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*अष्टापद जैन-साहित्य के सबसे प्राचीन आगमग्रन्थ एकादशअंगादि में उल्लिखित तीर्थ जिसको [[हिमालय]] में स्थित बताया गया है।  
*अष्टापद जैन-साहित्य के सबसे प्राचीन आगमग्रन्थ '''एकादशअंगादि''' में उल्लिखित [[तीर्थ]] जिसको [[हिमालय]] में स्थित बताया गया है।  
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*संभवत: [[कैलास पर्वत|कैलास]] को ही जैन-साहित्य में अष्टापद कहा गया है।  
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
*ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 51-52| विजयेन्द्र कुमार माथुर |  वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार
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==बाहरी कड़ियाँ==
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==संबंधित लेख==
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07:40, 4 मई 2018 के समय का अवतरण

  • अष्टापद जैन-साहित्य के सबसे प्राचीन आगमग्रन्थ एकादशअंगादि में उल्लिखित तीर्थ जिसको हिमालय में स्थित बताया गया है।
  • संभवत: कैलास को ही जैन-साहित्य में अष्टापद कहा गया है।
  • इस स्थान पर प्रथम जैन तीर्थंकर ऋषभदेव का निर्वाण हुआ था।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  • ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 51-52| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार

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