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* चीनी यात्री [[युवानच्वांग]] की [[जीवनी]] में इस स्थान का उल्लेख है। युवान [[सिंध प्रदेश]] से होकर अवंद पहुंचा था। | * चीनी यात्री [[युवानच्वांग]] की [[जीवनी]] में इस स्थान का उल्लेख है। युवान [[सिंध प्रदेश]] से होकर '''अवंद''' पहुंचा था। | ||
* '''वाटर्स''' के अनुसार अवंद की स्थिति [[क्वेटा]] के निकट थी। | * '''वाटर्स''' के अनुसार अवंद की स्थिति [[क्वेटा]] के निकट थी। | ||
* युवान के वृत्त से ज्ञात होता है कि अवंद में भेड़ों और घोड़ों की बहुतायत थी। उसने लिखा है कि, "यहां के विहारों में 2000 भिक्षु निवास करते थे।" | * युवान के वृत्त से ज्ञात होता है कि अवंद में भेड़ों और [[घोड़ा|घोड़ों]] की बहुतायत थी। उसने लिखा है कि, "यहां के विहारों में 2000 भिक्षु निवास करते थे।" | ||
* सियूकी से सूचित होता है कि युवान अवंद से लौटकर दोबारा [[नालंदा]] गया था।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= भारत डिस्कवरी पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=47|url=}}</ref> | * सियूकी से सूचित होता है कि युवान अवंद से लौटकर दोबारा [[नालंदा]] गया था।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= भारत डिस्कवरी पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=47|url=}}</ref> | ||
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12:08, 22 जुलाई 2018 के समय का अवतरण
अवंद पश्चिमी पाकिस्तान के बिलोचिस्तान के निकट स्थित एक प्राचीन स्थान है।
- चीनी यात्री युवानच्वांग की जीवनी में इस स्थान का उल्लेख है। युवान सिंध प्रदेश से होकर अवंद पहुंचा था।
- वाटर्स के अनुसार अवंद की स्थिति क्वेटा के निकट थी।
- युवान के वृत्त से ज्ञात होता है कि अवंद में भेड़ों और घोड़ों की बहुतायत थी। उसने लिखा है कि, "यहां के विहारों में 2000 भिक्षु निवास करते थे।"
- सियूकी से सूचित होता है कि युवान अवंद से लौटकर दोबारा नालंदा गया था।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 47 |