प्रशासकीय राजधानी' बना दिया गया। पुणे की पेशवा के काल में काफ़ी | यह शहर 17वीं शताब्दी में [[निज़ामशाही वंश|निज़ामशाही]], [[आदिलशाही वंश|आदिलशाही]], [[मुग़ल]] ऐसे विभिन्न राजवंशो का अंग रहा है। 17वीं शताब्दी में [[शाहजी भोंसले]] को निज़ामशाहा ने पुणे की जमींदारी दी थी। उनकी पत्नी [[जीजाबाई]] ने इस जमींदारी में 1627 में शिवनेरी क़िले पर [[शिवाजी राजे भोंसले]] को जन्म दिया। शिवाजी महाराज ने अपने साथियों के साथ पुणे परिसर में मराठा साम्राज्य की स्थापना की। इस काल में पुणे में शिवाजी महाराज का वर्चस्व था। पेशवा के काल में 1749 सातारा को छत्रपति की गद्दी और राजधानी बना कर पुणे को मराठा साम्राज्य की 'प्रशासकीय राजधानी' बना दिया गया। पुणे की पेशवा के काल में काफ़ी तरक़्क़ी हुई। 1818 तक पुणे में मराठों का राज्य था। | ||
====<u>मराठा साम्राज्य</u>==== | ====<u>मराठा साम्राज्य</u>==== | ||
शिवाजी महाराज के जीवन व मराठा साम्राज्य के इतिहास का पुणे एक महत्त्वपूर्ण अंग है। जीजाबाई व शिवाजी महाराज जब 1635 से 1636 के दरमयान पुणे आवास के लिए आए, तब से पुणे के इतिहास में एक नए पर्व का जन्म हुआ। शिवाजी महाराज व जीजामाता पुणे में लाल महल में रहते थे। पुणे के ग्रामदेवता- कसबा गणपती की स्थापना जीजाबाई ने की थी। | शिवाजी महाराज के जीवन व मराठा साम्राज्य के इतिहास का पुणे एक महत्त्वपूर्ण अंग है। जीजाबाई व शिवाजी महाराज जब 1635 से 1636 के दरमयान पुणे आवास के लिए आए, तब से पुणे के इतिहास में एक नए पर्व का जन्म हुआ। शिवाजी महाराज व जीजामाता पुणे में लाल महल में रहते थे। पुणे के ग्रामदेवता- कसबा गणपती की स्थापना जीजाबाई ने की थी। | ||
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पुणे के नेताओं और समाज सुधारकों ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। [[लोकमान्य तिलक]] और [[सावरकर]] जैसे नेताओं के कारण पुणे राष्ट्र के नक़्शे पर अपने महत्त्व को दर्शाता रहा। महादेव गोविंद रानडे, [[विठ्ठल रामजी शिंदे]], [[गोपाल कृष्ण गोखले]] जैसे समाजसुधारक व राष्ट्रीय ख्याती के नेता पुणे से थे। | पुणे के नेताओं और समाज सुधारकों ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। [[लोकमान्य तिलक]] और [[सावरकर]] जैसे नेताओं के कारण पुणे राष्ट्र के नक़्शे पर अपने महत्त्व को दर्शाता रहा। महादेव गोविंद रानडे, [[विठ्ठल रामजी शिंदे]], [[गोपाल कृष्ण गोखले]] जैसे समाजसुधारक व राष्ट्रीय ख्याती के नेता पुणे से थे। | ||
==भूगोल== | ==भूगोल== | ||
[[चित्र:Purandarh-Fort-Pune-1.jpg|thumb|250px|[[पुरंदर क़िला]], पुणे | [[चित्र:Purandarh-Fort-Pune-1.jpg|thumb|250px|[[पुरंदर क़िला]], पुणे]] | ||
पुणे का मध्यबिंदु पुणे जी.पी.ओ पोस्ट ऑफिस के बाहर है। जी.पी.ओ. पुणे | पुणे का मध्यबिंदु पुणे जी.पी.ओ पोस्ट ऑफिस के बाहर है। जी.पी.ओ. पुणे सह्याद्रि पर्वत के पूर्व, और समुद्रतल से 560 मीटर (1,837 फुट) की ऊचाँई पर है। भीमा नज़दीकी उपनदियाँ मुला व मुठा के संगम पर यह शहर बसा है। पवना व इंद्रायणी ये नदियाँ पुणे शहर के उत्तर-पश्चिम दिशा में बहती है। शहर का सर्वोच्च बिंदु वेताल टेकडी (समुद्रतल से 800 मीटर) है, और शहर के पास का सिंहगड़ क़िले की ऊचाँई 1300 मीटर है। पुणे शहर [[कोयना]] भूकंप क्षेत्र में आता है जो पुणे शहर से 100 किलोमीटर दक्षिण दिशा में है। पुणे में मध्यम व छोटे भूकंप आए हैं। | ||
====<u>जलवायु</u>==== | ====<u>जलवायु</u>==== | ||
