"पहेली 19 जुलाई 2016": अवतरणों में अंतर

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{दिल्ली सल्तनत में निम्नलिखित में से किस शासक को बदनसीब आदर्शवादी एवं रक्तपिपासु अत्याचारी कहा गया? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-375;प्रश्न-138
{[[दिल्ली सल्तनत]] में किस शासक को बदनसीब आदर्शवादी एवं रक्तपिपासु अत्याचारी कहा गया?
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-[[सिकंदर लोदी]]
-[[सिकंदर लोदी]]
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+[[मुहम्मद बिन तुग़लक़]]
+[[मुहम्मद बिन तुग़लक़]]
-[[बलबन]]
-[[बलबन]]
||'मुहम्मद बिन तुग़लक़' [[ग़यासुद्दीन तुग़लक़]] की मृत्यु के बाद [[दिल्ली]] की गद्दी पर बैठा। उसका मूल नाम 'उलूग ख़ाँ' था। राजमुंदरी के एक [[अभिलेख]] में [[मुहम्मद बिन तुग़लक़]] को '''दुनिया का ख़ान''' कहा गया है। सम्भवतः मध्यकालीन सभी सुल्तानों में मुहम्मद तुग़लक़ सर्वाधिक शिक्षित, विद्वान एवं योग्य व्यक्ति था। अपनी सनक भरी योजनाओं, क्रूर-कृत्यों एवं दूसरों के सुख-दुख के प्रति उपेक्षा का भाव रखने के कारण उसे 'स्वप्नशील', 'पागल' एवं 'रक्त-पिपासु' भी कहा गया है। [[जियाउद्दीन बरनी|बरनी]], सरहिन्दी, निज़ामुद्दीन, [[बदायूंनी]] एवं [[फ़रिश्ता]] जैसे इतिहासकारों ने सुल्तान को अधर्मी घोषित किया गया है। मुहम्मद बिन तुग़लक़ के शासन काल में सबसे अधिक विद्रोह (34) हुए, जिनमें से 27 विद्रोह अकेले [[दक्षिण भारत]] में ही हुए।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मुहम्मद बिन तुग़लक़]]
||'मुहम्मद बिन तुग़लक़' [[ग़यासुद्दीन तुग़लक़]] की मृत्यु के बाद [[दिल्ली]] की गद्दी पर बैठा। उसका मूल नाम 'उलूग ख़ाँ' था। राजमुंदरी के एक [[अभिलेख]] में [[मुहम्मद बिन तुग़लक़]] को '''दुनिया का ख़ान''' कहा गया है। सम्भवतः मध्यकालीन सभी सुल्तानों में मुहम्मद तुग़लक़ सर्वाधिक शिक्षित, विद्वान् एवं योग्य व्यक्ति था। अपनी सनक भरी योजनाओं, क्रूर-कृत्यों एवं दूसरों के सुख-दुख के प्रति उपेक्षा का भाव रखने के कारण उसे 'स्वप्नशील', 'पागल' एवं 'रक्त-पिपासु' भी कहा गया है। [[जियाउद्दीन बरनी|बरनी]], सरहिन्दी, निज़ामुद्दीन, [[बदायूंनी]] एवं [[फ़रिश्ता]] जैसे इतिहासकारों ने सुल्तान को अधर्मी घोषित किया गया है। मुहम्मद बिन तुग़लक़ के शासन काल में सबसे अधिक विद्रोह (34) हुए, जिनमें से 27 विद्रोह अकेले [[दक्षिण भारत]] में ही हुए।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मुहम्मद बिन तुग़लक़]]
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14:37, 6 जुलाई 2017 के समय का अवतरण