"कला-संस्कृति और धर्म सामान्य ज्ञान 232": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
कविता भाटिया (वार्ता | योगदान) ('{{सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी}} {{कला सामान्य ज्ञान न...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
आदित्य चौधरी (वार्ता | योगदान) छो (Text replacement - "शृंखला" to "श्रृंखला") |
||
(एक दूसरे सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 18: | पंक्ति 18: | ||
{इनमें मूर्तिकार कौन है? | {इनमें मूर्तिकार कौन है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -[[मंजीत बावा]] | ||
- | -[[अमृता शेरगिल]] | ||
+[[देवी प्रसाद रायचौधरी]] | +[[देवी प्रसाद रायचौधरी]] | ||
- | -[[नंदलाल बोस]] | ||
||[[देवी प्रसाद रायचौधरी]] [[चित्रकार]] से अधिक मूर्तिकार के रूप में प्रसिद्ध हुए। वर्ष [[1953]] में देवी प्रसाद रायचौधरी [[ललित कला अकादमी]] के प्रथम अध्यक्ष बने। श्रम की विजय, [[शहीद स्मारक]], ध्वंस देवता, स्वतंत्रता स्मारक, अंतिम प्रहार भूटिया और तिब्बती बालिका, नेपाली लड़की आदि इनके प्रमुख मूर्तिशिल्प हैं। {{point}} '''अधिक जानकारी के लिए देखें-:''' [[देवी प्रसाद रायचौधरी]] | ||[[देवी प्रसाद रायचौधरी]] [[चित्रकार]] से अधिक मूर्तिकार के रूप में प्रसिद्ध हुए। वर्ष [[1953]] में देवी प्रसाद रायचौधरी [[ललित कला अकादमी]] के प्रथम अध्यक्ष बने। श्रम की विजय, [[शहीद स्मारक]], ध्वंस देवता, स्वतंत्रता स्मारक, अंतिम प्रहार भूटिया और तिब्बती बालिका, नेपाली लड़की आदि इनके प्रमुख मूर्तिशिल्प हैं। {{point}} '''अधिक जानकारी के लिए देखें-:''' [[देवी प्रसाद रायचौधरी]] | ||
पंक्ति 40: | पंक्ति 40: | ||
||[[इंग्लैंड]] के भू-दृश्य (लैंडस्केप) चित्रकारों में जोसेफ मैलॉर्ड विलियम टर्नर (1775-1851 ई.) को अद्भुत प्रतिभाशाली एवं संयमी कलाकार माना जाता है। उनका कार्य प्रभाववादियों के लिए एक रोमांटिक प्रस्तावना के रूप में जाना जाता है। वह अपने तैल चित्रों के लिए प्रसिद्ध थे। वर्ष 1839 में उनके द्वारा चित्रित चित्र 'द फाइटिंग टेंपरेरी' तैलीय माध्यम में बनी हुई है। वह ब्रिटिश वाटरकलर लैंडस्केप चित्रकारी के महानतम पुरोधा भी थे। टर्नर ने अपनी कला के द्वारा प्रकाश का प्रयोग विकसित किया। | ||[[इंग्लैंड]] के भू-दृश्य (लैंडस्केप) चित्रकारों में जोसेफ मैलॉर्ड विलियम टर्नर (1775-1851 ई.) को अद्भुत प्रतिभाशाली एवं संयमी कलाकार माना जाता है। उनका कार्य प्रभाववादियों के लिए एक रोमांटिक प्रस्तावना के रूप में जाना जाता है। वह अपने तैल चित्रों के लिए प्रसिद्ध थे। वर्ष 1839 में उनके द्वारा चित्रित चित्र 'द फाइटिंग टेंपरेरी' तैलीय माध्यम में बनी हुई है। वह ब्रिटिश वाटरकलर लैंडस्केप चित्रकारी के महानतम पुरोधा भी थे। टर्नर ने अपनी कला के द्वारा प्रकाश का प्रयोग विकसित किया। | ||
{उस समकालीन भारतीय चित्रकार का नाम बताइए जिसने '[[ययाति]]' | {उस समकालीन भारतीय चित्रकार का नाम बताइए जिसने '[[ययाति]]' श्रृंखला का सृजन किया- | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[मंजीत बावा]] | -[[मंजीत बावा]] | ||
- | -[[नारायण श्रीधर बेन्द्रे]] | ||
+[[ए. रामचंद्रन]] | +[[ए. रामचंद्रन]] | ||
- | -[[के.जी. सुब्रह्मण्यम]] | ||
||[[अच्युतन रामचंद्रन नायर]] भारत के प्रसिद्ध [[चित्रकार]] हैं। इन्हें [[भारत सरकार]] द्वारा सन [[2005]] में कला के क्षेत्र में [[पद्म भूषण]] से सम्मानित किया था। ये [[दिल्ली]] राज्य से हैं। | ||[[अच्युतन रामचंद्रन नायर]] भारत के प्रसिद्ध [[चित्रकार]] हैं। इन्हें [[भारत सरकार]] द्वारा सन [[2005]] में कला के क्षेत्र में [[पद्म भूषण]] से सम्मानित किया था। ये [[दिल्ली]] राज्य से हैं। | ||
</quiz> | </quiz> | ||
|} | |} |
10:14, 9 फ़रवरी 2021 के समय का अवतरण
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
राज्यों के सामान्य ज्ञान
- इस विषय से संबंधित लेख पढ़ें:- कला प्रांगण, कला कोश, संस्कृति प्रांगण, संस्कृति कोश, धर्म प्रांगण, धर्म कोश
पन्ने पर जाएँ
|
पन्ने पर जाएँ
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
राज्यों के सामान्य ज्ञान