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| {{सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी}}
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| {{सामान्य ज्ञान नोट}}
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| {| class="bharattable-green" width="100%"
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| |-
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| | valign="top"|
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| {| width="100%"
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| <quiz display=simple>
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| {विक्रम साराभाई अन्तरिक्ष केन्द्र निम्न में से किस स्थान पर स्थित है?
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| |type="()"}
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| -श्री हरिकोटा
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| -[[पुणे]]
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| -[[अहमदाबाद]]
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| +[[तिरुअनंतपुरम]]
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| ||[[चित्र:Chirayinkeezhu-Thiruvananthapuram.jpg|thumb|120px|right|चिरयिनकीज़ू, [[तिरुअनंतपुरम]]]]तिरुअनंतपुरम [[केरल]] की राजधानी है, पहले इसका नाम 'त्रिवेन्द्रम' था। तिरुअनंतपुरम का शाब्दिक अर्थ है- 'तिरु' यानी 'पवित्र एवं अनंत' अर्थात 'सहस्त्रमुखी नाग' तथा पुरम यानी 'आवास'। केरल दक्षिण [[भारत]] का एक ऐसा राज्य है, जहाँ प्रकृति एवं संस्कृति का सबसे अलग संगम मिलता है। इस प्रदेश को एक तरफ [[अरब सागर]] के नीले [[जल]] तो दूसरी तरफ पश्चिमी घाट की हरी-भरी पहाड़ियों ने अद्भुत नैसर्गिक सौंदर्य प्रदान किया है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[तिरुअनंतपुरम]]
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| {निम्न में से कौन-सा [[भारत]] सरकार की राजकोषीय नीति का उद्देश्य नहीं है?
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| |type="()"}
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| +अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार का नियमन
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| -धन तथा आय का वितरण
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| -मूल्य स्थिरता
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| -पूर्ण रोजगार
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| {निम्न कथनों में से कौन-सा कथन सही है?
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| |type="()"}
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| -लघु ज्वार-भाटा केवल [[अमावस्या|अमावस]] को आते हैं।
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| +बृहत ज्वार-भाटा [[पूर्णिमा]] को आते हैं।
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| -खाड़ियों में ज्वार-भाटा नहीं आते।
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| -[[भारत]] के पश्चिम तट में दिन में पाँच बार ज्वार-भाटा आते हैं।
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| ||[[सूर्य ग्रह|सूर्य]] से [[चंद्र ग्रह|चन्द्र]] का अन्तर जब 169° से 180° तक होता है, तब [[शुक्ल पक्ष]] की पूर्णिमा रहती है। पूर्णिमा [[पंचांग]] के अनुसार पंद्रहवीं और शुक्ल पक्ष की अन्तिम तिथि है। पूर्णिमा ही वह तिथि है, जब समुद्रीय ज्वार-भाटा अपने चरम पर होता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[पूर्णिमा]]
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| {निम्न में से कौन-सा [[भारत]] के संविधान द्वारा प्रत्याभूत मौलिक अधिकार है?
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| |type="()"}
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| -सूचना का अधिकार
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| +समानता का अधिकार
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| -सम्पत्ति का अधिकार
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| -शासन का अधिकार
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| {विनिवेश का क्या अर्थ है?
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| |type="()"}
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| -विदेशी मुद्रा अर्जित करना
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| -[[कृषि]] में सरकारी भागीदारी बढ़ाना
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| +उद्यमों में सरकारी भागीदारी घटाना
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| -उपरोक्त में से कोई नहीं
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| {देश के पहले निजी एफ. एम. रेडियो स्टेशन 'रेडियो सिटी' ने अपना प्रसारण कहाँ से शुरू किया था?
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| |type="()"}
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| -[[चेन्नई]]
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| +[[बेंगळूरू]]
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| -[[मुम्बई]]
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| -[[दिल्ली]]
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| ||[[चित्र:Vidhan-Soudha-Bangalore.jpg|thumb|120px|right|[[विधान सौध बंगलोर|विधान सौध]], बंगलोर]]बंगलोर [[कर्नाटक]] (भूतपूर्व मैसूर) राज्य का 1830 से शहर और राजधानी है। बंगलोर [[भारत]] का सातवाँ सबसे बड़ा शहर है। समुद्र तल से 949 मीटर की ऊँचाई पर कर्नाटक पठार की पूर्वी-पश्चिमी श्रृंखला सीमा पर स्थित यह शहर राज्य के दक्षिण पूर्वी भाग में है। शरद एवं ग्रीष्म ॠतु में खुशगवार मौसम के कारण निवास के लिए लोकप्रिय स्थान है, लेकिन यहाँ की बढ़ती औद्योगिक और घरेलू ज़रूरतों के लिये जल आपूर्ति एक समस्या है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बेंगळूरू]]
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| {राजस्व आय से अधिक राजस्व ख़र्च हो तो उसे क्या कहा जाता है?