पुणे शहर में तीन ऋतु गर्मी, वर्षा व शीत होती हैं। पुणे शहर के [[मार्च]] से [[मई]] तक के सबसे गर्म महीने हैं। पुणे में मई के महीने में बारिश का मौसम शुरू हो जाता है। [[अरब सागर]] से जून के महीने में मानसून की हवाएँ शुरू हो जाती हैं। पुणे में जुलाई के महीने में सबसे ज़्यादा बारिश होती है। पुणे में बारिश में तापमान 20° से 28° सेल्सियस होता है। | पुणे शहर में तीन ऋतु गर्मी, वर्षा व शीत होती हैं। पुणे शहर के [[मार्च]] से [[मई]] तक के सबसे गर्म महीने हैं। पुणे में मई के महीने में बारिश का मौसम शुरू हो जाता है। [[अरब सागर]] से जून के महीने में मानसून की हवाएँ शुरू हो जाती हैं। पुणे में जुलाई के महीने में सबसे ज़्यादा बारिश होती है। पुणे में बारिश में तापमान 20° से 28° सेल्सियस होता है। | ||
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==यातायात और परिवहन== | ==यातायात और परिवहन== | ||
पुणे शहर [[भारत]] के अन्य महत्त्वपूर्ण शहरों से सड़क, रेलवे व हवाईमार्ग से जुड़ा हुआ है। | पुणे शहर [[भारत]] के अन्य महत्त्वपूर्ण शहरों से सड़क, रेलवे व हवाईमार्ग से जुड़ा हुआ है। | ||
[[चित्र:Snakes-Katraj-Snake-Park-Pune.jpg|thumb|250px|left|[[सर्प]], [[ | [[चित्र:Snakes-Katraj-Snake-Park-Pune.jpg|thumb|250px|left|[[सर्प]], [[कात्रज सर्प उद्यान पुणे|कात्रज सर्प उद्यान]], पुणे]] | ||
;<u>हवाईमार्ग</u> | ;<u>हवाईमार्ग</u> | ||
पुणे में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है जो कि पुणे शहर से 12 किलोमीटर की दूरी पर लोहेगाँव में स्थित है। इंडियन एयरलाइंस और जेट एयरवेज की विमान पुणे-दिल्ली, पुणे-चेन्नई, पुणे-बैंगलोर के बीच चलती हैं। पुणे के विमानतल से पहले केवल देश के अन्य शहरों के लिए उड़ाने थीं, मगर [[सिंगापुर]] व | पुणे में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है जो कि पुणे शहर से 12 किलोमीटर की दूरी पर लोहेगाँव में स्थित है। इंडियन एयरलाइंस और जेट एयरवेज की विमान पुणे-दिल्ली, पुणे-चेन्नई, पुणे-बैंगलोर के बीच चलती हैं। पुणे के विमानतल से पहले केवल देश के अन्य शहरों के लिए उड़ाने थीं, मगर [[सिंगापुर]] व दुबई के लिए उड़ाने आने के बाद इसे अन्तर्राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त हुआ है। | ||
;<u>रेलमार्ग</u> | ;<u>रेलमार्ग</u> | ||
पुणे की ओर जाने के लिए सबसे बेहतर विकल्प इंद्रायानी एक्सप्रेस है। इसके अतिरिक्त दक्कन क्वीन, दक्कन एक्सप्रेस और शताब्दी रोजाना पुणे और मुम्बई के बीच चलती है। | पुणे की ओर जाने के लिए सबसे बेहतर विकल्प इंद्रायानी एक्सप्रेस है। इसके अतिरिक्त दक्कन क्वीन, दक्कन एक्सप्रेस और शताब्दी रोजाना पुणे और मुम्बई के बीच चलती है। | ||
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ज्वार, बाजरा, गन्ना और चावल यहाँ की मुख्य फ़सलें हैं। | ज्वार, बाजरा, गन्ना और चावल यहाँ की मुख्य फ़सलें हैं। | ||
==उद्योग और व्यापार== | ==उद्योग और व्यापार== | ||
महाराष्ट्र व भारत का एक पुणे महत्त्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र है। मुंबई महानगर के बाद महाराष्ट्र राज्य में पुणे ही सर्वाधिक औद्योगिक शहर है। विश्व में सर्वाधिक दुपहिए बनाने वाली कंपनी बजाज ऑटो पुणे में है। टेल्को, बजाज ऑटो, भारत फोर्ज जैसे उत्पादनक्षेत्र के अनेक बड़े उद्योग यहाँ है। यहाँ स्थित आधुनिक विशाल औद्योगिक इकाइयों में कार, स्कूटर, ट्रक एंटीबायोटक, औषधि, आधुनिक अभियांत्रिकी पुर्ज़े तथा तेल से चलने वाले इंजनों का निर्माण होता है। नए उद्योग पुणे-शोलापुर मार्ग पर स्थित स्थान को पसंद करते हैं। | महाराष्ट्र व भारत का एक पुणे महत्त्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र है। मुंबई महानगर के बाद महाराष्ट्र राज्य में पुणे ही सर्वाधिक औद्योगिक शहर है। विश्व में सर्वाधिक दुपहिए बनाने वाली कंपनी बजाज ऑटो पुणे में है। टेल्को, बजाज ऑटो, भारत फोर्ज जैसे उत्पादनक्षेत्र के अनेक बड़े उद्योग यहाँ है। यहाँ स्थित आधुनिक विशाल औद्योगिक इकाइयों में कार, स्कूटर, ट्रक एंटीबायोटक, औषधि, आधुनिक अभियांत्रिकी पुर्ज़े तथा तेल से चलने वाले इंजनों का निर्माण होता है। नए उद्योग पुणे-[[शोलापुर]] मार्ग पर स्थित स्थान को पसंद करते हैं। | ||
