"राष्ट्र कर": अवतरणों में अंतर
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08:19, 27 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण
राष्ट्र कर प्राचीन भारत की शासन व्यवस्था में लिया जाने वाले कर को कहा जाता था।
भेद
इसके दस भेद होते हैं-
- पिण्ड कर- गांव से वसूल किए जाने वाला नियत राजकीय कर
- षड्भाग- राजा को दिये जाने वाले अन्न का छठा भाग
- सेनाभक्त- युद्धकाल में विशेष रूप से निर्धारित कर
- बलि- छठे भाग के अतिरिक्त कर
- कर- जलाशयों और जंगलों का कर
- उत्संग- राजकुमार के जन्मोत्सव पर दी जाने वाली भेंट
- पार्श्व- नियत कर के अतिरिक्त कर
- पारिहीणिक- गाय बच्छियों के नुकसान पर डंड रूप में प्राप्त धन
- औपायनिक-भेंट स्वरूप प्राप्त धन
- कौष्ठेयक- राजधन से बने हुए तालाबों तथा बगीचों का कर।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
कौटिलीय अर्थशास्त्रम् |लेखक: वाचस्पति गैरोला |प्रकाशक: चौखम्बा विधाभवन, चौक (बैंक ऑफ़ बड़ौदा भवन के पीछे , वाराणसी 221001, उत्तर प्रदेश |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 157 |