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-[[विपिन चंद्र पाल]]
-[[विपिन चंद्र पाल]]
-[[पुरुषोत्तम दास टंडन]]
-[[पुरुषोत्तम दास टंडन]]
||[[चित्र:Prafulla-Chandra-Sen.jpg|100px|right|border|प्रफुल्लचंद्र सेन]]'प्रफुल्लचंद्र सेन' [[बंगाल (आज़ादी से पूर्व)|बंगाल]] के प्रमुख कांग्रेसी नेता, [[महात्मा गाँधी]] के अनुयायी और स्वतंत्रता सेनानी थे। [[प्रफुल्लचंद्र सेन]] सन [[1961]] से [[1967]] तक [[पश्चिम बंगाल]] के [[मुख्यमंत्री]] रहे थे। ग्राम विकास के कार्यों और हरिजनोद्धार में योगदान के कारण उन्हें '''आरामबाग़ का गाँधी' कहा जाता था। स्वतंत्रता आंदोलन में प्रफुल्लचंद्र सेन ने 11 वर्ष तक जेल की सज़ा भोगी थी। उनके राजनैतिक जीवन का आरंभ [[1948]] में [[विधान चंद्र राय|डॉ. विधान चंद्र राय]] के मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में सम्मिलित होने के साथ हुआ। [[1962]] में बिधान चंद्र राय की मृत्यु के बाद वे पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री बने और [[1967]] तक इस पद पर रहे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[प्रफुल्लचंद्र सेन]]
||[[चित्र:Prafulla-Chandra-Sen.jpg|100px|right|border|प्रफुल्लचंद्र सेन]]'प्रफुल्लचंद्र सेन' [[बंगाल (आज़ादी से पूर्व)|बंगाल]] के प्रमुख कांग्रेसी नेता, [[महात्मा गाँधी]] के अनुयायी और स्वतंत्रता सेनानी थे। [[प्रफुल्लचंद्र सेन]] सन [[1961]] से [[1967]] तक [[पश्चिम बंगाल]] के [[मुख्यमंत्री]] रहे थे। ग्राम विकास के कार्यों और हरिजनोद्धार में योगदान के कारण उन्हें '''आरामबाग़ का गाँधी''' कहा जाता था। स्वतंत्रता आंदोलन में प्रफुल्लचंद्र सेन ने 11 वर्ष तक जेल की सज़ा भोगी थी। उनके राजनैतिक जीवन का आरंभ [[1948]] में [[विधान चंद्र राय|डॉ. विधान चंद्र राय]] के मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में सम्मिलित होने के साथ हुआ। [[1962]] में बिधान चंद्र राय की मृत्यु के बाद वे पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री बने और [[1967]] तक इस पद पर रहे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[प्रफुल्लचंद्र सेन]]
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11:04, 26 फ़रवरी 2017 के समय का अवतरण