"प्रेरणा शर्मा": अवतरणों में अंतर
No edit summary |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replacement - " मां " to " माँ ") |
||
पंक्ति 48: | पंक्ति 48: | ||
प्ररेणा की | प्ररेणा की माँ का कहना है कि- "जब से उनकी नौकरी चली गयी, तब से बड़ी मुश्किल से उन्होंने प्ररेणा का पढ़ाया है।" वे कहती हैं कि- "प्रेरणा हमेशा गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज कराना चाहती थी। आज उसने अपना नाम गिनीज बुक में दर्ज करा दिया है। मुझे बहुत खुशी है कि मेरी बेटी ने परिवार का नाम ही नहीं बल्कि देश का नाम रोशन किया है।" | ||
====आईएएस बनने का सपना==== | ====आईएएस बनने का सपना==== | ||
मैमोरी गर्ल प्रेरणा शर्मा का सपना आईएएस बनना है। उनका कहना है कि- "मैं आईएएस बनना चाहती हूँ और आगे भी इसी तरह के रिकॉर्ड बनाउंगी।" गिनीज बुक में नाम दर्ज होने पर प्रेरणा बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा कि- "मुझे गर्व है कि मैंने देश के लिए कुछ किया है।" | मैमोरी गर्ल प्रेरणा शर्मा का सपना आईएएस बनना है। उनका कहना है कि- "मैं आईएएस बनना चाहती हूँ और आगे भी इसी तरह के रिकॉर्ड बनाउंगी।" गिनीज बुक में नाम दर्ज होने पर प्रेरणा बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा कि- "मुझे गर्व है कि मैंने देश के लिए कुछ किया है।" |
14:10, 2 जून 2017 के समय का अवतरण
प्रेरणा शर्मा
| |
पूरा नाम | प्रेरणा शर्मा |
अभिभावक | माता- ऊषा शर्मा |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | विद्यार्थी |
शिक्षा | बीएससी (अध्ययनरत) |
विद्यालय | बीएसए कॉलेज, मथुरा |
प्रसिद्धि | मैमोरी गर्ल |
नागरिकता | भारतीय |
विशेष | नंबर ऑफ़ मेमोरी रिकॉर्ड के मामले में गिनीज बुक में दर्ज होने वाली प्रेरणा शर्मा पहली लड़की हैं। |
अन्य जानकारी | प्रेरणा शर्मा ने 500 अंकों को अपनी मैमोरी में केवल 8 मिनट 33 सेकंड में फिक्स करके उन्हें उल्टे व सीधे क्रम में सुना डाला और यूएसए के लेंस श्रेहार्ट कीर्तिमान तोड़ दिया। |
प्रेरणा शर्मा (अंग्रेज़ी: Prerna Sharma) मथुरा, उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं, जो 'मैमोरी गर्ल' के रूप में प्रसिद्ध हैं। उन्होंने अपना नाम गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया है। प्रेरणा शर्मा ने 500 अंकों को अपनी मैमोरी में केवल 8 मिनट 33 सेकंड में फिक्स करके उन्हें उल्टे व सीधे क्रम में सुना डाला। इसके साथ ही उन्होंने यूएसए के लेंस श्रेहार्ट का रिकॉर्ड तोड़ दिया। नंबर ऑफ़ मेमोरी रिकॉर्ड के मामले में गिनीज बुक में दर्ज होने वाली प्रेरणा शर्मा पहली लड़की हैं।
परिचय
प्रेरणा शर्मा उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी मथुरा के सौंख रोड स्थित पद्मपुरी कालोनी में रहती हैं और यहीं पली बढ़ी है। उनके पिता नहीं हैं। माँ का नाम ऊषा शर्मा है। प्रेरणा ने 20 वर्ष की उम्र में मैमोरी में विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया है। इससे पहले वे एशिया बुक और लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा चुकी हैं। वर्तमान में प्रेरणा शर्मा बीएसए कॉलेज, मथुरा से बीएससी की पढ़ाई कर रही हैं।