[[1990]] के दशक में इन्फोसिस, टाटा कंसल्टंसी सर्विस, विप्रो, सिमैंटेक, आइबीएम जैसे प्रसिद्ध सॉफ्टवेअर कंपनियों ने पुणे में अपने केंन्द्र खोले, और यह शहर भारत का एक प्रमुख सूचना प्रौद्योगिकी उद्योगकेंद्र के रूप में विकसित हुआ। पुणे के आसपास के क्षेत्र, जिसे अब वृहद (ग्रेटर) पुणे कहा जाता है। इसमें सह्याद्रि पहाड़ियाँ, बालघाट श्रृंखला (उत्तर) और महादेव पहाड़ियाँ (दक्षिण) शामिल है, और [[भीमा नदी]] की ऊपरी घाटी का हिस्सा भी मिला हुआ है। | [[1990]] के दशक में इन्फोसिस, टाटा कंसल्टंसी सर्विस, विप्रो, सिमैंटेक, आइबीएम जैसे प्रसिद्ध सॉफ्टवेअर कंपनियों ने पुणे में अपने केंन्द्र खोले, और यह शहर भारत का एक प्रमुख सूचना प्रौद्योगिकी उद्योगकेंद्र के रूप में विकसित हुआ। पुणे के आसपास के क्षेत्र, जिसे अब वृहद (ग्रेटर) पुणे कहा जाता है। इसमें सह्याद्रि पहाड़ियाँ, बालघाट श्रृंखला (उत्तर) और महादेव पहाड़ियाँ (दक्षिण) शामिल है, और [[भीमा नदी]] की ऊपरी घाटी का हिस्सा भी मिला हुआ है। | ||
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विश्व की दूसरी सबसे बडी फोर्जिंग कंपनी भारत फोर्ज, कमिन्स इंजिन्स, अल्फा लव्हाल, थायसन ग्रुप, के एस बी पंप, फिनोलेक्स। विद्युत व गृहपयोगी वस्तु व्हर्लपूल और एल.जी. के उत्पादन कारख़ाने, फ्रिटो-लेज, कोका-कोला के अन्न प्रक्रिया उद्योग पुणे में स्थित हैं। अंतर्राष्ट्रीय हवाईमार्ग से पुणे को जोड़ने के बाद से ज़िले में अनेक उद्योग निर्यात करने लगे हैं। | विश्व की दूसरी सबसे बडी फोर्जिंग कंपनी भारत फोर्ज, कमिन्स इंजिन्स, अल्फा लव्हाल, थायसन ग्रुप, के एस बी पंप, फिनोलेक्स। विद्युत व गृहपयोगी वस्तु व्हर्लपूल और एल.जी. के उत्पादन कारख़ाने, फ्रिटो-लेज, कोका-कोला के अन्न प्रक्रिया उद्योग पुणे में स्थित हैं। अंतर्राष्ट्रीय हवाईमार्ग से पुणे को जोड़ने के बाद से ज़िले में अनेक उद्योग निर्यात करने लगे हैं। | ||
==शिक्षण संस्थान== | ==शिक्षण संस्थान== | ||
[[चित्र: | [[चित्र:Fergusson-College.jpg|thumb|फ़र्ग्युसन कॉलेज, पुणे]] | ||
पुणे शैक्षणिक और सांस्कृतिक केंद्र रहा है, पूर्व [[प्रधानमंत्री]] [[जवाहर लाल नेहरू]] इसे [[भारत]] का ऑक्सफ़ोर्ड और कैब्रिज कहते थे। यहाँ के विख्यात शैक्षणिक संस्थानों में शामिल हैं। | पुणे शैक्षणिक और सांस्कृतिक केंद्र रहा है, पूर्व [[प्रधानमंत्री]] [[जवाहर लाल नेहरू]] इसे [[भारत]] का ऑक्सफ़ोर्ड और कैब्रिज कहते थे। यहाँ के विख्यात शैक्षणिक संस्थानों में शामिल हैं। | ||
*पुणे विश्वविद्यालय (स्थापना [[1948]]) | *पुणे विश्वविद्यालय (स्थापना [[1948]]) | ||
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*फ़िल्म ऐंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया | *फ़िल्म ऐंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया | ||
*बी.डी. इंस्टिट्यूट ऑफ़ फ़ैशन टेक्नोलॉजी | *बी.डी. इंस्टिट्यूट ऑफ़ फ़ैशन टेक्नोलॉजी | ||
[[चित्र: | [[चित्र:University-Of-Pune.jpg|thumb|left|पुणे विश्वविद्यालय]] | ||
====<u>अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शोध संस्थान</u>==== | ====<u>अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शोध संस्थान</u>==== | ||
यहाँ अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शोध संस्थान हैं जैसे- | यहाँ अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शोध संस्थान हैं जैसे- | ||