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| |type="()"}
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| -राजकोषीय घाटा
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| +राजस्व घाटा
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| -राजकीय घाटा
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| -प्राथमिक घाटा
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| {किस केन्द्र शासित प्रदेश का अपना उच्च न्यायालय है?
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| |type="()"}
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| -[[दमन एवं दीव]]
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| -[[पॉण्डिचेरी]]
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| +[[दिल्ली]]
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| -उपरोक्त में से किसी का भी नहीं
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| ||[[चित्र:Rashtrapati-Bhavan-1.jpg|thumb|120px|rightt|[[राष्ट्रपति भवन]]]][[दिल्ली]] [[भारत]] की राजधानी एवं महानगरीय क्षेत्र है। इसमें [[नई दिल्ली]] सम्मिलित है, जो कि ऐतिहासिक पुरानी दिल्ली के बाद बसी थी। महान ऐतिहासिक महत्त्व वाला यह महानगरीय क्षेत्र महत्त्वपूर्ण व्यापारिक, परिवहन एवं सांस्कृतिक हलचलों से भरा है। दिल्ली देश के उत्तरी मध्य भाग में [[गंगा नदी|गंगा]] की एक प्रमुख सहायक [[यमुना नदी|नदी यमुना]] के दोनों तरफ बसी है। दिल्ली देश का तीसरा बड़ा शहर है। यहाँ के ऐतिहासिक स्थल तथा रमणीय स्थल अपने आप में विशेष हैं। [[पर्यटन]] विकास के उद्वेश्य से यह [[आगरा]] और [[जयपुर]] से जुड़ा है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[दिल्ली]]
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| {[[तिरुअनन्तपुरम]] का पुराना नाम क्या है?
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| |type="()"}
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| +त्रिवेंद्रम
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| -[[काशी]]
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| -[[उड़ीसा]]
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| -[[मद्रास]]
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| ||[[चित्र:Ponmudi-Hills-Thiruvananthapuram.jpg|thumb|120px|right|पोनमुदी पर्वत, [[तिरुअनंतपुरम]]]]तिरुअनंतपुरम [[केरल]] की राजधानी है, पहले इसका नाम त्रिवेन्द्रम था। [[देवता|देवताओं]] की नगरी के नाम से मशहूर तिरुअनंतपुरम को [[महात्मा गांधी]] ने सदाबहार शहर की संज्ञा दी थी। इस शहर का नाम [[शेषनाग]] अनंत के नाम पर पड़ा, जिनके ऊपर पद्मनाभस्वामी (भगवान [[विष्णु]]) विश्राम करते हैं। अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनने के बाद से यह शहर एक प्रमुख पर्यटक और व्यवसायिक केंद्र के रूप में स्थापित हुआ है। इसकी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और ख़ूबसूरत तटों से आकर्षित होकर प्रतिवर्ष हजारों पर्यटक यहाँ खीचें चले आते हैं।[[तिरुअनन्तपुरम]]
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| {[[राजस्थान]] की इंदिरा गाँधी नहर किस नदी से निकाली गयी है?
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| |type="()"}
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| -[[गंगा नदी|गंगा]] और [[यमुना नदी|यमुना]] से
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| +[[सतलुज नदी|सतलज]] से [[व्यास नदी|व्यास]] से
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| -गंगा और [[सरस्वती नदी|सरस्वती]] से
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| -[[वरुणा नदी|वरुणा]] और [[असि नदी|असि]] से
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| ||[[चित्र:Satluj-River.jpg|thumb|120px|right|[[सतलुज नदी]]]] सतलुज उत्तरी [[भारत]] में बहने वाली एक नदी है, जो 'सदानीरा' (हर मौसम में बहती है) है, और जिसकी लम्बाई [[पंजाब]] में बहने वाली पाँचों नदियों में सबसे अधिक है। यह [[पाकिस्तान]] में होकर बहती है। [[ऋग्वेद]] के नदीसूक्त में इसे शुतुद्रि कहा गया है। वैदिक काल में [[सरस्वती नदी]] 'शुतुद्रि' में ही मिलती थी।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सतलुज नदी]]
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| ||[[चित्र:Byas-River.jpg|thumb|120px|[[व्यास नदी]], [[मनाली हिमाचल प्रदेश|मनाली]]]] व्यास नदी [[पंजाब]] [[हिमाचल प्रदेश]] में बहने वाली एक प्रमुख नदी है। [[पंजाब]] की पांच प्रमुख नदियों में से एक है। इसका उल्लेख [[ॠग्वेद]] में केवल एक बार है। [[वाल्मीकि रामायण]] में [[अयोध्या]] के दूतों की केकय देश की यात्रा के प्रसंग में विपाशा (वैदिक नाम विपाश) को पार करने का उल्लेख है|{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[व्यास नदी]]
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| {सबसे लम्बा राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-7) कहाँ से कहाँ तक है ?