संकटपूर्ण आर्थिक स्थिति
प्रेरणा शर्मा के परिवार की आर्थिक हालत ठीक नहीं है। फिर भी परिवार ने बड़ी मेहनत करके प्रेरणा को पढ़ाया। परिवार की स्थिति को देखते हुए प्रेरणा ने खुद जिम्मेदारी उठाई। उनके परिवार में उनकी मम्मी और नानी हैं। तीन साल से वे बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर अपनी पढ़ाई की फीस दे रही हैं। प्रेरणा शर्मा अपनी माँ के साथ किराये में मकान में रहती हैं।
गिनीज बुक में प्रथम लड़की
पहली बार किसी लड़की ने गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। प्ररेणा शर्मा का कहना है कि- "लिम्का बुक रिकॉर्ड में उन्होंने 9 अगस्त को अपना नाम दर्ज कराया था।
इंडियन बुक रिकॉर्ड में चंडीगढ़ का रिकॉर्ड ब्रेक किया था।" एशिया वर्ल्ड रिकॉर्ड में प्ररेणा ने अव्यक्त नाम का रिकॉर्ड ब्रेक किया था।
प्ररेणा की माँ का कहना है कि- "जब से उनकी नौकरी चली गयी, तब से बड़ी मुश्किल से उन्होंने प्ररेणा का पढ़ाया है।" वे कहती हैं कि- "प्रेरणा हमेशा गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज कराना चाहती थी। आज उसने अपना नाम गिनीज बुक में दर्ज करा दिया है। मुझे बहुत खुशी है कि मेरी बेटी ने परिवार का नाम ही नहीं बल्कि देश का नाम रोशन किया है।"
आईएएस बनने का सपना
मैमोरी गर्ल प्रेरणा शर्मा का सपना आईएएस बनना है। उनका कहना है कि- "मैं आईएएस बनना चाहती हूँ और आगे भी इसी तरह के रिकॉर्ड बनाउंगी।" गिनीज बुक में नाम दर्ज होने पर प्रेरणा बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा कि- "मुझे गर्व है कि मैंने देश के लिए कुछ किया है।"
लिम्का बुक में नाम
11 जुलाई, 2016 को प्रेरणा शर्मा ने अपनी मेमोरी के बल पर वियतनाम के युवक का रिकॉर्ड तोड़ते हुए एशिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया था। उसी समय उन्होंने नंबर ऑफ़ मेमोरी की सीडी तैयार कर लिम्का बुक को भेजी थी। लिम्का बुक में अभी तक इस तरह का कोई रिकॉर्ड दर्ज नहीं था। इसके लिए एक बोर्ड पर 100 अंक लिखे गए। जिस वक्त ये अंक लिखे गए, उस वक्त प्रेरणा को एक कमरे में बंद कर दिया गया। अंक लिखने के बाद प्रेरणा को सिर्फ एक मिनट का वक्त उन अंकों को देखने के लिए दिया गया। इसके बाद अंक का बोर्ड हटा लिया गया। प्रेरणा ने इन अंकों को उसी क्रम में धड़ाधड़ सुना डाला, जिस क्रम में वे बोर्ड पर अंकित किए गए थे। मथुरा के प्रसिद्ध जीएलए विश्वविद्यालय में हुए इस प्रजेंटेशन की सीडी लिम्का बुक को भेजी गई। लिम्का बुक के कंसल्टेंट अनंत कासीभट्टला ने प्रेरणा के इस रिकॉर्ड को क्लीन चिट देते हुए उसे मंजूर किए जाने की सूचना मेल आईडी पर दी।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ मथुरा की प्रेरणा का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज (हिन्दी) livehindustan.com। अभिगमन तिथि: 22 जनवरी, 2017।
बाहरी कड़ियाँ
- Meet 19-Year-Old Mathura Girl Prerna Sharma Who Has Created World Record
- गिनीज बुक की मैमोरी गर्ल बनीं मथुरा की प्रेरणा शर्मा
संबंधित लेख