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==छत्तीसगढ़ का सामान्य ज्ञान== | |||
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<quiz display=simple> | |||
{[[छत्तीसगढ़]] की प्रसिद्ध लोक-कलाकार लक्ष्मीबाई बंजारे किस गायन क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं? | |||
|type="()"} | |||
+पण्डवानी गायन | |||
-भरभरी गायन | |||
-चंदेनी गायन | |||
-बाँसागीत | |||
{[[मराठा|मराठों]] के अधिकार से पूर्व [[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]] किस राज्य की राजधानी रहा था? | |||
|type="()"} | |||
-[[कलचुरी वंश|कलचुरी]] | |||
-[[नागवंश]] | |||
+[[गोंड]] | |||
-इनमें से कोई नहीं | |||
||'गोंड' [[मध्य प्रदेश]] की सबसे महत्त्वपूर्ण जनजाति है, जो प्राचीन काल के गोंड राजाओं को अपना वंशज मानती है। यह एक स्वतंत्र जनजाति थी, जिसका अपना राज्य था और जिसके 52 गढ़ थे। मध्य [[भारत]] में 14वीं से 18वीं शताब्दी तक इसका राज्य रहा था। [[मुग़ल]] शासकों और [[मराठा]] शासकों ने इन पर आक्रमण कर इनके क्षेत्र पर अधिकार कर लिया और इन्हें घने जंगलों तथा पहाड़ी क्षेत्रों में शरण लेने को बाध्य किया। गोंड जनजाति के वर्तमान निवास स्थान मध्य प्रदेश एवं [[छत्तीसगढ़]] राज्यों के पठारी भाग, जिसमें [[छिंदवाड़ा]], बेतूल, सिवानी और माडंला के ज़िले सम्मिलित हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[गोंड]] | |||
{[[छत्तीसगढ़]] का प्रसिद्ध 'पढ़ौनी-भात' किसे कहते हैं? | |||
|type="()"} | |||
-मामा को घर में बुलाकर भोजन कराना। | |||
+घर में नयी बहू के आगमन का भात। | |||
-बेटी की विदाई के समय दिया गया भोजन। | |||
-[[विवाह]] के समय दुल्हे को कराया गया भोजन। | |||
{'ध्रोटयाल गोंड' का प्रमुख कार्य क्या है? | |||
|type="()"} | |||
+टोकरियाँ बनाना | |||
-[[कृषि]] करना | |||
-[[ढोलक]] बजाना | |||
-[[पुरोहित]] का कार्य करना | |||
{[[छत्तीसगढ़ी भाषा]] में नाटक की शुरुआत किसकी रचना से मानी जाती है? | |||
|type="()"} | |||
-प्रहलाद दुबे | |||
-पंडित तेजनाथ शास्त्री | |||
+पंडित लोचन प्रसाद पाण्डेय | |||
-कोदूराम दलित | |||
{[[छत्तीसगढ़]] में 'अंगाकर' क्या है? | |||
|type="()"} | |||
-मोटा [[सेब]] | |||
+पत्तों से लिपटी मोटी रोटी | |||
-[[दाल]] भरी पूड़ी | |||
-[[विवाह]] से पूर्व हाथ का फेरा | |||
{[[छत्तीसगढ़]] के किस शहर में 'रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय' स्थित है? | |||
|type="()"} | |||
-[[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]] | |||
-[[चांपा]] | |||
-[[अम्बिकापुर]] | |||
+[[रायपुर]] | |||
||[[चित्र:Raipur-District-Map.jpg|right|100px|रायपुर ज़िले का मानचित्र]][[छत्तीसगढ़]] में रायपुर अध्ययन का महत्त्वपूर्ण केंद्र है। यहाँ के [[कला]], [[विज्ञान]], वाणिज्य, विधि, कृषि विज्ञान, इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी, औषधी विज्ञान (आयुर्वेदिक और ऐलोपैथिक) और प्राच्य भाषाओं के कॉलेज यहाँ स्थित 'रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय' ([[1964]]) से संबद्ध हैं। छत्तीसगढ़ में दूरदर्शन की शुरुआत सर्वप्रथम [[रायपुर]] से हुई थी। दूरदर्शन द्वारा चलाये गये शिक्षण कार्यक्रमों से भी यहाँ के जीवन स्तर में सुधार आया है। रायपुर में अनेक [[संगीत]] अकादमियाँ एक संग्रहालय, एक क्षयरोग अस्पताल और [[चावल]] व रेशम व्यवसाय के प्रायोगिक फ़ार्म हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[रायपुर]] | |||
{राऊतों की विशेष प्रकार की [[बाँसुरी]] को क्या कहते हैं? | |||
|type="()"} | |||
-मोहरी | |||
+मोहराली | |||
-सींग बाजा | |||
-किन्दरी | |||
{[[छत्तीसगढ़]] में पण्डवानी गायन के समय कौन-सा [[वाद्य यंत्र]] लेकर गायन होता है? | |||
|type="()"} | |||
-[[नगाड़ा]] | |||
+संजु | |||
-तम्बूरा | |||
-[[ढोलक]] | |||
{निम्नलिखित में से प्रथम प्रकाशित [[छत्तीसगढ़ी]] उपन्यास कौन-सा है? | |||
|type="()"} | |||
+हीरू के कहिनीज | |||
-दियाना के अंजोर | |||
-मोंगरा | |||
-पुटहा करम | |||
{'शिखर साहित्य पुरस्कार' के प्राप्तकर्ता [[छत्तीसगढ़]] के प्रमुख साहित्यकार कौन हैं? | |||
|type="()"} | |||
-[[गजानन माधव मुक्तिबोध]] | |||
+विनोद कुमार शुक्ल | |||
-शानी गुलशेर अहमद | |||
-लाला जगदलपुरी | |||
{'बस्तर लोकोत्सव' का आयोजन कब से कब तक किया जाता है? | |||
|type="()"} | |||
+[[7 अक्टूबर]] से [[17 अक्टूबर]] तक | |||
-[[15 अक्टूबर]] से [[21 अक्टूबर]] तक | |||
-[[15 अक्टूबर]] से [[20 अक्टूबर]] तक | |||
-[[10 अक्टूबर]] से [[17 अक्टूबर]] तक | |||
</quiz> | |||
|} | |||
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12:36, 22 अप्रैल 2012 के समय का अवतरण
छत्तीसगढ़ का सामान्य ज्ञान
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