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| |type="()"}
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| -[[कश्मीर]] से [[कन्याकुमारी]] तक
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| -[[दिल्ली]] से [[कोलकाता]] तक
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| +[[वाराणसी]] से [[कन्याकुमारी]] तक
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| -[[दिल्ली]] से [[मुंबई]] तक
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| ||[[चित्र:Ganga-River-Varanasi.jpg|right|[[गंगा नदी]], [[वाराणसी]]|thumb|120px]] [[गंगा नदी]] के तट पर बसे इस शहर को ही भगवान [[शिव]] ने पृथ्वी पर अपना स्थायी निवास बनाया था। यह भी माना जाता है कि [[वाराणसी]] का निर्माण सृष्टि रचना के प्रारम्भिक चरण में ही हुआ था। यह शहर प्रथम ज्योर्तिलिंग का भी शहर है। [[पुराण|पुराणों]] में वाराणसी को ब्रह्मांड का केंद्र बताया गया है तथा यह भी कहा गया है, कि यहाँ के कण-कण में शिव निवास करते हैं। वाराणसी के लोगों के अनुसार, [[काशी]] के कण-कण में शिवशंकर हैं। इनके कहने का अर्थ यह है कि यहाँ के प्रत्येक पत्थर में शिव का निवास है। कहते हैं कि काशी शंकर भगवान के त्रिशूल पर टिकी है। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[वाराणसी]]
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| ||[[चित्र:Kanyakumari-Temple.jpg|thumb|120px|कन्याकुमारी मंदिर, [[कन्याकुमारी]]]]यह स्थान एक खाड़ी, एक सागर और एक महासागर का मिलन बिंदु है। अपार जलराशि से घिरे इस स्थल के पूर्व में [[बंगाल की खाड़ी]], पश्चिम में [[अरब सागर]] एवं दक्षिण में हिंद महासागर है। यहाँ आकर हर व्यक्ति को प्रकृति के अनंत स्वरूप के दर्शन होते हैं। सागर-त्रय के संगम की इस दिव्यभूमि पर मां भगवती देवी कुमारी के रूप में विद्यमान हैं। इस पवित्र स्थान को एलेक्जेंड्रिया ऑफ ईस्ट की उपमा से विदेशी सैलानियों ने नवाजा है। यहाँ पहुंच कर लगता है मानो पूर्व में सभ्यता की शुरूआत यहीं से हुई होगी। [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] ने इस स्थल को केप कोमोरिन कहा था। [[तिरुअनंतपुरम]] के बेहद निकट होने के कारण सामान्यत: समझा जाता है कि यह शहर [[केरल]] राज्य में स्थित है, लेकिन [[कन्याकुमारी]] वास्तव में [[तमिलनाडु]] राज्य का एक ख़ास पर्यटन स्थल है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[कन्याकुमारी]]
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| {[[माउण्ट एवरेस्ट]] पर्वत किन दो देशों की सीमा बनाता है?