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*शहर के पश्चिमी सीमा पर खड़गवासला में नेशनल डिफ़ेंस अकादमी और सेंट्रल वाटर ऐंड पावर रिसर्च स्टेशन; उत्तर में इंस्टिट्यूट ऑफ़ ट्रॉपिकल मेटरोलॉजी; पुणे विश्वविद्यालय परिसर में इंटर यूनिवर्सिटी सेंटर फ़ॉर एस्ट्रोनॉमी ऐंड एस्ट्रो फ़िज़िक्स; पूर्व में किरकी में प्रतिरक्षा उत्पादन इकाइयाँ स्थित हैं। यहाँ एक छावनी भी है, जिसमें प्रतिरक्षा कमान इकाई और आर्म्ड फ़ोर्सेस मेडिकल स्थित हैं। | *शहर के पश्चिमी सीमा पर खड़गवासला में नेशनल डिफ़ेंस अकादमी और सेंट्रल वाटर ऐंड पावर रिसर्च स्टेशन; उत्तर में इंस्टिट्यूट ऑफ़ ट्रॉपिकल मेटरोलॉजी; पुणे विश्वविद्यालय परिसर में इंटर यूनिवर्सिटी सेंटर फ़ॉर एस्ट्रोनॉमी ऐंड एस्ट्रो फ़िज़िक्स; पूर्व में किरकी में प्रतिरक्षा उत्पादन इकाइयाँ स्थित हैं। यहाँ एक छावनी भी है, जिसमें प्रतिरक्षा कमान इकाई और आर्म्ड फ़ोर्सेस मेडिकल स्थित हैं। | ||
==पर्यटन== | ==पर्यटन== | ||
[[चित्र:Aga-Khan-Palace-Puna.jpg|thumb|250px|[[आगाख़ान महल पुणे|आगाख़ान महल]], पुणे | [[चित्र:Aga-Khan-Palace-Puna.jpg|thumb|250px|[[आगाख़ान महल पुणे|आगाख़ान महल]], पुणे]] | ||
{{main|पुणे पर्यटन}} | {{main|पुणे पर्यटन}} | ||
पुणे में प्रमुख धार्मिक, ऐतिहासिक और पर्यटक स्थल सह्याद्रि के आसपास तथा भीमा नदी के किनारे स्थित इसकी ढलानों पर अवस्थित हैं। [[सिंहगढ़ दुर्ग|सिंहगढ़]] जैसे कुछ विख्यात मराठा क़िले अब आधुनिक आरामगाह में परिवर्तित कर दिए गए हैं। यहाँ के धार्मिक केंद्रों में [[भीमशंकर ज्योतिर्लिंग|भीमशंकर]], जो [[भारत]] के [[द्वादश ज्योतिर्लिंग|12 ज्योतिर्लिंगों]] में से एक है। संत कवि तुकाराम का जन्म स्थल देहू, आचार्य रजनीश का आश्रम (ओशो कम्यूम इंटरनेशनल सेंटर), इसके निकट ही संत मेहरबाबा से संबंधित स्थान मेहराजाद और मेहराबाद हैं। | पुणे में प्रमुख धार्मिक, ऐतिहासिक और पर्यटक स्थल सह्याद्रि के आसपास तथा भीमा नदी के किनारे स्थित इसकी ढलानों पर अवस्थित हैं। [[सिंहगढ़ दुर्ग|सिंहगढ़]] जैसे कुछ विख्यात मराठा क़िले अब आधुनिक आरामगाह में परिवर्तित कर दिए गए हैं। यहाँ के धार्मिक केंद्रों में [[भीमशंकर ज्योतिर्लिंग|भीमशंकर]], जो [[भारत]] के [[द्वादश ज्योतिर्लिंग|12 ज्योतिर्लिंगों]] में से एक है। संत कवि तुकाराम का जन्म स्थल देहू, आचार्य रजनीश का आश्रम (ओशो कम्यूम इंटरनेशनल सेंटर), इसके निकट ही संत मेहरबाबा से संबंधित स्थान मेहराजाद और मेहराबाद हैं। | ||
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==जनसंख्या== | ==जनसंख्या== | ||
[[2001]] की जनगणना के अनुसार पुणे शहर की जनसंख्या 25,40,069 है, और ग्रामीण क्षेत्र की जनसंख्या 80,191 है। पुणे ज़िले की जनसंख्या 72,24,224 है। | [[2001]] की जनगणना के अनुसार पुणे शहर की जनसंख्या 25,40,069 है, और ग्रामीण क्षेत्र की जनसंख्या 80,191 है। पुणे ज़िले की जनसंख्या 72,24,224 है। | ||
{{लेख प्रगति | {{लेख प्रगति | ||
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==वीथिका== | |||
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चित्र:Raja-Dinkar-Kelkar-Museum.jpg|[[केलकर संग्रहालय पुणे|राजा दिनकर केलकर संग्रहालय]], पुणे | |||
चित्र:Parvati-Hill.jpg|पार्वती हिल मंदिर, पुणे | |||
चित्र:Rangoli-Of-Pune.jpg|गणेश उत्सव के दौरान तैयार रंगोली, पुणे | |||
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==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{महाराष्ट्र के पर्यटन स्थल}} | {{महाराष्ट्र के पर्यटन स्थल}} |
10:34, 9 फ़रवरी 2021 के समय का अवतरण
पुणे
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विवरण | पुणे भूतपूर्व पूना शहर, महाराष्ट्र राज्य, दक्षिण पश्चिम भारत, मूला और मूथा नदियों के संगम स्थल पर स्थित है। |
राज्य | महाराष्ट्र |
ज़िला | पुणे ज़िला |
