"शिरोवन": अवतरणों में अंतर
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'''शिरोवन''' [[मैसूर]] [[श्रीरंगपट्टनम]] से 40 मील पूर्व में तलकाड नामक स्थान है, जहां प्राचीन [[चेर वंश|चेर साम्राज्य]] की राजधानी थी। यह स्थान [[कावेरी नदी]] के बालू में दबा पड़ा है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= भारतकोश पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=900|url=}}</ref> | '''शिरोवन''' [[मैसूर]] [[श्रीरंगपट्टनम]] से 40 मील पूर्व में तलकाड नामक स्थान है, जहां प्राचीन [[चेर वंश|चेर साम्राज्य]] की राजधानी थी। यह स्थान [[कावेरी नदी]] के बालू में दबा पड़ा है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= भारतकोश पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=900|url=}}</ref> | ||
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06:39, 22 अगस्त 2014 के समय का अवतरण
शिरोवन मैसूर श्रीरंगपट्टनम से 40 मील पूर्व में तलकाड नामक स्थान है, जहां प्राचीन चेर साम्राज्य की राजधानी थी। यह स्थान कावेरी नदी के बालू में दबा पड़ा है।[1]
इन्हें भी देखें: मैसूर का इतिहास, मैसूर का दशहरा एवं मैसूर पर्यटन
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 900 |