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| |type="()"}
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| +[[नेपाल]] और [[चीन]]
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| -[[सिक्किम]] और [[नेपाल]]
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| -[[नेपाल]] और [[भूटान]]
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| -[[भारत]] और [[पाकिस्तान]]
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| ||मिथिला के शासक नान्यदेव ने नेपाल पर अपना नाममात्र की प्रभुता स्थापित कर ली। यक्षमल्ल ने मृत्यु के पूर्व ही राज्य का बंटवारा अपने पुत्रों और पुत्रियों में कर दिया था। इस विभाजन के फलस्वरूप नेपाल, काठमांडू तथा भातगाँव के दो परस्पर प्रतिद्वन्द्वि राज्यों में बँट गया। इन झगड़ों का लाभ उठाकर पश्चिमी हिमालय के प्रदेशों में बसने वाली गोरखा जाति ने 1768 ई. में नेपाल पर अधिकार कर लिया। शनैः शनैः गोरखाओं ने अपनी सैनिक शक्ति में बुद्धि कर नेपाल को एक शक्तिशाली राज्य बना दिया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[नेपाल]]
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| ||[[भारत]] और [[चीन]] के विदेशमंत्रियों ने भी क्रमशः जून, [[2008]] और सितंबर, 2008 में एक-दूसरे देश की यात्रा की। इन यात्राओं के दौरान गुवान्झू और [[कोलकाता]] में नए, महावाणिज्य दूतावासों का औपचारिक रूप से विमोचन किया गया। आपसी व्यापार 2008 में 51.8 अरब अमरीकी डॉलर पर पहुँच गया जो दोनों प्रधानमंत्रियों द्वारा 2010 के लिए तय किए गए 60 अरब अमरीकी डॉलर मूल्य के लक्ष्य के क़्ररीब है। रक्षा संबंधों के क्षेत्र में सहयोग और आदान-प्रदान भी जारी रहा। इसके अंतर्गत दिसंबर, 2008 में भारत में दूसरा सयुक्त सैन्य अभ्यास और दूसरी वार्षिक रक्षा वार्ता आयोजित की गई। भारत-[[चीन]] सीमा विवाद के बारे में 12 वें दौर के विचार-विमर्श के लिए दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधियों की बैठक सितबंर, 2008 में हुई। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[चीन]]
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| {ग्रांड बैंक कहाँ स्थित है?
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| |type="()"}
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| -प्रशांत महासागर
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| -[[हिन्द महासागर]]
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| -[[बंगाल की खाड़ी]]
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| +अटलांटिक महासागर
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| {[[भारत]] का प्राचीनतम वलित पर्वत कौनसा है?
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| |type="()"}
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| +[[अरावली पर्वतमाला]]
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| -[[एरामला पर्वतमाला]]
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| -[[कराकोरम पर्वतश्रेणी]]
| |
| -[[विन्ध्याचल पर्वत]]
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| ||अरावली उत्तर भारतीय पर्वतमाला है। [[राजस्थान]] राज्य के पूर्वोत्तर क्षेत्र से गुज़रती 560 किलोमीटर लम्बी इस पर्वतमाला की कुछ चट्टानी पहाड़ियाँ [[दिल्ली]] के दक्षिण हिस्से तक चली गई हैं। शिखरों एवं कटकों की श्रृखलाएँ, जिनका फैलाव 10 से 100 किलोमीटर है, सामान्यत: 300 से 900 मीटर ऊँची हैं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[अरावली पर्वतमाला]]
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| {[[भारत]] का सबसे बड़ा कोयला क्षेत्र कौनसा है?
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| |type="()"}
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| -[[धनबाद]]
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| +झरिया
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| -[[छत्तीसगढ़]]
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| -[[उत्तर प्रदेश]]
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| {[[भारत]] में मैग्रोव वनस्पति विस्तृत रूप में कहाँ पाई जाती है?
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| |type="()"}
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| +[[सुन्दरवन]]
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| -गिरिवन
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| -चंदनवन
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| -निधिवन
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| {[[भारत]] में प्रथम जैव मंडल आरक्षित क्षेत्र कौन-सा है?
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| |type="()"}
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| +[[नीलगिरि पहाड़ियाँ|नीलगिरी]]
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| -[[जम्मू और कश्मीर|जम्मू-कश्मीर]]
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| -[[छत्तीसगढ़]]
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| -[[झारखंड]]
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| ||[[चित्र:Nilgiri-Hills.jpg|thumb|120px|[[नीलगिरि पहाड़ियाँ]], [[तमिलनाडु]]]]नीलगिरि पहाड़ियाँ, [[तमिलनाडु]] राज्य का पर्वतीय क्षेत्र है, जो दक्षिणी [[भारत]] में स्थित हैं। नीलगिरि की चोटियाँ आसपास के मैदानी क्षेत्र से अचानक उठकर 1,800 से 2,400 मीटर की ऊँचाई तक पहुँचती हैं; इनमें से एक चोटी डोडाबेट्टा, जिसकी ऊँचाई 2,637 के लगभग है, तमिलनाडु का शीर्ष बिन्दू है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[नीलगिरि पहाड़ियाँ]]
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| [[चित्र:Nilgiri-Hills.jpg|thumb|150px|नीलगिरि पहाड़ियाँ, [[तमिलनाडु]]]]
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| {प्राचीन भारतीय भौगोलिक मान्यता के अनुसार भारतवर्ष किस द्वीप का खण्ड था?