स्थापना | 17वीं शताब्दी में मराठा राज्य की राजधानी के रूप में पहली बार इस नगर को महत्त्व प्राप्त हुआ था। |
भौगोलिक स्थिति | उत्तर- 18.53°, पूर्व- 73.85° |
मार्ग स्थिति | यह शहर सड़क द्वारा मुम्बई से 150 किलोमीटर, नासिक से 212 किलोमीटर, नागपुर से 732 किलोमीटर और दिल्ली से 1,431 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। |
कब जाएँ | अक्टूबर से मई |
कैसे पहुँचें | विमान, रेल, बस, टैक्सी |
पुणे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, लोहेगाँव | |
पुणे व शिवाजीनगर | |
महाराष्ट्र राज्य परिवहन मंडल | |
ऑटो रिक्शा, बस, टैम्पो, साइकिल रिक्शा | |
क्या देखें | पुणे पर्यटन |
कहाँ ठहरें | होटल, धर्मशाला, रिसॉर्ट |
क्या ख़रीदें | लक्ष्मी रोड से महाराष्ट्रन नौवारी सूती साड़ी के साथ-साथ परम्परागत भारतीय साड़ी और आभूषण ख़रीदे जा सकते हैं। |
एस.टी.डी. कोड | 020 |
ए.टी.एम | लगभग सभी |
गूगल मानचित्र, पुणे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा | |
अद्यतन | 14:41, 27 दिसंबर 2010 (IST)
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पुणे | पुणे पर्यटन | पुणे ज़िला |
पुणे भूतपूर्व पूना शहर, महाराष्ट्र राज्य, दक्षिण पश्चिम भारत, मूला और मूथा नदियों के संगम स्थल पर स्थित है। महाराष्ट्र का एक प्रमुख नगर है। यह नगर शिवाजी तथा उनके पुत्र एवं उत्तराधिकारी शम्भाजी (शुम्भजी) की राजधानी था। इसे क्वीन ऑफ़ द दक्कन के नाम से भी जाना जाता है। ‘दक्कन की रानी’ के नाम से विख्यात पुणे मराठियों की सांस्कृतिक राजधानी है। इसके अतिरिक्त वर्तमान समय में पुणे सूचना तकनीकी के क्षेत्र में भी सक्रिय रूप से विकसित हो रहा है।
स्थापना
शाहू अपनी राजधानी पुणे से हटाकर सतारा ले गया। 1749 ई. में उसकी मृत्यु के बाद पेशवा बालाजी बाजीराव ने उसे फिर मराठा राज्य की राजधानी बना दिया। अंतिम पेशवा बाजीराव द्वितीय के हार जाने तथा अपदस्थ किये जाने के बाद इसका महत्त्व घट गया। कुछ समय तक इस पर मुग़लों का क़ब्ज़ा रहा, लेकिन बाद में 1714 से यह पुनः मराठा राज्य की राजधानी बन गया। अंततः 1817 ई. में यह अंग्रेज़ों के अधिकार में चला गया। इसने मुम्बई प्रेजिडेंसी की मौसमी राजधानी की भूमिका निभाई और आज़ादी के बाद यह विकासशील देश बन गया, जो हर दिशा में फैल रहा था। विशेष रूप से इसका विस्तार पुणे-मुंबई रेल और सड़क मार्गों के समानांतर हुआ, जो पिंपरी और चिंचवड से गुज़रते हैं। यहाँ पर भण्डारकर ओरिएंटल रिसर्च इंस्टिट्यूट (स्थापना 1917 ई.) है, जो प्राच्य अध्ययन एवं शोध के लिए विख्यात है।
भारत के महाराष्ट्र राज्य का पुणे एक महत्त्वपूर्ण शहर है। पुणे महाराष्ट्र के पश्चिम भाग, मुला व मुठा इन दो नदियों के किनारे बसा है, और ज़िले का प्रशासकीय मुख्यालय है। भारत का पुणे सातवाँ सबसे बड़ा शहर व महाराष्ट्र का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। पुणे सार्वजनिक सुखसुविधा व विकास के हिसाब से महाराष्ट्र में मुंबई के बाद अग्रेसर है। इस शहर में अनेक नामांकित शिक्षण संस्था होने के कारण इसे 'पूरब का ऑक्सफ़ोर्ड' भी कहा जाता है।
इतिहास
प्राचीन नाम
पुणे नाम 'पुण्यनगरी' नाम से आया है। यह शहर आठवीं शताब्दी में 'पुन्नक' (या 'पुण्यक') नाम से जाना जाता था, ऐसा संदर्भ मिलता है। कुछ समय बाद यह 'कसबे पुणे' या 'पुनवडी' नाम से जाना जाने लगा। मराठा साम्राज्य के काल खंड में शहर का नाम 'पुणे' के रूप में उपयोग में लाया जाने लगा। ब्रिटिश ने उसे 'पूना' कह कर संबोधित करने की शुरुआत की। अब यह आधिकारिक नाम पुणे से जाना जाता है।
