"कुरुम नदी": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
'''कुरुम नदी''' [[सिंध नदी|सिंध]] की सहायक नदी है, जो पश्चिम की ओर से आकर इसमें मिलती है। कुरुम नदी को 'क्रुमु नदी' के नाम से भी जाना जाता है।{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=208|url=}}
'''कुरुम नदी''' [[सिंध नदी|सिंध]] की सहायक नदी है, जो पश्चिम की ओर से आकर इसमें मिलती है। कुरुम नदी को 'क्रुमु नदी' के नाम से भी जाना जाता है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=208|url=}}</ref>
 
*सिंध नदी तथा कुरुम का संगम [[जलालाबाद]] के निकट होता है।
*सिंध नदी तथा कुरुम का संगम [[जलालाबाद]] के निकट होता है।
*इस नदी का उल्लेख [[ऋग्वेद]]<ref>[[ऋग्वेद]] 10, 75</ref> के प्रसिद्ध सूक्त में भी है-
*इस नदी का उल्लेख [[ऋग्वेद]]<ref>[[ऋग्वेद]] 10, 75</ref> के प्रसिद्ध सूक्त में भी है-
<blockquote>'त्वं सिंधो कुभया गोमती क्रुमुं मेहत्म्वा सरथं याभिरीयसे'।</blockquote>
<blockquote>'त्वं सिंधो कुभया गोमती क्रुमुं मेहत्म्वा सरथं याभिरीयसे'।</blockquote>
*नदी सूत्र में [[गंधार]] और [[पंचनद (महाभारत)|पंचनद]] की सभी प्रसिद्ध नदियों तथा [[गंगा]] और [[यमुना]] का भी उल्लेख है।
*नदी सूत्र में [[गंधार]] और [[पंचनद (महाभारत)|पंचनद]] की सभी प्रसिद्ध नदियों तथा [[गंगा]] और [[यमुना]] का भी उल्लेख है।


{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
 
{{भारत की नदियाँ}}
[[Category:भूगोल कोश]]
[[Category:भूगोल कोश]]
[[Category:भारत की नदियाँ]]
__INDEX__
__INDEX__

06:57, 25 अगस्त 2012 के समय का अवतरण

कुरुम नदी सिंध की सहायक नदी है, जो पश्चिम की ओर से आकर इसमें मिलती है। कुरुम नदी को 'क्रुमु नदी' के नाम से भी जाना जाता है।[1]

  • सिंध नदी तथा कुरुम का संगम जलालाबाद के निकट होता है।
  • इस नदी का उल्लेख ऋग्वेद[2] के प्रसिद्ध सूक्त में भी है-

'त्वं सिंधो कुभया गोमती क्रुमुं मेहत्म्वा सरथं याभिरीयसे'।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 208 |
  2. ऋग्वेद 10, 75

संबंधित लेख