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| |type="()"}
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| -पुष्कर द्वीप
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| +जम्बुद्वीप
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| -क्रौंचद्वीप
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| -कुशद्वीप
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| {[[1992]]-[[1993]] में किसकी उपज इतनी प्रचुर मात्रा में हुई कि उसे एक कीर्तिमान माना गया?
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| |type="()"}
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| -[[चावल]]
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| -[[गन्ना]]
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| +दलहन
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| -तिलहन
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| {नेयवली ताप विद्युत संयंत्र का भरण किससे करते हैं?
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| |type="()"}
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| -गोंडवाना कोयला से
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| +तृतीयक कोयला से
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| -चतुर्थक कोयला से
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| -कैम्ब्रियन कोयला से
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| {[[भारत]] में सबसे कम वर्षा वाला स्थान है?
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| |type="()"}
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| +[[लेह]]
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| -[[बीकानेर]]
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| -[[जैसलमेर]]
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| -चेरापूंजी
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| ||[[चित्र:Thiksey-Gompa-Ladakh.jpg|thumb|120px|थिक्सेय गोम्पा, लेह]] लेह नगर, पूर्वी [[जम्मू-कश्मीर]] राज्य के उत्तरी [[भारत]] में स्थित है। यह नगर 3,520 मीटर की ऊँचाई तक उठे अत्तुंग पर्वतीय क्षेत्र पर स्थित है, जिसे 'दुनिया की छत' कहा जाता है। इसके चारों ओर इससे अधिक ऊँचे पर्वतों का घेरा है। लेह स्थायी आबादी वाले दुनिया के सबसे ऊँचे नगरों में से एक है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[लेह]]
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| {[[भारत]] में जनसंख्या घनत्त्व की दृष्टि से सबसे विरल प्रदेश कौन-सा है?
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| |type="()"}
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| -[[केरल]]
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| -[[बिहार]]
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| -[[राजस्थान]]
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| +[[जम्मू और कश्मीर|जम्मू-कश्मीर]]
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| ||[[चित्र:Dal-Lake-Srinagar.jpg|thumb|120px|[[डल झील श्रीनगर|डल झील]], [[श्रीनगर]]]]एक भारतीय राज्य, जो भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी भाग में पश्चिमी पर्वतश्रेणियों के निकट स्थित है। पहले यह [[भारत]] की बड़ी रियासतों में से एक था। यह पूर्वात्तर में सिंक्यांग का स्वायत्त क्षेत्र व [[तिब्बत|तिब्बती]] स्वायत्त क्षेत्र (दोनों [[चीन]] के भाग) से, दक्षिण में [[हिमाचल प्रदेश]] व [[पंजाब]] राज्यों से, पश्चिम में [[पाकिस्तान]] और पश्चिमोत्तर में पाकिस्तान अधिकृत भू-भाग से घिरा है। जम्मू-कश्मीर राज्य के पश्चिम मध्य हिस्से के पाकिस्तान अधिकृत क्षेत्र में [[देवसई पर्वत]] है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जम्मू और कश्मीर]]
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| {[[राज्यपाल]] की दोहरी भूमिका का क्या अर्थ है?
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| |type="()"}
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| -वास्तविक और संवैधानिक व्यवस्थापक
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| -राज्य व केन्द्रीय व्यवस्थापिका दोनों से सम्बन्धित
| |
| +संवैधानिक शासक और केन्द्र का एजेंट
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| -राज्य का प्रमुख और विशेष परिस्थितियों में राज्य सरकार का भी प्रमुख
| |
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| {[[रावण]] ने किस स्थान से [[सीता]] का हरण किया था?
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| |type="()"}
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| -[[चित्रकूट]]
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| +[[पंचवटी]]
| |
| -[[ऋष्यमूक]]
| |
| -[[किष्किन्धा]]
| |
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| {निम्न धावकों में से [[अर्जुन पुरस्कार]] प्राप्त करने वाले पहले भारतीय धावक कौन हैं?
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| |type="()"}
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| -[[मिल्खा सिंह]]
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| +जी. एस. रंधावा
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| -श्री राम सिंह
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| -[[पी. टी. उषा]]
| |
| </quiz>
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| |}
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| |}
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| __NOTOC__
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