पुणे शिवाजी महाराज के जीवन व मराठा साम्राज्य के इतिहास का एक महत्त्वपूर्ण अंग है। इस प्रकार मराठों और अंग्रेज़ों, दोनों को अपनी-अपनी शक्ति और कमज़ोरी का पता चल गया और अगले बीस वर्षों तक उनके बीच शांति रही। मराठा सरदारों में आपसी दुश्मनी और प्रतिद्वन्द्विता चलती रही और 25 अक्टूबर, 1802 ई. को तत्कालीन पेशवा बाजीराव द्वितीय को अपने चंगुल में करने के लिए शिन्दे और होल्कर में पूना के बाहर युद्ध हुआ। बाजीराव द्वितीय कायर और षड़यंत्रकारी था और उसे राज्य के हित की कोई चिन्ता नहीं थी। जिस समय पूना का युद्ध चल ही रहा था, वह प्रतिद्वन्द्वी मराठा सरदारों के चंगुल से अपने को बचाने के लिए पूना से भागकर बसई अंग्रेज़ों की शरण में चला गया। वहाँ उसने 31 दिसम्बर, 1802 ई. को बसई की लज्जाजनक संधि कर ली, जिसके द्वारा उसने पेशवा पद फिर से प्राप्त करने का मनोरथ बनाया था। इस प्रकार बाजीराव द्वितीय ने मराठा राज्य की स्वतंत्रता बेच दी और वह अंग्रेज़ों के द्वारा पुनः पूना की गद्दी पर आसीन कर दिया गया। परन्तु मराठा सरदारों, विशेष रूप से शिन्दे, भोंसले और होल्कर ने इस व्यवस्था को स्वीकार नहीं किया और फलस्वरूप दूसरा मराठा-युद्ध (1803-05 ई.) छिड़ गया।
यह शहर 17वीं शताब्दी में निज़ामशाही, आदिलशाही, मुग़ल ऐसे विभिन्न राजवंशो का अंग रहा है। 17वीं शताब्दी में शाहजी भोंसले को निज़ामशाहा ने पुणे की जमींदारी दी थी। उनकी पत्नी जीजाबाई ने इस जमींदारी में 1627 में शिवनेरी क़िले पर शिवाजी राजे भोंसले को जन्म दिया। शिवाजी महाराज ने अपने साथियों के साथ पुणे परिसर में मराठा साम्राज्य की स्थापना की। इस काल में पुणे में शिवाजी महाराज का वर्चस्व था। पेशवा के काल में 1749 सातारा को छत्रपति की गद्दी और राजधानी बना कर पुणे को मराठा साम्राज्य की 'प्रशासकीय राजधानी' बना दिया गया। पुणे की पेशवा के काल में काफ़ी तरक़्क़ी हुई। 1818 तक पुणे में मराठों का राज्य था।
मराठा साम्राज्य
शिवाजी महाराज के जीवन व मराठा साम्राज्य के इतिहास का पुणे एक महत्त्वपूर्ण अंग है। जीजाबाई व शिवाजी महाराज जब 1635 से 1636 के दरमयान पुणे आवास के लिए आए, तब से पुणे के इतिहास में एक नए पर्व का जन्म हुआ। शिवाजी महाराज व जीजामाता पुणे में लाल महल में रहते थे। पुणे के ग्रामदेवता- कसबा गणपती की स्थापना जीजाबाई ने की थी।
स्वतंत्रता संग्राम
पुणे के नेताओं और समाज सुधारकों ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। लोकमान्य तिलक और सावरकर जैसे नेताओं के कारण पुणे राष्ट्र के नक़्शे पर अपने महत्त्व को दर्शाता रहा। महादेव गोविंद रानडे, विठ्ठल रामजी शिंदे, गोपाल कृष्ण गोखले जैसे समाजसुधारक व राष्ट्रीय ख्याती के नेता पुणे से थे।
भूगोल
पुणे का मध्यबिंदु पुणे जी.पी.ओ पोस्ट ऑफिस के बाहर है। जी.पी.ओ. पुणे सह्याद्रि पर्वत के पूर्व, और समुद्रतल से 560 मीटर (1,837 फुट) की ऊचाँई पर है। भीमा नज़दीकी उपनदियाँ मुला व मुठा के संगम पर यह शहर बसा है। पवना व इंद्रायणी ये नदियाँ पुणे शहर के उत्तर-पश्चिम दिशा में बहती है। शहर का सर्वोच्च बिंदु वेताल टेकडी (समुद्रतल से 800 मीटर) है, और शहर के पास का सिंहगड़ क़िले की ऊचाँई 1300 मीटर है। पुणे शहर कोयना भूकंप क्षेत्र में आता है जो पुणे शहर से 100 किलोमीटर दक्षिण दिशा में है। पुणे में मध्यम व छोटे भूकंप आए हैं।
जलवायु
पुणे शहर में तीन ऋतु गर्मी, वर्षा व शीत होती हैं। पुणे शहर के मार्च से मई तक के सबसे गर्म महीने हैं। पुणे में मई के महीने में बारिश का मौसम शुरू हो जाता है। अरब सागर से जून के महीने में मानसून की हवाएँ शुरू हो जाती हैं। पुणे में जुलाई के महीने में सबसे ज़्यादा बारिश होती है। पुणे में बारिश में तापमान 20° से 28° सेल्सियस होता है।
पुणे में मानसून के बाद अक्टूबर के महीने में दिन के समय तापमान बढ़ता है मगर रात के समय ठंड होती है। यहाँ नवंबर से फ़रवरी तक के महीनों में सर्दी रह्ती है। सर्दी का समय पुणे में भेट करने के लिए सर्वोत्तम समय है। इस समय दिन का तापमान 29° सेल्सियस और रात का तापमान 10° सेल्सियस नीचे होता है। पुणे में तापमान दिसंबर व जनवरी महीनों में 5° से 6° सेल्सियस तक नीचे जाता है।
