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एक मास्टर फॉर्म या टेम्प्लेट का उपयोग करके किसी टेक्स्ट (पाठ) अथवा छवि (चित्र) की अनेक प्रतियाँ बनाना मुद्रण या छपाई (प्रिंटिंग) कहलाता है। | एक मास्टर फॉर्म या टेम्प्लेट का उपयोग करके किसी टेक्स्ट (पाठ) अथवा छवि (चित्र) की अनेक प्रतियाँ बनाना मुद्रण या छपाई (प्रिंटिंग) कहलाता है। मुद्रण का इतिहास कम से कम तेरह-चौदह सौ वर्ष पुराना है। आधुनिक छपाई प्रायः [[काग़ज़]] पर [[स्याही]] से मुद्रण मशीन के द्वारा की जाती है। इसके अलावा धातुओं पर, प्लास्टिक पर, वस्त्रों पर तथा अन्य मिश्रित पदार्थों पर भी छपाई की जाती है। कपड़ा या काग़ज़ आदि पर एक स्याही-युक्त सतह रखकर उसपर दाब डाला जाता है जिससे स्याहीयुक्त सतह पर बनी छवि उल्टे रूप में काग़ज़ या कपड़े पर छप जाती है। | ||
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14:36, 24 नवम्बर 2016 के समय का अवतरण
एक मास्टर फॉर्म या टेम्प्लेट का उपयोग करके किसी टेक्स्ट (पाठ) अथवा छवि (चित्र) की अनेक प्रतियाँ बनाना मुद्रण या छपाई (प्रिंटिंग) कहलाता है। मुद्रण का इतिहास कम से कम तेरह-चौदह सौ वर्ष पुराना है। आधुनिक छपाई प्रायः काग़ज़ पर स्याही से मुद्रण मशीन के द्वारा की जाती है। इसके अलावा धातुओं पर, प्लास्टिक पर, वस्त्रों पर तथा अन्य मिश्रित पदार्थों पर भी छपाई की जाती है। कपड़ा या काग़ज़ आदि पर एक स्याही-युक्त सतह रखकर उसपर दाब डाला जाता है जिससे स्याहीयुक्त सतह पर बनी छवि उल्टे रूप में काग़ज़ या कपड़े पर छप जाती है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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