"पहेली जुलाई 2016": अवतरणों में अंतर
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replacement - "150px" to "100px") |
||
पंक्ति 10: | पंक्ति 10: | ||
-[[इंदिरा गाँधी]] | -[[इंदिरा गाँधी]] | ||
-[[जवाहरलाल नेहरू]] | -[[जवाहरलाल नेहरू]] | ||
||[[चित्र:Morarji Desai.jpg|right| | ||[[चित्र:Morarji Desai.jpg|right|100px|border|मोरारजी देसाई]]'मोरारजी देसाई' को [[भारत]] के चौथे [[प्रधानमंत्री]] के रूप में जाना जाता है। वह 81 [[वर्ष]] की आयु में प्रधानमंत्री बने थे। इसके पूर्व कई बार उन्होंने प्रधानमंत्री बनने की कोशिश की थी, परंतु असफल रहे थे। [[मोरारजी देसाई]] [[मार्च]], [[1977]] में देश के प्रधानमंत्री बने, लेकिन प्रधानमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल पूर्ण नहीं हो पाया और [[चौधरी चरण सिंह]] से मतभेदों के चलते उन्हें प्रधानमंत्री पद छोड़ना पड़ा। मोरारजी देसाई को गांधीवादी नीति का परम समर्थक माना जाता है। वे एकमात्र ऐसे भारतीय प्रधानमंत्री थे, जिन्हें [[भारत सरकार]] की ओर से '[[भारत रत्न]]' तथा [[पाकिस्तान]] की ओर से 'तहरीक़-ए-पाकिस्तान' का सर्वश्रेष्ठ नागरिक सम्मान प्राप्त हुआ।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मोरारजी देसाई]] | ||
{"इंडियास पॉवर्टी एण्ड इट्स सोल्यूशंस" नामक पुस्तक किसके द्वारा लिखी गई थी? | {"इंडियास पॉवर्टी एण्ड इट्स सोल्यूशंस" नामक पुस्तक किसके द्वारा लिखी गई थी? | ||
पंक्ति 18: | पंक्ति 18: | ||
+[[चौधरी चरण सिंह]] | +[[चौधरी चरण सिंह]] | ||
-[[नरसिंह राव पी. वी.|नरसिंह राव]] | -[[नरसिंह राव पी. वी.|नरसिंह राव]] | ||
||[[चित्र:Chaudhary-Charan-Singh.jpg|right| | ||[[चित्र:Chaudhary-Charan-Singh.jpg|right|100px|border|चौधरी चरण सिंह]]'चौधरी चरण सिंह' [[भारत]] के प्रसिद्ध किसान नेता थे। [[उत्तर प्रदेश]] के किसान तो उन्हें अपना मसीहा मानने लगे थे। [[चौधरी चरण सिंह]] ने कृषकों के कल्याण के लिए काफ़ी कार्य किए। समस्त उत्तर प्रदेश में भ्रमण करते हुए कृषकों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया। उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाक़ों में [[कृषि]] मुख्य व्यवसाय था। कृषकों में सम्मान होने के कारण उन्हें किसी भी चुनाव में हार का मुख नहीं देखना पड़ा। बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी है कि चरण सिंह एक कुशल लेखक की आत्मा भी रखते थे। उनका [[अंग्रेज़ी भाषा]] पर अच्छा अधिकार था। उन्होंने 'अबॉलिशन ऑफ़ ज़मींदारी', 'लिजेण्ड प्रोपराइटरशिप' और '''इंडियास पॉवर्टी एण्ड इट्स सोल्यूशंस''' नामक पुस्तकों का लेखन भी किया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[चौधरी चरण सिंह]] | ||
{भारतीय [[राष्ट्रपति]] के अंगरक्षक दस्ते का 'अमर वाक्य' क्या है? | {भारतीय [[राष्ट्रपति]] के अंगरक्षक दस्ते का 'अमर वाक्य' क्या है? | ||
पंक्ति 34: | पंक्ति 34: | ||
-[[सियार]] | -[[सियार]] | ||
+[[चिंकारा]] | +[[चिंकारा]] | ||
||[[चित्र:Chinkara.jpg|right| | ||[[चित्र:Chinkara.jpg|right|100px|border|चिंकारा]]'चिंकारा' एक प्रकार का छोटा हिरण, जो [[एशिया|दक्षिण एशिया]] में पाया जाता है। यह एक शर्मिला जीव है और मानव आबादी से दूर रहना ही पसंद करता है। यद्यपि [[चिंकारा]] अकेला रहने वाला जीव है, किंतु कभी-कभी यह प्राणी एक से चार के झुण्ड में भी दिखाई दे जाता है। [[भारत]] के राज्य [[राजस्थान]] का राज्य पशु होने का गौरव चिंकारा को प्राप्त है। चिंकारा की ऊँचाई कन्धे तक 65 से.मी. और वज़न लगभग 23 किलोग्राम तक होता है। [[ग्रीष्म ऋतु]] में इस प्राणी की खाल का रंग [[लाल रंग|लाल]]-[[भूरा रंग|भूरा]] हो जाता है और पेट तथा अंदुरुनी पैरों का रंग हल्का भूरा लिये हुये [[सफ़ेद रंग|सफ़ेद]] होता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[चिंकारा]], [[राजस्थान]] | ||
{'[[हर की पौड़ी]]' नामक प्रसिद्ध [[हिन्दू]] धार्मिक स्थल [[भारत]] के किस राज्य में है? | {'[[हर की पौड़ी]]' नामक प्रसिद्ध [[हिन्दू]] धार्मिक स्थल [[भारत]] के किस राज्य में है? | ||
पंक्ति 42: | पंक्ति 42: | ||
-[[झारखंड]] | -[[झारखंड]] | ||
-[[हिमाचल प्रदेश]] | -[[हिमाचल प्रदेश]] | ||
||[[चित्र:Har-Ki-Pauri.jpg|right| | ||[[चित्र:Har-Ki-Pauri.jpg|right|100px|border|हर की पौड़ी]]'हर की पौड़ी' अथवा 'हरि की पौड़ी' [[भारत]] के [[उत्तराखण्ड|उत्तराखण्ड राज्य]] में [[हिन्दू|हिन्दुओं]] की पवित्र धार्मिक नगरी [[हरिद्वार]] के सर्वाधिक पवित्र स्थलों में से एक है। यह वह स्थान है, जहाँ प्रतिदिन लघु भारत के दर्शन होते हैं। [[हर की पौड़ी]] को 'ब्रह्मकुण्ड' के नाम से भी जाना जाता है। ये माना गया है कि यही वह स्थान है, जहाँ से [[गंगा नदी]] पहाड़ों को छोड़कर मैदानी क्षेत्रों की ओर मुड़ती है। इस स्थान पर नदी में पापों को धो डालने की अद्भुत शक्ति है और यहाँ एक पत्थर में [[विष्णु|श्रीहरि]] के पदचिह्न इस बात का समर्थन करते हैं। यह घाट गंगा नदी की नहर के पश्चिमी तट पर है, जहाँ से नदी उत्तर दिशा की ओर मुड़ जाती है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[हर की पौड़ी]] | ||
{[[उत्तराखंड]] स्थित प्रसिद्ध [[सिक्ख]] धार्मिक स्थल "हेमकुण्ड साहिब" की खोज किसने की थी? | {[[उत्तराखंड]] स्थित प्रसिद्ध [[सिक्ख]] धार्मिक स्थल "हेमकुण्ड साहिब" की खोज किसने की थी? | ||
पंक्ति 50: | पंक्ति 50: | ||
-[[गुरु गोविंदसिंह]] | -[[गुरु गोविंदसिंह]] | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||[[चित्र:Hemkund.jpg|right| | ||[[चित्र:Hemkund.jpg|right|100px|border|हेमकुण्ड साहिब]]'हेमकुण्ड साहिब' '''हेमकुण्ड साहिब''' या 'गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब जी' [[सिक्ख|सिक्खों]] का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जो [[उत्तराखंड]] के [[चमोली ज़िला|चमोली ज़िले]] में स्थित है। इस गुरुद्वारे की खोज [[1930]] में हवलदार सोहन सिंह ने की थी। हेमकुंड एक बर्फ की झील है, जो सात विशाल पर्वतों से घिरी हुई है, जिन्हें हेमकुंड पर्वत भी कहते हैं। हेमकुंड साहिब की यात्रा [[हिन्दू|हिन्दुओं]] की पवित्र [[अमरनाथ यात्रा]] से भी जोड़ कर देखी जाती है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[हेमकुण्ड साहिब]] | ||
{[[लखनऊ]] स्थित '''[[बड़ा इमामबाड़ा लखनऊ|बड़ा इमामबाड़ा]]''' किसके द्वारा बनवाया गया था? | {[[लखनऊ]] स्थित '''[[बड़ा इमामबाड़ा लखनऊ|बड़ा इमामबाड़ा]]''' किसके द्वारा बनवाया गया था? | ||
पंक्ति 58: | पंक्ति 58: | ||
+[[आसफ़उद्दौला|नवाब आसफ़उद्दौला]] | +[[आसफ़उद्दौला|नवाब आसफ़उद्दौला]] | ||
-[[वाजिद अली शाह]] | -[[वाजिद अली शाह]] | ||
||[[चित्र:Imambara-Lucknow.JPG|right| | ||[[चित्र:Imambara-Lucknow.JPG|right|100px|border|बड़ा इमामबाड़ा]]'बड़ा इमामबाड़ा' [[लखनऊ]] की प्रसिद्ध ऐतिहासिक धरोहरों में से एक है। यहाँ एक ऐसी अद्भुत [[वास्तुकला]] दिखाई देती है, जिसे देखकर आधुनिक वास्तुकार भी दंग रह जाते हैं। इस इमामबाड़े का निर्माण [[आसफ़उद्दौला|नवाब आसफ़उद्दौला]] ने 1784 ई. में कराया था। इसके संकल्पनाकार 'किफायतउल्ला' थे, जो विश्व प्रसिद्ध [[आगरा]] के [[ताजमहल]] के वास्तुकार के संबंधी कहे जाते हैं। [[बड़ा इमामबाड़ा लखनऊ|बड़ा इमामबाड़ा]] वास्तव में एक विहंगम आंगन के बाद बना हुआ एक विशाल हॉल है, जहाँ दो विशाल तिहरे आर्च वाले रास्तों से पहुंचा जा सकता है। इमामबाड़े का केन्द्रीय कक्ष लगभग 50 मीटर लंबा और 16 मीटर चौड़ा है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बड़ा इमामबाड़ा लखनऊ]] | ||
{प्रसिद्ध [[बौद्ध धर्म|बौद्ध]] धार्मिक स्थल '''[[चौखंडी स्तूप]]''' [[उत्तर प्रदेश]] में कहाँ स्थित है? | {प्रसिद्ध [[बौद्ध धर्म|बौद्ध]] धार्मिक स्थल '''[[चौखंडी स्तूप]]''' [[उत्तर प्रदेश]] में कहाँ स्थित है? | ||
पंक्ति 66: | पंक्ति 66: | ||
-[[कुशीनगर]] | -[[कुशीनगर]] | ||
-[[कौशांबी]] | -[[कौशांबी]] | ||
||[[चित्र:Chaukhandi-Stupa-Sarnath.jpg|right| | ||[[चित्र:Chaukhandi-Stupa-Sarnath.jpg|right|100px|border|चौखंडी स्तूप]]'चौखंडी स्तूप' [[वाराणसी]], [[उत्तर प्रदेश]] से 13 किलोमीटर की दूरी पर [[सारनाथ]] में स्थित है। यह [[स्तूप]] [[बौद्ध]] समुदाय के लिए बहुत पूजनीय है। सारनाथ में प्रवेश करने पर सबसे पहले [[चौखंडी स्तूप]] दिखाई देता है। स्तूप में ईंट और रोड़ी का बड़ी मात्रा में उपयोग किया गया है। यह विशाल स्तूप चारों ओर से अष्टभुजीय [[मीनार|मीनारों]] से घिरा हुआ है। कहा जाता है कि यह स्तूप मूल रूप से [[अशोक|मौर्य सम्राट अशोक]] द्वारा बनवाया गया था। [[धमेख स्तूप]] से आधा मील दक्षिण में यह स्तूप स्थित है, जो [[सारनाथ]] के अवशिष्ट स्मारकों से अलग है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[चौखंडी स्तूप]] | ||