प्रजातियाँ
पुणे शहर के डाक कार्यालय से 25 किलोमीटर दूर त्रिज्या के परिसर में 1,000 पुष्प-वनस्पति की प्रजातियाँ, 104 फुलपाखर की प्रजातियाँ, 350 पक्षियों की प्रजातियाँ और 64 स्तनधारी प्राणियों की प्रजातियाँ पाई गई है।
यातायात और परिवहन
पुणे शहर भारत के अन्य महत्त्वपूर्ण शहरों से सड़क, रेलवे व हवाईमार्ग से जुड़ा हुआ है।
- हवाईमार्ग
पुणे में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है जो कि पुणे शहर से 12 किलोमीटर की दूरी पर लोहेगाँव में स्थित है। इंडियन एयरलाइंस और जेट एयरवेज की विमान पुणे-दिल्ली, पुणे-चेन्नई, पुणे-बैंगलोर के बीच चलती हैं। पुणे के विमानतल से पहले केवल देश के अन्य शहरों के लिए उड़ाने थीं, मगर सिंगापुर व दुबई के लिए उड़ाने आने के बाद इसे अन्तर्राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त हुआ है।
- रेलमार्ग
पुणे की ओर जाने के लिए सबसे बेहतर विकल्प इंद्रायानी एक्सप्रेस है। इसके अतिरिक्त दक्कन क्वीन, दक्कन एक्सप्रेस और शताब्दी रोजाना पुणे और मुम्बई के बीच चलती है।
- बसमार्ग
यहाँ मुम्बई से बस द्वारा भी जाया जा सकता है। दादर से हर पद्रंह मिनट पर पुणे के लिए सामान्य तथा ए. सी. बसें चलती है।
कृषि और खनिज
ज्वार, बाजरा, गन्ना और चावल यहाँ की मुख्य फ़सलें हैं।
उद्योग और व्यापार
महाराष्ट्र व भारत का एक पुणे महत्त्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र है। मुंबई महानगर के बाद महाराष्ट्र राज्य में पुणे ही सर्वाधिक औद्योगिक शहर है। विश्व में सर्वाधिक दुपहिए बनाने वाली कंपनी बजाज ऑटो पुणे में है। टेल्को, बजाज ऑटो, भारत फोर्ज जैसे उत्पादनक्षेत्र के अनेक बड़े उद्योग यहाँ है। यहाँ स्थित आधुनिक विशाल औद्योगिक इकाइयों में कार, स्कूटर, ट्रक एंटीबायोटक, औषधि, आधुनिक अभियांत्रिकी पुर्ज़े तथा तेल से चलने वाले इंजनों का निर्माण होता है। नए उद्योग पुणे-शोलापुर मार्ग पर स्थित स्थान को पसंद करते हैं।
1990 के दशक में इन्फोसिस, टाटा कंसल्टंसी सर्विस, विप्रो, सिमैंटेक, आइबीएम जैसे प्रसिद्ध सॉफ्टवेअर कंपनियों ने पुणे में अपने केंन्द्र खोले, और यह शहर भारत का एक प्रमुख सूचना प्रौद्योगिकी उद्योगकेंद्र के रूप में विकसित हुआ। पुणे के आसपास के क्षेत्र, जिसे अब वृहद (ग्रेटर) पुणे कहा जाता है। इसमें सह्याद्रि पहाड़ियाँ, बालघाट श्रृंखला (उत्तर) और महादेव पहाड़ियाँ (दक्षिण) शामिल है, और भीमा नदी की ऊपरी घाटी का हिस्सा भी मिला हुआ है।
विश्व की दूसरी सबसे बडी फोर्जिंग कंपनी भारत फोर्ज, कमिन्स इंजिन्स, अल्फा लव्हाल, थायसन ग्रुप, के एस बी पंप, फिनोलेक्स। विद्युत व गृहपयोगी वस्तु व्हर्लपूल और एल.जी. के उत्पादन कारख़ाने, फ्रिटो-लेज, कोका-कोला के अन्न प्रक्रिया उद्योग पुणे में स्थित हैं। अंतर्राष्ट्रीय हवाईमार्ग से पुणे को जोड़ने के बाद से ज़िले में अनेक उद्योग निर्यात करने लगे हैं।
शिक्षण संस्थान
पुणे शैक्षणिक और सांस्कृतिक केंद्र रहा है, पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू इसे भारत का ऑक्सफ़ोर्ड और कैब्रिज कहते थे। यहाँ के विख्यात शैक्षणिक संस्थानों में शामिल हैं।
- पुणे विश्वविद्यालय (स्थापना 1948)
- फ़र्ग्युसन कॉलेज
- इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एजुकेशन ऐंड रिसर्च
- इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एजुकेशन ऐंड रिसर्च
- इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इन्फ़ॉर्मेशन टेक्नोलॉजी
- इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एजुकेशन
- महाराष्ट्र एकेडमी ऑफ़ इंजीनियरिंग ऐंड एजुकेशनल रिसर्च
- एकेडमी ऑफ़ कम्युनिकेशन स्किल
