"जयनारायण व्यास": अवतरणों में अंतर
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'''जयनारायण व्यास''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Jai Narayan Vyas''; जन्म- [[18 फ़रवरी]], [[1899]], [[जोधपुर]], [[राजस्थान]]; मृत्यु- [[14 मार्च]], [[1963]], [[दिल्ली]]) [[भारत]] के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी, [[राजस्थान]] के पूर्व [[मुख्यमंत्री]] और '[[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]]' के प्रसिद्ध राजनेता थे। अपनी क्रांतिकारी गतिविधियों के कारण इन्होंने कई बार जेल की सज़ा काटी थी। देश के आज़ाद होने के बाद जयनारायण जी [[वर्ष]] [[1956]] से [[1957]] तक 'प्रान्तीय कांग्रेस कमेटी' के अध्यक्ष रहे थे। [[राजस्थान के मुख्यमंत्री]] पद को भी इन्होंने सुशोभित किया था। | |||
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वर्ष [[1927]] ई. में जयनारायण व्यास ‘तरुण राजस्थान’ पत्र के प्रधान सम्पादक बने और [[1936]] ई. में उन्होंने [[बम्बई]] से ‘अखण्ड भारत’ नामक दैनिक [[समाचार पत्र]] निकालना प्रारम्भ किया। | |||
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जयनारायण व्यास
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पूरा नाम | जयनारायण व्यास |
जन्म | 18 फरवरी, 1899 |
जन्म भूमि | जोधपुर |
मृत्यु | 14 मार्च, 1963 |
मृत्यु स्थान | दिल्ली |
पति/पत्नी | गौरजा देवी व्यास |
संतान | एक पुत्र और तीन पुत्रियाँ |
नागरिकता | भारतीय |
पार्टी | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
पद | राजस्थान के तीसरे एवं पाँचवें मुख्यमंत्री |
कार्य काल | 26 अप्रैल 1951 से 3 मार्च 1952 तक और 1 नवम्बर 1952 से 12 नवम्बर 1954 तक |
विशेष योगदान | व्यास जी ऐसे पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने सबसे पहले सामन्तशाही के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई थी। |
अन्य जानकारी | वर्ष 1927 ई. में जयनारायण व्यास ‘तरुण राजस्थान’ पत्र के प्रधान सम्पादक बने थे। |
जयनारायण व्यास (अंग्रेज़ी: Jai Narayan Vyas; जन्म- 18 फ़रवरी, 1899, जोधपुर, राजस्थान; मृत्यु- 14 मार्च, 1963, दिल्ली) भारत के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और 'भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस' के प्रसिद्ध राजनेता थे। अपनी क्रांतिकारी गतिविधियों के कारण इन्होंने कई बार जेल की सज़ा काटी थी। देश के आज़ाद होने के बाद जयनारायण जी वर्ष 1956 से 1957 तक 'प्रान्तीय कांग्रेस कमेटी' के अध्यक्ष रहे थे। राजस्थान के मुख्यमंत्री पद को भी इन्होंने सुशोभित किया था।
जीवन परिचय
जयनारायण व्यास का जन्म 18 फरवरी, 1899 ई. को राजस्थान के जोधपुर में हुआ था। इस समय देश दासता की जंजीरों में जकड़ा हुआ था। जयनारायण व्यास राजस्थान के प्रमुख स्वतन्त्रता सेनानियों में से एक थे। वे ऐसे पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने सबसे पहले सामन्तशाही के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई और 'जागीरदारी प्रथा' की समाप्ति के साथ रियासतों में उत्तरदायी शासन की स्थापना पर बल दिया।
परिवार
व्याज जी की पत्नी का नाम श्रीमती गौरजा देवी व्यास था। इनकी चार संतानें हैं, जिनमें एक पुत्र और तीन पुत्रियाँ हैं।
सम्पादन कार्य
वर्ष 1927 ई. में जयनारायण व्यास ‘तरुण राजस्थान’ पत्र के प्रधान सम्पादक बने और 1936 ई. में उन्होंने बम्बई से ‘अखण्ड भारत’ नामक दैनिक समाचार पत्र निकालना प्रारम्भ किया।
जेल यात्रा
देश को आज़ादी दिलाने के लिए जयनारायण व्यास ने क्रांतिकारी गतिविधियों में हिस्सा लिया और कई बार जेल की यात्राएँ कीं। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के नमक सत्याग्रह में भाग लेने के कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।
मुख्यमंत्री
1948 ई. में जयनारायण व्यास 'जोधपुर प्रजामण्डल' के प्रधानमंत्री बनाये गये। 1956 से 1957 तक वे 'प्रान्तीय कांग्रेस कमेटी' के अध्यक्ष भी रहे। 1951 से 1954 तक वे राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे।
निधन
14 मार्च, 1963 को दिल्ली में जयनारायण व्यास का निधन हुआ। इनके सम्मान में इनकी जन्म स्थली जोधपुर में 'जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय' आज भी संचालित है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
नागोरी, डॉ. एस.एल. “खण्ड 3”, स्वतंत्रता सेनानी कोश (गाँधीयुगीन), 2011 (हिन्दी), भारतडिस्कवरी पुस्तकालय: गीतांजलि प्रकाशन, जयपुर, पृष्ठ सं 154।
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख
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