"कार के करिश्मे -काका हाथरसी": अवतरणों में अंतर
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‘क्यों बर्मन जी, शोर बहुत करती है गाड़ी ?’ | ‘क्यों बर्मन जी, शोर बहुत करती है गाड़ी ?’ | ||
‘शोर बहुत करती है गाड़ी ? कभी | ‘शोर बहुत करती है गाड़ी ? कभी ख़रीदी भी है मोटर, | ||
जितना ज्यादा शोर करेगी, उतनी कम दुर्घटना होगी | जितना ज्यादा शोर करेगी, उतनी कम दुर्घटना होगी | ||
भीड़ स्वयं ही हटती जाए, | भीड़ स्वयं ही हटती जाए, | ||
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पाँच रुपए में लग जाएगा | पाँच रुपए में लग जाएगा | ||
पौं-पौं वाला (रबड़ का) | पौं-पौं वाला (रबड़ का) | ||
लेकिन नहीं | लेकिन नहीं ज़रूरत उसकी | ||
बड़े-बड़े शहरों में होते, | बड़े-बड़े शहरों में होते, | ||
साइलैंस एरिया ऐसे | साइलैंस एरिया ऐसे | ||
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हुआ सवेरा- | हुआ सवेरा- | ||
चलो बालको तुम्हें घुमा लाएँ | चलो बालको तुम्हें घुमा लाएँ बाज़ार में | ||
धक्के चार लगाते ही स्टार्ट हो गई। | धक्के चार लगाते ही स्टार्ट हो गई। | ||
वाह-वाह, | वाह-वाह, | ||
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दोपहर के तीन बजे थे- | दोपहर के तीन बजे थे- | ||
खट-खट की आवाज सुनी, | खट-खट की आवाज सुनी, दरवाज़ा खोला- | ||
खड़ा हुआ था एक सिपाही वर्दीधारी, | खड़ा हुआ था एक सिपाही वर्दीधारी, | ||
हमने पूछा, | हमने पूछा, | ||
पंक्ति 152: | पंक्ति 152: | ||
बाएँ हाथ से दाई मूँछ ऐंठ कर बोला- | बाएँ हाथ से दाई मूँछ ऐंठ कर बोला- | ||
कार आपकी इंस्पेक्टर साहब को चाहिए, | कार आपकी इंस्पेक्टर साहब को चाहिए, | ||
मेमसाहब को आज आगरा ले जाएँगे | मेमसाहब को आज आगरा ले जाएँगे फ़िल्म दिखाने, | ||
पैट्रोल डलवाकर गाड़ी, | पैट्रोल डलवाकर गाड़ी, | ||
जल्दी से भिजवा दो थाने। | जल्दी से भिजवा दो थाने। | ||
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==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
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10:48, 2 जनवरी 2018 के समय का अवतरण
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रोजाना हम बंबा पर ही घूमा करते |
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