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'''नीलगिरि'''  
'''नीलगिरि''' एक भारतीय ज़िला है, जो [[मद्रास|मद्रास राज्य]] (वर्तमान [[चैन्नई]]) के पश्चिम भाग में है। इसका मुख्यालय ओत्तकमंदु है। इस ज़िले से पूर्व में मुख्यत: नीलगिरि के पर्वतीय क्षेत्र हैं। इसमें अनेक पहाड़ी नदियाँ हैं।
* जिला, [[भारत]] के [[मद्रास |मद्रास राज्य]] के पश्चिम भाग में है। इसका मुख्यालय ओत्तकमंदु है। इस जिले से पूर्व में मुख्यत: नीलगिरि के पर्वतीय क्षेत्र हैं। इसमें अनेक पहाड़ी नदियाँ हैं।
ये पहाड़ी नदियाँ मोयार तथा भवानी नदियों में गिरती हैं। यह जिला शीतोष्ण कंटिबंधीय तथा तरकारियों के उद्यानों एवं प्रायोगिक कृषि क्षेत्रों से सुशोभित है। यहाँ  [[मक्का]], [[बाजरा]]<ref>millet</ref>, [[गेहूँ]] तथा [[जौ]] की खेती होती है। यहाँ पर सिंकोना <ref>cinchona</ref> वृक्ष के बागान हैं। सिंकोना से कुनैन निकालने का कारखाना नाडुबट्टम में है। यह जिला यूकालिप्टस, [[चाय]] तथा काफी के बागानों से परिपूर्ण है। पायकारा जलविद्युत केंद्र प्रणाली का हेडवर्क <ref>headwork</ref> यहीं पर है। प्रसिद्ध नगरों में ओत्तकमंदु, कूनूर तथा कोटागिरि हैं। यहाँ की जनसंख्या का 30% पहाड़ी जातियों का है, जिनमें कोटा <ref>Kotas</ref> तथा टोडा <ref>Todas</ref>प्रमुख हैं। इसी नाम की देशी रियासत उड़ीसा में थी, जिसकी राजधानी का नाम राज नीलगिरि था।


* पहाड़ियाँ, नीलगिरि पहाड़ियों के नाम से विख्यात तीव्र ढाल वाला पठार है, जो पूर्वी और पश्चिमी घाट पहाड़ों के मिलन विंदु के समीप दक्षिण के पठार से संयुक्त हो जाता है। यह पठार नीलगिरि जिले का मुख्य भाग है। इसकी औसत ऊँचाई  6,500 फुट है। यहाँ की सबसे ऊँची चोटी दोदा-बेटा (8,640 फुट) है। मोयार नदी का उद्गम मुकुर्चि शिखर पर है। यहाँ पर यूकालिप्टस, चाय तथा काफी के बागान अत्यधिक हैं। सागौन <ref>Teak</ref>, कृष्णकाष्ठ<ref> Black wood</ref> और बाँस के जंगल भी यहाँ हैं। यहाँ इमारती पत्थरों की भी खदानें हैं तथा लिगनाइट खनिज भी मिलता है। यहाँ की पहाड़ी नदियों से सोना मिलता है। पालघाट दर्रा इसे अन्नाईमलाई पहाड़ियों से पृथक करता है। इसके जंगलों में भालू, चीतल, मृग, हरिण तथा जंगली बकरे <ref>Ibex</ref> का शिकार किया जाता है। इसका क्षेत्रफल 984 वर्ग मील तथा जनसंख्या 4,09,308 (1961) थी।
*यहाँ की पहाड़ी नदियाँ मोयार तथा भवानी नदियों में गिरती हैं।
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*यह ज़िला शीतोष्ण कंटिबंधीय तथा तरकारियों के उद्यानों एवं प्रायोगिक [[कृषि]] क्षेत्रों से सुशोभित है। यहाँ [[मक्का]], [[बाजरा]]<ref>millet</ref>, [[गेहूँ]] तथा [[जौ]] की खेती होती है।<ref name="aa">{{cite web |url=http://bharatkhoj.org/india/%E0%A4%AE%E0%A4%96%E0%A4%AE%E0%A4%B2 |title=नीलगिरि |accessmonthday= 29 सितम्बर |accessyear=2015 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=भारतखोज |language=हिंदी }}</ref>
*यहाँ सिनकोना<ref>cinchona</ref> के बाग़ान हैं। सिनकोना से कुनैन निकालने का कारखाना नाडुबट्टम में है।
*नीलगिरि ज़िला यूकेलिप्टस, [[चाय]] तथा [[कॉफ़ी]] के बाग़ानों से परिपूर्ण है।
*पायकारा जलविद्युत केंद्र प्रणाली का हेडवर्क<ref>headwork</ref> यहीं पर है।
*यहाँ के प्रसिद्ध नगरों में ओत्तकमंदु, कूनूर तथा कोटागिरि मुख्य हैं।
*इस ज़िले की जनसंख्या का 30 प्रतिशत पहाड़ी जातियों का है, जिनमें कोटा<ref>Kotas</ref> तथा टोडा <ref>Todas</ref>प्रमुख हैं।<ref name="aa"/>
*इसी नाम की एक देशी रियासत [[उड़ीसा]] में भी थी, जिसकी राजधानी का नाम 'राज नीलगिरि' था।


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09:31, 2 अक्टूबर 2015 के समय का अवतरण

नीलगिरि एक भारतीय ज़िला है, जो मद्रास राज्य (वर्तमान चैन्नई) के पश्चिम भाग में है। इसका मुख्यालय ओत्तकमंदु है। इस ज़िले से पूर्व में मुख्यत: नीलगिरि के पर्वतीय क्षेत्र हैं। इसमें अनेक पहाड़ी नदियाँ हैं।

  • यहाँ की पहाड़ी नदियाँ मोयार तथा भवानी नदियों में गिरती हैं।
  • यह ज़िला शीतोष्ण कंटिबंधीय तथा तरकारियों के उद्यानों एवं प्रायोगिक कृषि क्षेत्रों से सुशोभित है। यहाँ मक्का, बाजरा[1], गेहूँ तथा जौ की खेती होती है।[2]
  • यहाँ सिनकोना[3] के बाग़ान हैं। सिनकोना से कुनैन निकालने का कारखाना नाडुबट्टम में है।
  • नीलगिरि ज़िला यूकेलिप्टस, चाय तथा कॉफ़ी के बाग़ानों से परिपूर्ण है।
  • पायकारा जलविद्युत केंद्र प्रणाली का हेडवर्क[4] यहीं पर है।
  • यहाँ के प्रसिद्ध नगरों में ओत्तकमंदु, कूनूर तथा कोटागिरि मुख्य हैं।
  • इस ज़िले की जनसंख्या का 30 प्रतिशत पहाड़ी जातियों का है, जिनमें कोटा[5] तथा टोडा [6]प्रमुख हैं।[2]
  • इसी नाम की एक देशी रियासत उड़ीसा में भी थी, जिसकी राजधानी का नाम 'राज नीलगिरि' था।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. millet
  2. 2.0 2.1 नीलगिरि (हिंदी) भारतखोज। अभिगमन तिथि: 29 सितम्बर, 2015।
  3. cinchona
  4. headwork
  5. Kotas
  6. Todas