"साँचा:सूक्ति और कहावत-15": अवतरणों में अंतर

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13:27, 4 मई 2011 के समय का अवतरण

  • गंगा की पवित्रता में कोई विश्वास नहीं करने जाता। गंगा के निकट पहुँच जाने पर अनायास, वह विश्वास पता नहीं कहाँ से आ जाता है। -लक्ष्मीनारायण मिश्र (गरुड़ध्वज, पृ. 79)
  • पृथ्वी में कुआं जितना ही गहरा खुदेगा, उतना ही अधिक जल निकलेगा । वैसे ही मानव की जितनी अधिक शिक्षा होगी, उतनी ही तीव्र बुद्धि बनेगी। -तिरुवल्लुवर (तिरुक्कुरल, 396) .... और पढ़ें