- एकेडमी ऑफ़ पोलिटिकल ऐंड सोशल रिसर्च
- छत्रपति शिवाजी मेडिकल कॉलेज
- सी.ए. मेडिकल कॉलेज ऑफ़ आल्टरनेटिव मेडिसिन
- कॉलेज ऑफ़ कंप्यूटर ऐंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग
- डी. इंस्टिट्यूट ऑफ़ वोकेशनल कोर्सेस
- इंस्टिट्यूट ऑफ़ बिजनेस मैनेजमेंट ऐंड रिसर्च
- फ़िल्म ऐंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया
- बी.डी. इंस्टिट्यूट ऑफ़ फ़ैशन टेक्नोलॉजी
अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शोध संस्थान
यहाँ अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शोध संस्थान हैं जैसे-
- भंडारकर ओरिएंटल रिसर्च इंस्टिट्यूट (स्थापना 1917)
- गोखले इंस्टिट्यूट ऑफ़ पॉलिटिक्स ऐंड इकोनॉमिक्स
- दक्कन कॉलेज पोस्ट ग्रेजुएट रिसर्च इंस्टिट्यूट, जो मानव विश्वविद्यालय भी है।
- इटंर यूनिवर्सिटी सेंटर फ़ॉर एस्ट्रोनॉमी ऐंड एस्ट्रोफ़िज़िक्स, यह एक स्वायत्त संस्था है।
- इस नगर में स्थित सरकारी कार्यालयों में शिक्षा निदेशालय, सेंकेंड्री स्कूल सर्टिफ़िकेट परीक्षा बोर्ड, महाराष्ट्र स्टेट ब्यूरो टेक्स्ट बुक प्रोडेक्शन ऐंड करीकुलर रिसर्च, तिलक महराष्ट्र विद्यापीठ तथा विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक और शैक्षिक नेताओं द्वारा स्थापित संस्थाओं द्वारा वित्त प्रदत्त शैक्षणिक संस्थान शामिल हैं।
- यहाँ केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित संस्थान, जैसे भारतीय मौसम विज्ञान और नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ वायरोलॉजी भी स्थित हैं।
- शहर के पश्चिमी सीमा पर खड़गवासला में नेशनल डिफ़ेंस अकादमी और सेंट्रल वाटर ऐंड पावर रिसर्च स्टेशन; उत्तर में इंस्टिट्यूट ऑफ़ ट्रॉपिकल मेटरोलॉजी; पुणे विश्वविद्यालय परिसर में इंटर यूनिवर्सिटी सेंटर फ़ॉर एस्ट्रोनॉमी ऐंड एस्ट्रो फ़िज़िक्स; पूर्व में किरकी में प्रतिरक्षा उत्पादन इकाइयाँ स्थित हैं। यहाँ एक छावनी भी है, जिसमें प्रतिरक्षा कमान इकाई और आर्म्ड फ़ोर्सेस मेडिकल स्थित हैं।
पर्यटन
पुणे में प्रमुख धार्मिक, ऐतिहासिक और पर्यटक स्थल सह्याद्रि के आसपास तथा भीमा नदी के किनारे स्थित इसकी ढलानों पर अवस्थित हैं। सिंहगढ़ जैसे कुछ विख्यात मराठा क़िले अब आधुनिक आरामगाह में परिवर्तित कर दिए गए हैं। यहाँ के धार्मिक केंद्रों में भीमशंकर, जो भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। संत कवि तुकाराम का जन्म स्थल देहू, आचार्य रजनीश का आश्रम (ओशो कम्यूम इंटरनेशनल सेंटर), इसके निकट ही संत मेहरबाबा से संबंधित स्थान मेहराजाद और मेहराबाद हैं।
खानपान
पुणे में बहुत से अच्छे भोजनालय हैं। यहाँ आपको हर तरह के व्यंजन खाने को मिल जाएंगे। पुणे में सबसे अधिक भोजनालय सैनिक छावनी के पास बोट कल्ब रोड, कोरगाँव पार्क और मुख्य सड़क पर स्थित हैं।
ख़रीददारी
पुणे में लक्ष्मी रोड से महाराष्ट्रन नौवारी सूती साड़ी के साथ-साथ परम्परागत भारतीय साड़ी और आभूषण ख़रीदे जा सकते हैं। एम.जी.रोड से किताबें, बहुमूल्य कपड़े, डिजाइनर घड़ियाँ, प्राचीन सामान, क्रिस्टल और चाइना, जूते और बैग ख़रीद सकते हैं। वहीं पर ढोले पाटील मार्ग, कोरीगन पार्क में बेहतरीन मॉल और बुटिक हैं इस जगह से भी ख़रीददारी की जा सकती है। पुणे में दुकानें दिन में एक बजे से लेकर शाम चार बजे तक बंद रहती हैं।
जनसंख्या
2001 की जनगणना के अनुसार पुणे शहर की जनसंख्या 25,40,069 है, और ग्रामीण क्षेत्र की जनसंख्या 80,191 है। पुणे ज़िले की जनसंख्या 72,24,224 है।
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वीथिका
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पार्वती हिल मंदिर, पुणे
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गणेश उत्सव के दौरान तैयार रंगोली, पुणे
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