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| [[ब्रिटिश शासन]] द्वारा [[भारत]] के स्वतंत्रता सैनानियों पर होने वाले अत्याचारों की मूक गवाह इस जेल की नींव 1897 में रखी गई थी। इस जेल के अंदर 694 कोठरियां हैं। इन कोठरियों को बनाने का उद्देश्य बंदियों को आपसी मेलजोल से रोकना था। ऑक्टोपस की भांति सात शाखाओं में फैली इस विशाल कारागार के अब केवल तीन अंश बचे हैं। कारागार की दीवारों पर वीर शहीदों के नाम लिखे हैं। यहाँ एक संग्रहालय भी है जहां उन अस्त्रों को रखा गया है जिनसे स्वतंत्रता सैनानियों पर अत्याचार किए जाते थे। यह जेल [[अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह|अंडमान निकोबार द्वीप]] की राजधानी [[पोर्ट ब्लेयर]] में है। यह '''भारतीय स्वतंत्रता संग्राम''' के सेनानियों को कैद में रखने के लिए बनाई गई थी, जो मुख्य भारत भूमि से हज़ारों किलोमीटर दूर स्थित है और समुद्र द्वारा बहुत ही दुर्गम मार्ग था। यह जेल '''काला पानी''' के नाम से जानी जाती थी। | | #REDIRECT [[सेल्यूलर जेल]] |
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| {{संदर्भ ग्रंथ}}
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| ==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
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| <references/>
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| ==बाहरी कड़ियाँ==
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| ==संबंधित लेख==
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| [[Category:नया पन्ना अक्टूबर-2011]]
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| [[Category:अंडमान निकोबार द्वीप समूह ]][[Category:अद्यतन]]
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