"देवराष्ट्र": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
छो (Text replacement - "विद्वान " to "विद्वान् ")
 
(2 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 2 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{पुनरीक्षण}}
'''देवराष्ट्र''' एक ऐतिहासिक प्रदेश था, जिसकी स्थिति [[आंध्र प्रदेश]] के [[विशाखापत्तनम|विशाखापत्तनम ज़िले]] में निर्धारित की जाती है। यहाँ के राजा कुबेर को सम्राट [[समुद्रगुप्त]] (लगभग 330 से 375 ई.) ने अपने दक्षिणापथ अभियान में पराजित करने के बाद उसके अपहृत राज्य को उसे लौटा दिया था। इतिहासकार स्मिथ के अनुसार यह राज्य [[महाराष्ट्र]] प्रदेश में था, किन्तु नयी खोजों के अनुसार यह [[भारत]] के पूर्वी तट पर विजगापाट्टम ज़िले में स्थित बताया गया है।
*'''देवराष्ट्र''' ऐतिहासिक स्थान जिसकी स्थिति [[आंध्र प्रदेश]] के [[विशाखापत्तनम|विशाखापत्तनम ज़िले]] में निर्धारित की जाती है।  
 
*[[समुद्रगुप्त]] की प्रयाग प्रशस्ति में दक्षिणापथ के बारह राज्यों की सूची में देवराष्ट्र का भी नाम है।  
*समुद्रगुप्त की प्रयाग प्रशस्ति में दक्षिणापथ के बारह राज्यों की सूची में देवराष्ट्र का भी नाम है।
*देवराष्ट्र के राजा का नाम कुबेर (देवराष्ट्रककुबेर) था।  
*देवराष्ट्र के राजा का नाम 'कुबेर' (देवराष्ट्रककुबेर) था।
*पहले विद्वानों का विचार था कि देवराष्ट्र [[महाराष्ट्र]] का ही पर्याय है और समुद्रगुप्त की दिग्विजय में दक्षिणी [[भारत]] का लगभग पूरा भाग ही सम्मिलित माना गया था, किंतु अब [[फ्रांस|फ्रांसीसी]] विद्वान जू वो डुब्रिल के मत के आधार पर यह उपकल्पना गलत कही जाती है।  
*पहले विद्वानों का विचार था कि, देवराष्ट्र [[महाराष्ट्र]] का ही पर्याय है।
*इनका मत है कि समुद्रगुप्त वास्तव में दक्षिण के केवल पूर्वी समुद्र तट तथा [[मध्य प्रदेश]] के पूर्वी भाग तक ही पहुँचा था। और मालाबार तथा कोयम्बटूर के ज़िले तथा [[खानदेश]] और महाराष्ट्र के प्रांत उसकी दिग्विजय-यात्रा के मार्ग के बाहर थे।  
*समुद्रगुप्त की दिग्विजय में [[दक्षिण भारत]] का लगभग पूरा भाग ही सम्मिलित माना गया था।
*अब [[फ्रांस|फ्रांसीसी]] विद्वान् 'जू वो डुब्रिल' के मत के आधार पर यह उपकल्पना ग़लत कही जाती है।
*फ़्रांसीसी विद्वान् का मत है कि, [[समुद्रगुप्त]] वास्तव में दक्षिण के केवल पूर्वी समुद्रतट तथा [[मध्य प्रदेश]] के पूर्वी भाग तक ही पहुँचा था।
*मालाबार तथा [[कोयम्बटूर]] के ज़िले तथा [[खानदेश]] और [[महाराष्ट्र]] के प्रांत उसकी दिग्विजय-यात्रा के मार्ग के बाहर थे।




पंक्ति 11: पंक्ति 14:
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>
==बाहरी कड़ियाँ==
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{आंध्र प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान}}
{{आंध्र प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान}}
पंक्ति 18: पंक्ति 19:
[[Category:आंध्र प्रदेश]]
[[Category:आंध्र प्रदेश]]
[[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]]
[[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]]
[[Category:नया पन्ना]]
[[Category:इतिहास कोश]]
__INDEX__
__INDEX__

14:34, 6 जुलाई 2017 के समय का अवतरण

देवराष्ट्र एक ऐतिहासिक प्रदेश था, जिसकी स्थिति आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम ज़िले में निर्धारित की जाती है। यहाँ के राजा कुबेर को सम्राट समुद्रगुप्त (लगभग 330 से 375 ई.) ने अपने दक्षिणापथ अभियान में पराजित करने के बाद उसके अपहृत राज्य को उसे लौटा दिया था। इतिहासकार स्मिथ के अनुसार यह राज्य महाराष्ट्र प्रदेश में था, किन्तु नयी खोजों के अनुसार यह भारत के पूर्वी तट पर विजगापाट्टम ज़िले में स्थित बताया गया है।

  • समुद्रगुप्त की प्रयाग प्रशस्ति में दक्षिणापथ के बारह राज्यों की सूची में देवराष्ट्र का भी नाम है।
  • देवराष्ट्र के राजा का नाम 'कुबेर' (देवराष्ट्रककुबेर) था।
  • पहले विद्वानों का विचार था कि, देवराष्ट्र महाराष्ट्र का ही पर्याय है।
  • समुद्रगुप्त की दिग्विजय में दक्षिण भारत का लगभग पूरा भाग ही सम्मिलित माना गया था।
  • अब फ्रांसीसी विद्वान् 'जू वो डुब्रिल' के मत के आधार पर यह उपकल्पना ग़लत कही जाती है।
  • फ़्रांसीसी विद्वान् का मत है कि, समुद्रगुप्त वास्तव में दक्षिण के केवल पूर्वी समुद्रतट तथा मध्य प्रदेश के पूर्वी भाग तक ही पहुँचा था।
  • मालाबार तथा कोयम्बटूर के ज़िले तथा खानदेश और महाराष्ट्र के प्रांत उसकी दिग्विजय-यात्रा के मार्ग के बाहर थे।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख