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{किस रचना के लिए [[सुमित्रानंदन पंत]] को '[[साहित्य अकादमी पुरस्कार हिन्दी|साहित्य अकादमी पुरस्कार]]' मिला था?
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+[[कला और बूढ़ा चाँद -सुमित्रानन्दन पंत|कला और बूढ़ा चाँद]]
+[[कला और बूढ़ा चाँद -सुमित्रानन्दन पंत|कला और बूढ़ा चाँद]]
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-[[चिदंबरा -सुमित्रानन्दन पंत|चिदंबरा]]
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-[[युगपथ -सुमित्रानन्दन पंत|युगपथ]]
-[[युगपथ -सुमित्रानन्दन पंत|युगपथ]]
||[[चित्र:DadaBhai-Naoroji.jpg|right|100px|border|सुमित्रानंदन पंत]]'सुमित्रानंदन पंत' [[हिन्दी साहित्य]] में [[छायावादी युग]] के चार स्तंभों में से एक थे। [[सुमित्रानंदन पंत]] नये युग के प्रवर्तक के रूप में आधुनिक हिन्दी साहित्य में उदित हुए। वे ऐसे साहित्यकारों में गिने जाते हैं, जिनका प्रकृति चित्रण समकालीन कवियों में सबसे बेहतरीन था। "हिंदी साहित्य के विलियम वर्ड्सवर्थ" कहे जाने वाले इस कवि ने महानायक [[अमिताभ बच्चन]] को ‘अमिताभ’ नाम दिया था। सुमित्रानंदन पंत को [[पद्म भूषण]] ([[1961]]) और [[ज्ञानपीठ पुरस्कार]] ([[1968]]) से सम्मानित किया गया था। [[कला और बूढ़ा चाँद -सुमित्रानन्दन पंत|कला और बूढ़ा चाँद]] के लिए [[साहित्य अकादमी पुरस्कार हिन्दी|साहित्य अकादमी पुरस्कार]], [[लोकायतन -सुमित्रनन्दन पंत|लोकायतन]] पर 'सोवियत लैंड नेहरु पुरस्कार' एवं '[[चिदंबरा -सुमित्रानन्दन पंत|चिदंबरा]]' पर उन्हें 'भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार' प्राप्त हुआ था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सुमित्रानंदन पंत]]
||[[चित्र:Kala-Aur-Budha-Chand.jpg|right|100px|border|कला और बूढ़ा चाँद]]'सुमित्रानंदन पंत' [[हिन्दी साहित्य]] में [[छायावादी युग]] के चार स्तंभों में से एक थे। [[सुमित्रानंदन पंत]] नये युग के प्रवर्तक के रूप में आधुनिक हिन्दी साहित्य में उदित हुए। वे ऐसे साहित्यकारों में गिने जाते हैं, जिनका प्रकृति चित्रण समकालीन कवियों में सबसे बेहतरीन था। "हिंदी साहित्य के विलियम वर्ड्सवर्थ" कहे जाने वाले इस कवि ने महानायक [[अमिताभ बच्चन]] को ‘अमिताभ’ नाम दिया था। सुमित्रानंदन पंत को [[पद्म भूषण]] ([[1961]]) और [[ज्ञानपीठ पुरस्कार]] ([[1968]]) से सम्मानित किया गया था। [[कला और बूढ़ा चाँद -सुमित्रानन्दन पंत|कला और बूढ़ा चाँद]] के लिए [[साहित्य अकादमी पुरस्कार हिन्दी|साहित्य अकादमी पुरस्कार]], [[लोकायतन -सुमित्रनन्दन पंत|लोकायतन]] पर 'सोवियत लैंड नेहरु पुरस्कार' एवं '[[चिदंबरा -सुमित्रानन्दन पंत|चिदंबरा]]' पर उन्हें 'भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार' प्राप्त हुआ था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सुमित्रानंदन पंत]]
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12:08, 6 दिसम्बर 2017 के समय का अवतरण