{'''एशिया जाग उठा''' किसके द्वारा लिखी गई प्रसिद्ध कृति है? | {'''एशिया जाग उठा''' किसके द्वारा लिखी गई प्रसिद्ध कृति है? | ||
पंक्ति 74: | पंक्ति 74: | ||
-[[फ़ैज़ अहमद फ़ैज़]] | -[[फ़ैज़ अहमद फ़ैज़]] | ||
+[[अली सरदार जाफ़री]] | +[[अली सरदार जाफ़री]] | ||
||[[चित्र:Ali Sardar Jafri.jpg|right| | ||[[चित्र:Ali Sardar Jafri.jpg|right|100px|border|अली सरदार जाफ़री]]'अली सरदार जाफ़री' [[उर्दू भाषा]] के प्रसिद्ध साहित्यकार थे। इन्हें [[1997]] में '[[ज्ञानपीठ पुरस्कार]]' से सम्मानित किया गया था। अपनी साम्यवादी विचारधारा के कारण [[अली सरदार जाफ़री]] प्रगतिशील लेखक संघ से जुडे़ हुए थे, जहाँ उन्हें [[प्रेमचन्द]], [[रवीन्द्रनाथ ठाकुर]], [[फ़ैज़ अहमद फ़ैज़]], मुल्कराज आनंद जैसे भारतीय सहित्यकारों तथा नेरूदा व लुई अरांगा जैसे विदेशी चिंतकों के विचारों को जानने-समझने का अवसर मिला। कई आलिमों की संगत का यह असर हुआ कि अली सरदार जाफ़री एक ऐसे शायर बने, जिनके दिल में मेहनतकशों के दुख-दर्द बसे हुए थे। उनकी प्रमुख कृतियों में ‘परवाज़’, ‘नई दुनिया को सलाम’, ‘अम्मन का सितारा’, 'एशिया जाग उठा’ तथा ‘पत्थर की दीवार’ आदि प्रसिद्ध हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[अली सरदार जाफ़री]] | ||
{'''बिहार रिसर्च जनरल''' नामक [[समाचार पत्र]] का सम्पादन किसने किया था? | {'''बिहार रिसर्च जनरल''' नामक [[समाचार पत्र]] का सम्पादन किसने किया था? |
11:29, 15 दिसम्बर 2017 के समय का अवतरण
वर्ष 2013 >> जुलाई 2013 • अगस्त 2013 • सितंबर 2013 • अक्तूबर 2013 • नवंबर 2013 • दिसंबर 2013
वर्ष 2014 >> जनवरी 2014 • फ़रवरी 2014 • मार्च 2014 • अप्रॅल 2014 • मई 2014 • जून 2014 • जुलाई 2014 • अगस्त 2014 • सितंबर 2014 • अक्टूबर 2014 • नवम्बर 2014 • दिसम्बर 2014
वर्ष 2015 >> जनवरी 2015 • फ़रवरी 2015 • मार्च 2015 • अप्रॅल 2015 • मई 2015 • जून 2015 • जुलाई 2015 • अगस्त 2015 • सितंबर 2015 • अक्टूबर 2015 • नवम्बर 2015 • दिसम्बर 2015
वर्ष 2016 >> जनवरी 2016 • फ़रवरी 2016 • मार्च 2016 • अप्रैल 2016 • मई 2016 • जून 2016 • जुलाई 2016 • अगस्त 2016 • सितंबर 2016 • अक्टूबर 2016 • नवंबर 2016 • दिसंबर 2016
वर्ष 2017 >> जनवरी 2017 • फ़रवरी 2017 • मार्च 2017 • अप्रैल 2017 • मई 2017 • जून 2017 • जुलाई 2017 • अगस्त 2017 • सितम्बर 2017 • अक्टूबर 2017 • नवम्बर 2017 • दिसम्बर 2017
वर्ष 2018 >> जनवरी 2018
टीका-टिप्पणी और संदर्भसंबंधित लेखसामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
राज्यों के सामान्य ज्ञान
|